आधुनिक काल अन्य तथ्य MCQ Quiz in বাংলা - Objective Question with Answer for आधुनिक काल अन्य तथ्य - বিনামূল্যে ডাউনলোড করুন [PDF]
Last updated on Mar 18, 2025
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आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 1:
विधा और रचना की दृष्टि से इनमें से कौन सा विकल्प सुमेलित नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 1 Detailed Solution
विकल्प काव्य - चित्रलेखा (भगवती चरण वर्मा) ग़लत है।
- चित्रलेखा काव्य नहीं है।
- चित्रलेखा भगवतीचरण वर्मा का उपन्यास है।
- प्रकाशन वर्ष :- 1934
- कथावस्तु :- चित्रलेखा की कथा पाप और पुण्य की समस्या पर आधारित है।
भगवती चरण वर्मा के प्रमुख उपन्यास-
- पतन (1928)
- चित्रलेखा (1934)
- टेढ़े-मेढ़े रास्ते (1946)
- इसमें मार्क्सवाद की आलोचना की गई थी।
- अपने खिलौने (1957)
- भूले-बिसरे चित्र (1959)
- सामर्थ्य और सीमा (1962)
- थके पाँव,(1964)
- सबहिं नचावत राम गोसाईं, (1970)
- प्रश्न और मरीचिका, (1973)
लक्ष्मीनारायण मिश्र के प्रमुख नाटक-
- अशोक (1916), संन्यासी (1930), राक्षस का मन्दिर (1931), आधी रात (1936)
- गरुड़ध्वज (1945), नारद की वीणा (1946), वितस्ता की लहरें (1953), चक्रव्युह (1955)
श्याम नारायण पांडे के काव्य-
- हल्दीघाटी,जौहर, तुमुल, रूपान्तर
- आरती, जय-पराजय, गोरा-वध, जय हनुमान
- शिवाजी (महाकाव्य)।
कमलेश्वर की प्रसिद्ध कहानियाँ हैं -
- राजा निरबंसिया, मांस का दरिया, नीली झील,तलाश
- बयान,नागमणि,अपना एकांत, आसक्ति, ज़िंदा मुर्दे
- जॉर्ज पंचम की नाक,मुर्दों की दुनिया,कस्बे का आदमी, स्मारक।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 2:
सूची-I से सूची-II का मिलान कीजिए:
सूची - I (रचना) | सूची - II (रचनाकार) |
---|---|
(A) मधुशाला | (I) रामधारी सिंह 'दिनकर' |
(B) कामायनी | (II) हरिवंश राय बच्चन |
(C) परशुराम की प्रतीक्षा | (III) जयशंकर प्रसाद |
(D) बिखरे मोती |
(IV) सुभद्रा कुमारी चौहान |
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 2 Detailed Solution
सही उत्तर है- (A) - (II), (B) - (III), (C) - (I), (D) - (IV)
सूची-I का सूची-II से सही मिलान है-
सूची - I (रचना) | सूची - II (रचनाकार) |
---|---|
(A) मधुशाला | (II) हरिवंश राय बच्चन |
(B) कामायनी | (III) जयशंकर प्रसाद |
(C) परशुराम की प्रतीक्षा | (I) रामधारी सिंह 'दिनकर' |
(D) बिखरे मोती |
(IV) सुभद्रा कुमारी चौहान |
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 3:
निम्न में से लल्लू लाल की रचना कौनसी है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 3 Detailed Solution
"प्रेम सागर", "लल्लू लाल" की रचना है। उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (3) प्रेम सागर सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- लल्लू लाल की यह कृति खड़ी बोली गद्य की आरंभिक कृतियों में से एक है।
- शुक्ल जी इसकी भाषा को पूर्वीपन से युक्त मानते हैं।
- इसमें भागवत के दशम स्कन्ध की कथा 10 अध्यायों में वर्णित है।
- लल्लू लाल (1763 - 1835) हिन्दी गद्य के चार प्रमुख स्तम्भों- (इंशा अल्ला खाँ, सदल मिश्र, मुंशी सदासुखलाल, लल्लू लाल) में से एक हैं।
- लल्लू लाल जी की अन्य रचनाएं निम्नलिखित हैं:-
- सिंहासन बत्तीसी
- बैताल पच्चीसी
- शंकुतला
- माधवानल
- प्रेम सागर
- ब्रज भाषा व्याकरण
Additional Information
- सुखसागर, मुंशी सदासुखलाल द्वारा रचित एक हिन्दी ग्रन्थ है जो खड़ी बोली की प्रारम्भिक कृतियों में से एक है।
- नासिकेतोपाख्यान की रचना सदल मिश्र ने 1803 ई. में किया है। इसकी भाषा संस्कृतनिष्ठ है।
- उदय भान चरित्र की रचना इंशाअल्लाह खान ने की है।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 4:
सूची I का सूची II से मिलान कीजिए
सूची I पंक्ति |
सूची II पुस्तक / कविता |
||
A. |
ऊधो लौटे नगर मथुरा में कई मास बीते |
I. |
भारत-भारती |
B. |
इस योग्य हिन्दी है तदपि अब तक निज पद पा सकी |
II. |
प्रियप्रवास |
C. |
पाकर इस शून्य हृदय को सब ने आ डेरा डाला |
III. |
कामायनी |
D. |
भरा था मन में नव उत्साह सीख लूँ ललित कला का ज्ञान |
IV. |
आँसू |
निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 4 Detailed Solution
सूची I पंक्ति | सूची II पुस्तक / कविता |
A.ऊधो लौटे नगर मथुरा में कई मास बीते | II.प्रियप्रवास |
B.इस योग्य हिन्दी है तदपि अब तक निज पद पा सकी | I. भारत-भारती |
C.पाकर इस शून्य हृदय को सब ने आ डेरा डाला | IV.आँसू |
D.भरा था मन में नव उत्साह सीख लूँ ललित कला का ज्ञान | III .कामायनी |
- रसिक रहस्य (1899 ई.)
- प्रेम प्रपंच (1900 ई.)
- पद्य प्रमोद (1920 ई.)
- चुभते चोपदे (1924 ई.)
- पद्य प्रसून (1925 ई.)
- रस कलश (1931 ई.)
- चौक चौक देव (1932 ई.)
- प्रिय प्रवास (1914 ई.)- 17 सर्ग
- पारिजात (1940 ई.)- 15 सर्ग
- वैदेही वनवास (1940 ई.) - 18 सर्ग
- रंग में भंग (1909 ई.)
- जयद्रथ वध (1910 ई.)
- भारत भारती (1912 ई.)
- पंचवटी (1925 ई.)
- यशोधरा (1932 ई.)
- द्वापर (1936 ई.)
- जय भारत (1952 ई.)
- विष्णु प्रिया (1957 ई.)
- उर्वशी (1909 ई.)
- कानन कुसुम (1913 ई.)
- प्रेम पथिक (1913 ई.)
- चित्राधार (1918 ई.)
- झरना (1918 ई.)
- आंसू (1925 ई.)
- लहर (1933 ई.)
- कामायनी (1935 ई.)
- खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य माना जाता है।
- श्रृंगार एवं करुण रस की प्रधानता।
- प्रियप्रवास का पहला नाम ब्रजांगना विलाप था।
- इसमें प्रकृति और मानवीय भावनाएं एक जाकर हो गई है।
- इसमें 17 सर्ग एवं सात प्रकार के छंद है।
- भारत भारती की रचना मुसद्दे हाली तथा बृजमोहन दत्तात्रेय कृत 'भारत दर्पण' की प्रेरणा से की गई है।
- उसकी कथावस्तु तीन भागों में बांटी गई है अतीत खंड, वर्तमान खंड और भविष्य खंड।
- भारत- भारती रचना ने देश में राष्ट्रप्रेम की भावना को प्रबल किया।
- यह प्रसाद जी का विरह प्रधान स्मृति काव्य है।
- इसके प्रथम संस्करण में 133 छंद थे।
- संशोधित संस्करण में 190 छंद हो गए।
- इसे हिंदी का मेघदूत कहा जाता है।
- यह जयशंकर प्रसाद की महाकाव्यात्मक रचना है।
- इसमें कुल 15 सर्ग है।
- कामायनी की कथावस्तु का आधार ऋग्वेद छांदोग्य उपनिषद शतपथ ब्राह्मण तथा श्रीमद् भागवत है।
- इसमें आनंदवाद की अभिव्यक्ति हुई है।
- इसका मुख्य रस शांत रस है और मुख्य छंद ताटक छंद है।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 5:
भगत सिंह का जन्म कब हुआ था ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 5 Detailed Solution
भगत सिंह का जन्म 28 सितम्बर, 1907 ई० को हुआ था।
Key Pointsभगत सिंह-
- जन्म- 1907- 1931
- भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी एवं क्रान्तिकारी थे।
- चन्द्रशेखर आजाद व पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर इन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अभूतपूर्व साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया।
- पहले लाहौर में बर्नी सैंडर्स की हत्या और उसके बाद दिल्ली की केन्द्रीय संसद (सेण्ट्रल असेम्बली) में बम-विस्फोट करके ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध खुले विद्रोह को बुलन्दी प्रदान की।
- इन्होंने असेम्बली में बम फेंककर भी भागने से मना कर दिया।
- जिसके फलस्वरूप अंग्रेज सरकार ने इन्हें 23 मार्च 1931 को इनके दो अन्य साथियों, राजगुरु तथा सुखदेव के साथ फाँसी पर लटका दिया।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 6:
'बस्स ! बहुत हो चुका' कविता-संग्रह है :
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 6 Detailed Solution
'बस्स ! बहुत हो चुका' कविता-संग्रह है :ओमप्रकाश वाल्मीकि
बस्स ! बहुत हो चुका-
- रचनाकार-ओमप्रकाश वाल्मीकि
- विधा-काव्य
- प्रकाशन वर्ष-1997 ई.
Key Pointsओमप्रकाश वाल्मीकि-
- जन्म-1950-2013 ई.
- दलित रचनकार है।
- रचनाएँ-
- सदियों का संताप(1989 ई.)
- अब और नहीं(2004 ई.) आदि।
Important Pointsमलखान सिंह-
- जन्म-1948-2019 ई.
- रचनाएँ-
- सुनो ब्राह्मण(1995 ई.)
- ज्वालामुखी के मुहाने(2016 ई.) आदि।
मोहनदास नैमिशराय-
- काव्य रचनाएँ-
- शब्द
- रात में डूबा लोकतन्त्र और वे
- राजा की सवारी आ रही है आदि।
पुरुषोत्तम सत्यप्रेमी-
- काव्य रचनाएँ-
- कौन हैं, हम तुम
- व्यथा-कथा
- सवाल सत्ता की सहभागिता का
- छटपटाता कविता कबूतर
- ओ नारी, समता की सहपाठी हो तुम आदि।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 7:
"वे सब समझते हैं कि मैं नौ साल का हूँ इसलिए मैं बुद्धू हूँ। पर मैं बुद्धू नहीं हूँ ।" "स्वतंत्रता की ओर' पाठ के आधार पर बताइए कि धनी इस प्रकार मन ही मन क्यों बड़बड़ाया ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 7 Detailed Solution
"वे सब समझते हैं कि मैं नौ साल का हूँ इसलिए मैं बुद्धू हूँ। पर मैं बुद्धू नहीं हूँ ।" "स्वतंत्रता की ओर' पाठ के आधार पर बताइए कि धनी इस प्रकार मन ही मन बड़बड़ाया - आश्रम में बन रही योजना के बारे में उसको कोई कुछ बताता नहीं था।
Key Points
- एनसीईआरटी समाधान कक्षा - 4 हिंदी अध्याय - 9 "स्वतंत्रता की ओर"।
- इस कहानी की लेखिका 'सुभद्रा सेन गुप्ता' है l यह कहानी स्वतंत्रता के दौर की है l
Additional Informationपाठ का अंश -
- धनी मन ही मन बड़बड़ाया क्योंकि उसे पता था, कि आश्रम में कोई बड़ी योजना बन रही है,
- धनी को अपना काम पसंद था और बिन्नी उसकी सबसे अच्छी दोस्त थी,
- उससे बातें करना उसे अच्छा लगता था, एक दिन सुबह, धनी बिन्नी को हरी घास खिलाकर,
- उसके बर्तन में पानी डालते हुए बोला,“कोई बात ज़रूर है बिन्नी! वे सब गांधी जी के कमरे में बैठकर बातें करते हैं l
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 8:
"सचमुच बहुत डरी चुहिया से
चुहिया से सच बहुत डरी मैं
खड़ी देखकर चुहिया को मैं
लगी काँपने घड़ी घड़ी मैं।"
उपर्युक्त काव्यांश 'रिमझिम 2' के किस पाठ से लिया गया है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 8 Detailed Solution
उपर्युक्त काव्यांश 'रिमझिम- 2' पाठ से लिया गया है - म्याऊँ, म्याऊँ
- काव्यांश की व्याख्या – लड़की कह रही है कि वह चुहिया को देखकर बहुत ही डर गई। चुहिया को सामने देखकर वह थरथर काँपने लगी।
Key Points
- सीबीएसई/एनसीईआरटी 'रिमझिम - 2' कक्षा - 2 विषय हिंदी अध्याय- 3 'म्याऊं, म्याऊं' कविता से लिया गया है।
- इस कविता के कवि धर्मपाल शास्त्री ने एक चुहिया से डरी हुई लड़की की मनोदशा का चित्रण किया है।
Additional Informationअधिक बलवान कौन -
- सीबीएसई/एनसीईआरटी समाधान 'रिमझिम' कक्षा - 2 हिंदी अध्याय - 4 'अधिक बलवान कौन?' कहानी दी हुई है।
- इसमें सूर्य और हवा के बीच उनकी शक्ति को लेकर उनकी बहस का वर्णन है।
ऊँट चला -
- सीबीएसई/एनसीईआरटी समाधान 'रिमझिम' कक्षा - 2 हिंदी अध्याय - 1 ‘ऊँट चला’ कविता दी हुई हैं।
- प्रस्तुत कविता 'ऊँट चला' प्रयाग शुक्ल द्वारा रचित है।
- इस कविता में कवि ने एक ऊँट के क्रियाकलापों का वर्णन किया है।
बुलबुल -
- सीबीएसई/एनसीईआरटी समाधान 'रिमझिम' कक्षा - 2 हिंदी अध्याय - 9 'बुलबुल' पाठ दी हुई है।
- प्रस्तुत पाठ में बुलबुल चिड़िया के विषय में जानकरी दी गई है।
- इसमें बताया गया है कि बुलबुल की पहचान हम कैसे कर सकते हैं।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 9:
'कैमरे में बंद अपाहिज कविता किस काव्य संग्रह से ली गई है -
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 9 Detailed Solution
'कैमरे में बंद अपाहिज कविता लोग भूल गए है काव्य संग्रह से ली गई है।
Key Points
- कविता - 'कैमरे में बंद अपाहिज'
- रचनाकार - रघुवीर सहाय
- काव्य संग्रह - लोग भूल गए है
- प्रकाशन वर्ष - 1982 ई.
- विषय -
- ‘कैमरे में बंद अपाहिज’ कविता में दूरदर्शन कर्मियों की संवेदनहीनता पर प्रकाश डाला गया है।
Important Points रघुवीर सहाय -
- जन्म - 9 दिसंबर 1929 (लखनऊ)
- अन्य काव्यसंग्रह -
- दूसरा सप्तक (1951)
- सीढ़ियों पर धूप मे (1960)
- आत्महत्या के विरुद्ध (1967)
- हँसो, हँसो जल्दी हँसो (1975)
- कुछ पते कुछ चिट्ठियां (1989)
- एक समय था (1994)
Additional Information
- काव्य संग्रह लोग भूल गए है के लिए रघुवीर सहाय जी को 1984 ई. में साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया।
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 10:
“दिन जल्दी-जल्दी ढलता है' कवितानुसार दिन ढलने के साथ ही बच्चे कहाँ से झाँकने लगे होंगे?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल अन्य तथ्य Question 10 Detailed Solution
“दिन जल्दी-जल्दी ढलता है' कवितानुसार दिन ढलने के साथ ही बच्चे नीड़ों से झाँकने लगे होंगे।
कविता की पंक्तियाँ हैं-
- बच्चे प्रत्याशा में होंगे,
नीड़ों से झाँक रहे होंगे-
यह ध्यान परों में चिड़ियों के भरता कितनी चंचलता है!
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है !
Key Pointsदिन जल्दी-जल्दी ढलता है-
- रचनाकार-हरिवंशराय बच्चन
- विधा-कविता
- विषय-
- समय की परिवर्तनशीलता के बारे में बताया गया है।
- समय किसी की प्रतीक्षा नहीं करता।
Important Pointsहरिवंशराय बच्चन-
- जन्म-1907-2003 ई.
- हिन्दी में हालावाद के प्रवर्तक है।
- काव्य रचनाएं-
- मधुशाला (1935 ई.)
- मधुबाला (1936 ई.)
- मधुकलश (1937 ई.)
- आत्म परिचय (1937 ई.)
- निशा निमंत्रण (1938 ई.)
- एकांत संगीत (1939 ई.)
- सतरंगिनी (1945 ई.) आदि।