Question
Download Solution PDFबच्चों की भाषा इस बात के लिए पर्याप्त संकेत देती है कि -
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Detailed Solution
Download Solution PDFKey Points
- चाम्स्की के भाषा विज्ञान की शुरुआत उनकी पुस्तक सिंटैक्टिक स्ट्रक्चर्स से मानी जाती हैI
- इस पुस्तक के द्वारा चाम्स्की ने पूर्व स्थापित संरचनावादी भाषावैज्ञानिकों की मान्यताओं को चुनौती देकर ट्रांस्फोर्मेशनल ग्रामर की बुनियाद रखीI
- इस ग्रामर ने स्थापित किया कि शब्दों के समुच्यों का अपना व्याकरण होता है जिसे औपचरिक व्याकरण द्वारा निरुपित किया ज सकता है और खासकर संदर्भमुक्त व्याकरण द्वारा जिसे स्थानांतरण के नियमों द्वारा व्याख्यित किया ज सकता हैI
- उन्होंने माना की प्रत्येक मानव शिशु मे व्याकरण की संरचनाएँ एक अन्तर्निहित एवं जन्मजात खाका होता हैI जिसे सार्वभौमिक व्याकरण की संज्ञा दी गयीI
- भाषा के ज्ञान का औपचरिक व्याकरण द्वारा माॅडलिंग करने पर भाषा उत्पादकता के बारे मे काफी जानकारी प्राप्त की जा सकती है
- चाम्स्की प्राचीन भारतीय व्याकरण, पाणिनि के प्राचीन वंशानुगत व्याकरण (जेनेरेटिव ग्रामर) के नियमो के महत्व को भी स्वीकृत करते हैंI
अतः हम कह सकते हैं कि बच्चों की भाषा इस बात के लिए पर्याप्त संकेत देती है कि वे अपनी भाषा का व्याकरण जानते हैं।
Last updated on Apr 30, 2025
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