भाव वाच्य MCQ Quiz in हिन्दी - Objective Question with Answer for भाव वाच्य - मुफ्त [PDF] डाउनलोड करें
Last updated on Apr 5, 2025
Latest भाव वाच्य MCQ Objective Questions
Top भाव वाच्य MCQ Objective Questions
भाव वाच्य Question 1:
‘भाववाच्य’ वाला विकल्प चुनिए:
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 1 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में ‘गर्मियों में रोज़ नहाया जाता है’ में भाववाच्य है। अतिरिक्त विकल्प असंगत हैं। अतः सही विकल्प ‘गर्मियों में रोज़ नहाया जाता है’ है।
स्पष्टीकरण
भाववाच्य की परिभाषा |
पहचान |
उदाहरण |
जहाँ क्रिया कर्म या कर्ता के अनुसार ना होकर भाव का अनुसार होती है वहाँ भाववाच्य होता है। |
- कर्ता के साथ ‘से’ या ‘के’ द्वारा विभक्ति होगी। - क्रिया हमेशा अकर्मक होती है। - क्रिया सदैव एकवचन, पुल्लिंग तथा अन्य पुरुष में होती है। |
- राम से खाया नहीं जाता। - मोहन से खेला नहीं जाता है।
|
अन्य विकल्प
वाक्य |
वाच्य |
नानी द्वारा कहानी सुनाई गई। |
कृत्यवाच्य |
भारत द्वारा नया उपग्रह छोड़ा गया।
|
कृत्यवाच्य |
कोहली ने शतक लगाया। |
कर्मवाच्य |
भाव वाच्य Question 2:
बच्चों से नदी पार न की जा सकीं-वाक्य किस वाच्य से संबंधित है?
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 2 Detailed Solution
इसका सही उत्तर विकल्प 'भाववाच्य' है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- उपरोक्त वाक्य भाववाच्य का है।
- क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है।
Additional Information
वाच्य - क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म या भाव में से किससे या किसके विषय में किया गया है, वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं |
||
कर्तृवाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है। |
रमेश केला खाता है। लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
कर्मवाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को कर्मवाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो। |
रोगी को दवा दी गई। उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता। मुझसे उठा नहीं जाता। |
भाव वाच्य Question 3:
‘मदन से तेज दौड़ा जाता है।’ यह किस वाच्य का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 3 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 3 ‘भाववाच्य’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- क्रिया के उस रूपान्तर को भाववाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में भाव की प्रधानता का बोध हो।
- इस वाच्य में केवल अकर्मक क्रिया के वाक्य होते हैं।
Additional Information
वाच्य- क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म या भाव में से किससे या किसके विषय में किया गया है, वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
कर्तृवाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है। |
रमेश केला खाता है। लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
कर्मवाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को कर्मवाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो। |
रोगी को दवा दी गई। उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता। मुझसे उठा नहीं जाता। |
भाव वाच्य Question 4:
निम्नलिखित में से वाच्य के प्रकार का चयन कीजिए-
हमसे इतनी गरमी में नहीं रहा जाता ।
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर 'भाववाच्य' है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- हमसे इतनी गरमी में नहीं रहा जाता। यह भाववाच्य है।
- क्रिया के जिस रूप से क्रिया या भाव की प्रधानता का बोध हो उसे भाववाच्य कहते हैं।
Additional Information वाच्य : जिससे वाक्य के अंतर्गत क्रिया के द्वारा परिवर्तन से कर्ता, कर्म या भाव की प्रधानता का बोध हो उसे वाच्य कहते हैं।
ये तीन प्रकार के होते हैं- 1. कर्तृवाच्य, 2. कर्मवाच्य और 3. भाववाच्य।
वाच्य |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्मवाच्य |
क्रिया के जिस रूप से वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो उसे कर्मवाच्य कहते हैं। |
बीमार आदमी से खाना नहीं खाया जाता। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप से क्रिया या भाव की प्रधानता का बोध हो उसे भाववाच्य कहते हैं। |
दिन में कैसे सोया जाएगा। |
कर्तृवाच्य |
क्रिया के जिस रूप से वाक्य में कर्ता की प्रधानता का बोध हो उसे कर्तृवाच्य कहते हैं। |
आप खाना खाएं। |
भाव वाच्य Question 5:
वाक्य "पक्षियों से रात में सोया जाता है" से संबंधित वाच्य कौन-सा है?
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 5 Detailed Solution
सही उत्तर भाववाच्य है। अन्य विकल्प असंगत है। Key Points
- दिए गए वाक्य में क्रिया मे भाव की प्रधानता है इसलिए भाव वाच्य होगा ।
वाच्य - वाच्य का शाब्दिक अर्थ है बोलने का विषय यह क्रिया के विकार तत्व कहलाते है । विकार वे तत्व होते है जिनमे हम परिवर्तन करते है संज्ञा ,सर्वनाम । वाक्य मे क्रिया कर्ता, कर्म या भाव जिसके भी अनुरूप होती है उस प्रकार का वाच्य कहलाता है |
एक ही उदाहरण द्वारा तीनों वाच्य को समझिए -
कर्ता - मुकेश , क्रिया- लिखना कर्तृवाच्य- मुकेश पत्र लिखता है। कर्मवाच्य- मुकेश द्वारा पत्र लिखा जाता है। भाववाच्य- मुकेश से पत्र नहीं लिखा जाता। |
वाच्य | प्रधानता |
कर्मवाच्य | कर्म की प्रधानता |
कर्तृवाच्य | कर्ता की प्रधानता |
भाववाच्य | भावना की प्रधानता |
भाव वाच्य Question 6:
निम्नलिखित में से कौन सा वाक्य भाववाच्य का उदाहरण नहीं है|
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 6 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘सोहन से फूल तोड़े जाएँगे।’ वाक्य भाववाच्य का उदाहरण नहीं है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- क्रिया के उस रूपान्तर को भाववाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में भाव की प्रधानता का बोध हो।
- इस वाच्य में केवल अकर्मक क्रिया के वाक्य होते हैं।
Additional Information
वाच्य- क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म या भाव में से किससे या किसके विषय में किया गया है, वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
कर्तृवाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है। |
रमेश केला खाता है। लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
कर्मवाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को कर्मवाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो। |
रोगी को दवा दी गई। उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता। मुझसे उठा नहीं जाता। |
भाव वाच्य Question 7:
'चलो अब सोया जाए' में वाच्य का कौन-सा भेद है?
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 7 Detailed Solution
'चलो अब सोया जाय' वाक्य में भाववाच्य होगा। अन्य विकल्प असंगत हैं I
Key Points
- क्रिया के उस रूपान्तर को भाववाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में क्रिया अथवा भाव की प्रधानता का बोध हो।
अन्य विकल्प
वाच्य के भेद |
उदाहरण |
कर्तृवाच्य |
रमेश केला खाता है। |
कर्मवाच्य |
कवियों द्वारा कविताएँ लिखी गई। |
Additional Information
कर्तृवाच्य |
कर्मवाच्य |
---|---|
(1) सचिन मैच खेलने चेन्नई जाएँगे। |
सचिन के द्वारा मैच खेलने चेन्नई जाया जाएगा। |
(2) राकेश पुस्तक पढ़ रहा है। |
राकेश के द्वारा पुस्तक पढ़ी जा रही है। |
(3) मित्र विपत्ति में मदद करते हैं। |
मित्रों के द्वारा विपत्ति में मदद की जाती है। |
(4) महेश पत्र लिखता है। |
महेश के द्वारा पत्र लिखा जाता है। |
भाव वाच्य Question 8:
‘पक्षियों से उड़ा नहीं जाता' यह किस वाच्य का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 8 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 भाववाच्य है। अन्य विकल्प किसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- क्रिया के जिस रुप से वाच्य का उद्देश्य केवल भाव क्रिया का अर्थ ही जाना जाए वहां भाववाच्य होता है।
- इसमें कर्ता या कर्म की प्रधानता नहीं होती है इसमें क्रिया सदैव पुल्लिंग अन्य पुरुष की एक वचन ही होती है।
Additional Information
वाच्य-क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है। कि क्रिया का विधान कर्ता कर्म या भाव में से किससे या किस के विषय में किया गया है। बातचीत कहलाता है हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं।
कर्तृ वाच्य |
कर्मवाच्य |
भाववाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग वचन और पुरुष के अनुसार के क्रिया का प्रयोग होता है |
क्रिया के उस रूपांतर को कर्म वाच्य कहते हैं। जिससे वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो। |
क्रिया के जिस रुप में ना तो कर्त्ता की प्रधानता हो ना कर्म की बल्कि क्रिया का भाव प्रधान हो वहां भाववाच्य होता है। |
उदाहरण-लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
उदाहरण-उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
उदाहरण-राम से रेत में दोडा नहीं जाता। |
भाव वाच्य Question 9:
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य का सही वाच्य वाला विकल्प है।
‘आज निश्चिंत होकर बैठेंगे’
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 9 Detailed Solution
सही उत्तर विकल्प 3 ‘भाववाच्य’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- ‘आज निश्चिंत होकर बैठेंगे’, ‘भाववाच्य’ का उदाहरण है।
- भाववाच्य- क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है।
जैसे- राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता।
मुझसे उठा नहीं जाता।
- कर्तृवाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है।
जैसे- रमेश केला खाता है।
लड़का पुस्तक पढ़ता है।
- कर्मवाच्य- इस वाच्य में कर्म के लिंग, वचन और क्रिया के अनुसार प्रयोग हुआ है।
जैसे- रोगी को दवा दी गई।
उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई।
Additional Information
वाच्य- क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म या भाव में से किससे या किसके विषय में किया गया है, वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
कर्तृवाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है। |
रमेश केला खाता है। लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
कर्मवाच्य |
इस वाच्य में कर्म के लिंग, वचन और क्रिया के अनुसार प्रयोग हुआ है। |
रोगी को दवा दी गई। उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता। मुझसे उठा नहीं जाता। |
भाव वाच्य Question 10:
इनमें से किस वाक्य में भाववाच्य का प्रयोग हुआ है ?
Answer (Detailed Solution Below)
भाव वाच्य Question 10 Detailed Solution
भाववाच्य का प्रयोग हुआ है- उससे धूप में चला नहीं जाता।
Key Points
वाच्य |
||
क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है। |
||
प्रयोगों के अनुसार वाच्य के तीन भेद हैं- |
||
वाच्य |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्तृवाच्य |
क्रिया के जिस रूप में कर्ता प्रधान हो, उसे कर्तृवाच्य कहते हैं। |
रमेश केला खाता है। |
कर्मवाच्य |
क्रिया के जिस रूप में कर्म प्रधान हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। |
कवियों द्वारा कविताएँ लिखी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की, बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
मोहन से टहला भी नहीं जाता। |