Question
Download Solution PDFHVDC संचरण के लिए निम्नलिखित में से कौन सा गलत है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसंकल्पना:
HVDC संचरण:
- उच्च वोल्टता वाली दिष्ट धारा (HVDC) शक्ति प्रणालियाँ लंबी दूरियों पर थोक में शक्ति संचरण करने के लिए D.C. का प्रयोग करती है।
- लंबी दूरी में शक्ति संचरण करने के लिए, HVDC लाइनें कम महंगी होती हैं और इनमे AC संचरण की तुलना में हानि भी कम होती है।
- यह उन नेटवर्कों को आपस में जोड़ता है जिनकी आवृत्तियाँ और विशेषताएँ भिन्न होती हैं।
- HVDC संचरण केवल लंबी दूरी की संचरण लाइनों जिनकी लंबाई 600 किमी से अधिक होती है और भूमिगत केबलों की लंबाई 50 किमी से अधिक हो के लिए किफायती होती है।
HVDC संचरण के लाभ:
- इसमें कम संख्या में चालक और विद्युतरोधियों की आवश्यकता होती है जिससे समग्र प्रणाली की लागत कम हो जाती है।
- इसमें कला-दर-कला और भू-से-भू निकासी की आवश्यकता कम होती है।
- इनके टावर कम महंगे और सस्ते हैं।
- समान शक्ति की HVAC संचरण लाइनों की तुलना में इसकी कोरोना हानि कम होती है।
- DC के साथ शक्ति की हानि कम हो जाती है क्योंकि शक्ति संचरण के लिए लाइनों की आवश्यकता कम संख्या में होती है।
- HVDC प्रणाली भू-प्रतिगमन का उपयोग करती है। यदि एक ध्रुव में कोई खराबी आती है तो 'भू-प्रतिगमन' वाला दूसरा ध्रुव एक स्वतंत्र परिपथ की तरह व्यवहार करता है। इसके परिणामस्वरूप यह एक अधिक लचीली प्रणाली बन जाती है।
- HVDC एक HVDC संपर्क के माध्यम से जुड़े दो AC केंद्रों के बीच अतुल्यकालिक संयोजन के रूप में कार्य करता है, यानी, यह दो उपकेंद्रों को विभिन्न आवृत्तियों के साथ जोड़ता है।
- HVDC लाइन में आवृत्ति के अभाव के कारण प्रणाली में त्वचिक प्रभाव और सामीप्य प्रभाव जैसी हानियाँ नहीं होती हैं।
- यह किसी भी अभिक्रियाशील शक्ति को उत्पन्न या अवशोषित नहीं करता है। इसलिए, इसमें अभिक्रियाशील विद्युत मुआवजे की कोई आवश्यकता नहीं होती है।
- DC संपर्क के माध्यम से बहुत सटीक और दोषरहित शक्ति प्रवाहित होती है।
Important Points
HVDC संचरण की हानियाँ:
- परिवर्तक उपकेंद्र की आवश्यकता संचरण लाइनों के प्रेषक और संग्राही दोनों छोरों पर होती है, जिसके परिणामस्वरूप इसकी लागत बढ़ जाती है।
- प्रतिलोमक और दिष्टकारी टर्मिनल संन्नाद उत्पादित करते हैं जिसे सक्रीय फ़िल्टर का प्रयोग करके कम किया है जो बहुत महंगे भी होते हैं।
- परिवर्तक उपकेंद्रों में प्रयोग किये जाने वाले प्रतिलोमक में सीमित अतिभार क्षमता होती है।
- परिपथ वियोजक का प्रयोग परिपथ वियोजन के लिए HVDC में किया जाता है, जो बहुत महंगा भी होता है।
- इसमें वोल्टता स्तरों को परिवर्तित करने लिए परिणामित्र नहीं होते हैं।
HVDC और HVAC संचरण प्रणाली के बीच अंतर
HVDC संचरण प्रणाली |
HVAC संचरण प्रणाली |
न्यूनतम हनियां |
त्वचिक प्रभाव और कोरोना विसर्जन के कारण अधिक हानि होती है। |
बेहतर वोल्टता विनिमय और नियंत्रण क्षमता |
वोल्टता विनिमय और नियंत्रण क्षमता कम होती है। |
लंबी दूरियों में अधिक शक्ति संचरण |
HVDC प्रणाली की तुलना में शक्ति का न्यूनतम संचरण |
निम्न रोधन की आवश्यकता होती है। |
अधिक विद्युत् रोधन की आवश्यकता होती है। |
उच्च विश्वसनीयता |
निम्न विश्वसनीयता |
अतुल्यकालिक अंतःसंयोजन होने की संभावना होती है। |
अतुल्यकालिक अंतःसंयोजन संभव नहीं होता है। |
कुछ चालकों के कारण लाइन का मूल्य घट जाता है। |
लाइन का मूल्य अधिक होता है। |
टावर सस्ते, सरल और संकीर्ण होते हैं। |
HVDC की तुलना में टावर बड़े होते हैं। |
Last updated on May 9, 2025
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