Question
Download Solution PDFदी गई अभिक्रिया के संदर्भ में सही कथनों की पहचान कीजिए
P4 + 3OH- + 3H2O → PH3 + 3H2PO-2
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFव्याख्या:
दी गई अभिक्रिया है -
P4 + 3OH- + 3H2O → PH3 + 3H2PO-2
→ वह स्पीशीज जिसका ऑक्सीकरण अंक बढ़ता है या जो अभिक्रिया के दौरान इलेक्ट्रॉनों को खोती है, ऑक्सीकरण होता है।
→ वह स्पीशीज जिसका ऑक्सीकरण अंक घटता है या जो अभिक्रिया के दौरान इलेक्ट्रॉनों को ग्रहण करती है, अपचयन होता है।
इस प्रकार,
- फॉस्फोरस का ऑक्सीकरण और अपचयन दोनों हो रहा है।
- P का ऑक्सीकरण अंक 0 से -3 और 0 से +1 में बदल गया है।
इसलिए, कथन 3 "फॉस्फोरस ऑक्सीकरण और अपचयन दोनों हो रहा है।" सही है लेकिन कथन 1 और कथन 2 गलत हैं।
→ वह स्पीशीज जिसका ऑक्सीकरण अंक समान रहता है, न तो ऑक्सीकरण और न ही अपचयन हो रहा है।
इस प्रकार,
- अपघटन अभिक्रिया के दौरान हाइड्रोजन न तो ऑक्सीकृत होता है और न ही अपचयित होता है।
- चूँकि अभिक्रिया के दौरान H का ऑक्सीकरण अंक समान रहता है अर्थात +1
इसलिए, कथन 4 "हाइड्रोजन का न तो ऑक्सीकरण और न ही अपचयन हो रहा है।" सही है।
निष्कर्ष:
इसलिए, दी गई अभिक्रिया के संदर्भ में सही कथन
P4 + 3OH- + 3H2O → PH3 + 3H2PO-2 कथन 3 और कथन 4 हैं।
इसलिए सही उत्तर विकल्प 3 और 4 है।