Question
Download Solution PDFभाषा के पाठ्यक्रम में कहानी का शैक्षणिक प्रयोग मुख्यतः इसलिए जरूरी है, क्योंकि इससे बच्चे
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्राथमिक स्तर की आरम्भिक कक्षाओं में बालक अपनी मातृभाषा बोलने में सहज होते हैं।
- छोटे बच्चों को कविता-कहानी सुनना पसंद होता है।
- कहानी-कविता को भाषा समझने का आधार बनाया जा सकता है, यदि कहानी-कविता को उचित हाव-भाव के साथ सुनाया जाये।
Key Points
प्राथमिक स्तर पर भाषा-शिक्षण के उद्देश्य-
- दुसरों की बात ध्यान व रुची से सुनना
- अपने अनुभव-संसार और कल्पना-संसार को बेझिझक और सहज ढंग से अभिव्यक्त करना।
- अलग-अलग संदर्भों में अपनी भाषा कहने की कोशिश करना।
- भाषा पठन में उच्चारण की स्पष्टता।
- स्तरानुसार कहानी, कविता को सुनने में रूची लेना और उन्हे मजे से कहना और सुनाना।
- हिंदी में सुनी गयी बात, कविता, खेल-गीत, कहानी आदि को अपने तरीके और अपनी भाषा में कहना, सुनना, लिखना व पढ़ना।
- चित्रों और संदर्भ के अनुसार अनुमान लगाते हुए पढ़ना चाहिए, इससे बच्चों की कल्पनाशक्ति का विकास होता है।
- चित्रों को स्वयं की अभिव्यक्ति का माध्यम बनाना।
- भाषा की लय और तुक की समझ होना तथा उसका प्रयोग करना।
- विभिन्न स्थितियों में भाषा का प्रभावी प्रयोग कर सकना।
- घर और विद्यालय की भाषा के बीच संबंध बनाना।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि भाषा के पाठ्यक्रम में कहानी का शैक्षणिक प्रयोग मुख्यतः इसलिए जरूरी है, क्योंकि इससे बच्चे उच्चारण-क्षमता का विकास करते हैं।
Last updated on Jul 11, 2025
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