भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA), 2023 की धारा 146 के तहत अदालती कार्यवाही में प्रमुख प्रश्न कब स्वीकार्य हैं?

  1. मुख्य परीक्षा के दौरान प्रमुख प्रश्नों को बिना किसी प्रतिबंध के हमेशा अनुमति दी जाती है।
  2. मुख्य प्रश्नों की अनुमति केवल जिरह के दौरान ही दी जाती है।
  3. मुख्य परीक्षा, पुन: परीक्षा और जिरह में प्रमुख प्रश्न बिना किसी आपत्ति के पूछे जा सकते हैं।
  4. जिरह के दौरान तथा जब मामला प्रारंभिक, निर्विवाद या पर्याप्त रूप से सिद्ध हो, तो प्रमुख प्रश्न पूछने की अनुमति होती है।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : जिरह के दौरान तथा जब मामला प्रारंभिक, निर्विवाद या पर्याप्त रूप से सिद्ध हो, तो प्रमुख प्रश्न पूछने की अनुमति होती है।

Detailed Solution

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सही उत्तर विकल्प 4 है।

प्रमुख बिंदु

जिरह के दौरान तथा जब मामला प्रारंभिक, निर्विवाद या पर्याप्त रूप से सिद्ध हो, तो प्रमुख प्रश्न पूछने की अनुमति होती है।

  • BSA, 2023 की धारा 146 में निर्दिष्ट किया गया है कि जिरह में प्रमुख प्रश्न पूछे जा सकते हैं तथा प्रारंभिक, निर्विवाद मामलों के लिए मुख्य परीक्षा या पुनः परीक्षा के दौरान न्यायालय द्वारा भी इसकी अनुमति दी जा सकती है, या जब तथ्य पहले से ही पर्याप्त रूप से साबित हो चुके हों।
  • इससे यह सुनिश्चित होता है कि प्रमुख प्रश्नों का उपयोग उचित रूप से किया जाए तथा गवाह की गवाही पर अनुचित प्रभाव न पड़े।

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