Question
Download Solution PDFनिम्नलिखित में से कौन - सी बातें केशवदास के बारे में रामचंद्र शुक्ल ने कही हैं?
(1) केशव को कवि हृदय नहीं मिला था।
(2) उनमें वह सहृदयता और भावुकता भी न थी जो एक कवि में होनी चाहिए।
(3) वे संस्कृत साहित्य से सामग्री लेकर अपने पांडित्य और रचना कौशल की धाक जमाना चाहते थे।
(4) अपनी रचनाओं में उन्होंने (केशव ने) संस्कृत साहित्य की उक्तियों से परहेज किया है।
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Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDF1. केशव को कवि ह्रदय नहीं मिला था।
2. उनमें वह सह्रदयता और भावुकता भी न थी जो एक कवि में होनी चाहिए।
3. वे संस्कृत साहित्य से सामग्री लेकर अपने पांडित्य और रचना कौशल की धाक जमाना चाहते थे।
- ये ओरछा नरेश इंद्रजीत सिंह के आश्रित थे।
- आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने इन्हें कठिन काव्य का प्रेत कहा है।
- उनकी कृति रामचंद्रिका अपनी संवाद योजना के लिए प्रसिद्ध है।
- विश्वनाथ प्रसाद मिश्र, नगेंद्र, गणपति चंद्रगुप्त, भगीरथ मिश्र ने इन्हें रीतिकाल का प्रवर्तक माना है।
- रसिक प्रिया (1591 ई.)
- कवि प्रिया (1601 ई.)
- रामचंद्रिका (1601 ई.)
- रतन बावनी (1607 ई.)
- वीर सिंह देवचरित (1607 ई.)
- विज्ञान गीता (1610 ई.)
- जहांगीर जस चंद्रिका (1612 ई.)
- नखशिख
- छंदमाला
- बारहमासा
" केशव जी ने काव्य के सब अंगों का निरूपण शास्त्रीय पद्धति पर किया इसमें संदेह है नहीं है की काव्य रीति का सम्यक प्रतिपादन पहले पहल आचार्य केशव ने ही किया पर हिंदी में रीति ग्रंथो की अविरल और अखंडित परंपरा का प्रवाह केशव की कविप्रिया की पर्याय पचास वर्ष पीछे चला गया और वह भी एक भिन्न आदर्श को लेकर,केशव के आदर्श को लेकर नहीं!"
Last updated on May 25, 2025
-> BPSC Senior Secondary Teacher, BPSC TRE 4.0 is to be conducted in August, 2025.
-> CTET/STET-qualified candidates can appear for the BPSC TRE 4.0.
-> The Bihar Senior Secondary Teacher eligibility is PG + B.Ed./ B.El.ED + STET Paper-2 Pass.
-> The selection process includes a written exam. To boost your exam preparation, refer to the Bihar Senior Secondary Teacher Test Series.