भारत में विभिन्न मृदा प्रकारों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

1. काली मिट्टी कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम और पोटेशियम में कम, लेकिन फास्फोरस में समृद्ध होती है।

2. लैटेराइट मिट्टी अत्यधिक उपजाऊ होती है और उर्वरकों की आवश्यकता के बिना गहन कृषि का समर्थन करती है।

3. शुष्क मिट्टी में उच्च लवणता होती है, जिससे सिंचाई के बिना खेती के लिए अनुपयुक्त हो जाती है।

4. लाल मिट्टी को अपना रंग फेरिक ऑक्साइड की उपस्थिति से मिलता है और यह मुख्य रूप से प्रायद्वीपीय भारत में पाई जाती है।

उपरोक्त में से कितने कथन सही हैं?

  1. केवल एक
  2. केवल दो
  3. केवल तीन
  4. सभी चार

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : केवल दो

Detailed Solution

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सही उत्तर विकल्प 2 है।

Key Points

  • कथन 1 - गलत - काली मिट्टी (रेगुर मिट्टी) कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम और पोटेशियम में समृद्ध होती है, लेकिन इसमें फास्फोरस और नाइट्रोजन की कमी होती है, साथ ही इसमें स्वयं जुताई करने का गुण होता है।
  • कथन 2 - गलत - लैटेराइट मिट्टी भारी वर्षा के कारण अत्यधिक निक्षालित और बंजर हो जाती है। कृषि के लिए इसे उर्वरकों और मृदा प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
  • कथन 3 - सही - शुष्क मिट्टी लवणीय होती है और इसमें नमी की कमी होती है, जिससे यह सिंचाई के बिना फसलों के लिए अनुपयुक्त हो जाती है (राजस्थान, गुजरात में पाई जाती है)।
  • कथन 4 - सही - लाल मिट्टी को अपना लाल रंग आयरन ऑक्साइड से मिलता है और यह मुख्य रूप से प्रायद्वीपीय भारत (ओडिशा, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड) में पाई जाती है।
    • `सही उत्तर: (B) केवल दो`

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