Question
Download Solution PDFकिसी आदर्श लिखावट का जैसा का तैसा अनुकरण करना कहलाता है:
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFअनुलेखन का अर्थ है किसी के पीछे या बाद में लिखना। जैसे- प्रारम्भिक कक्षाओं में काॅपी में अध्यापक द्वारा दिये गये अक्षरों की बनावट का अनुकरण करना अथवा अध्यापक के लिखने के बाद श्यामपट्ट से जैसे का तैसा लिखना।
Important Points
लेखन के प्रकार- लेखन तीन प्रकार का होता है।
- अनुलेख- किसी आदर्श लिखावट का जैसा का तैसा अनुकरण, अनुलेख कहलाता है।
- प्रतिलेख- प्रतिलेख में छात्र स्वतंत्र रूप से किसी पुस्तक या पत्र-पत्रिका के किसी भाग का अनुकरण करके अपनी काॅपी में लिखता है।
- श्रुतिलेख- श्रुतिलेख सुना हुआ लेख है। इसमें अध्यापक बोलता जाता है और छात्र सुनकर बोली हुई सामग्री लिखता है।
Additional Information
लेखन शिक्षण विधियाँ-
- रूपरेखा अनुकरण विधि- इस विधि में शिक्षक काॅपी, श्यामपट्ट या सलेट पर चाॅक या पेंसिल से बिन्दु रखते हुए शब्द या वाक्य लिख देता है और छात्रों को उन निशानों पर पेंसिल या चाॅक फेरने को कहा जाता है।
- स्वतंत्र अनुकरण विधि- इस विधि में शिक्षक काॅपी, श्यामपट्ट या सलेट पर अक्षरों को लिख देता है तथा बालक अक्षरों को देखकर उसका अनुकरण करते हैं।
- माॅण्टेसरी विधि- माॅण्टेसरी ने लिखना सीखाने में आँख, कान, हाथ तीनों के प्रयोग पर बल दिया है।
- जेकाॅटाॅट विधि- इसमें शिक्षक बालकों द्वारा पढ़े वाक्यों को स्वयं लिखकर छात्रों को लिखने के लिए दे देता है।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि किसी आदर्श लिखावट का जैसा का तैसा अनुकरण करना अनुलेख कहलाता है।
Last updated on Jul 17, 2025
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