Question
Download Solution PDFयदि एक बालक किसी एक भाषा का अच्छा पाठक/अच्छी पाठिका है तो वह दूसरी अथवा किसी अन्य भाषा का अच्छा पाठक हो सकती/सकता है (जब वह दूसरी/अन्य भाषा सीखता है।) इसे जाना जाता है...
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDF- विटेकर के अनुसार - “प्रशिक्षण के अंतरण से तात्पर्य किसी एक कौशल या विषय वस्तु के सीखने का किसी दूसरे कौशल या विषय वस्तु के सीखने पर पड़ने वाले प्रभाव से होता है।"
Key Points
- जब किसी नवीन कार्य को करने अथवा सीखने का प्रयास करता है तो उसके द्वारा उस कार्य को करने अथवा सीखने में उसके द्वारा पूर्व अर्जित ज्ञान अथवा अनुभवों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।
- वस्तुतः दूसरी परिस्थिति में कार्य को करने अथवा सीखते समय पूर्व अनुभवों या ज्ञान का कुछ-न-कुछ अन्तरण अवश्य होता है। एक विषय के सीखने का प्रभाव दूसरे विषय के सीखने पर पड़ता है।
- हिन्दी सीखने के बाद बंगला सीखना तथा लैटिन सीखने के बाद अंग्रेजी सीखना आसान हो जाता है। कारण, हिन्दी का सीखना, बंगला सीखने तथा लैटिन का सीखना अंग्रेजी सीखने में सहायक बन सकता है।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि यदि एक बालक किसी एक भाषा का अच्छा पाठक/अच्छी पाठिका है तो वह दूसरी अथवा किसी अन्य भाषा का अच्छा पाठक हो सकती/सकता है (जब वह दूसरी/अन्य भाषा सीखता है।) इसे कौशल का अन्तरण जाना जाता है।
Additional Information
- किसी व्यक्ति की लिखित सामग्री को डिकोड करने और उससे अर्थ ग्रहण करने की क्षमता ही पठन कौशल कहलाती है।
- एक विषय का सीखना, दूसरे विषय के सीखने में सदा सहायक नहीं होता । कभी-कभी एक विषय का सीखना, दूसरे विषय के सीखने का बाधक भी होता है।
Last updated on Apr 30, 2025
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