कवि और रचना MCQ Quiz in हिन्दी - Objective Question with Answer for कवि और रचना - मुफ्त [PDF] डाउनलोड करें
Last updated on Mar 28, 2025
Latest कवि और रचना MCQ Objective Questions
Top कवि और रचना MCQ Objective Questions
कवि और रचना Question 1:
निम्न में कौन सा सही सुमेलित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 1 Detailed Solution
निम्न में संसद से सड़क तक - नागार्जुन सही सुमेलित नहीं है।
संसद से सड़क तक - धूमिल द्वारा लिखी गयी एक कविता है।
Key Pointsसुदामा पांडेय 'धूमिल(1958-1996)
- सुदामा पाण्डेय धूमिल हिंदी की समकालीन कविता के दौर के मील के पत्थर सरीखे कवियों में एक है।
- धूमिल की कविताओं में आजादी के सपनों के मोहभंग की पीड़ा और आक्रोश की सबसे सशक्त अभिव्यक्ति मिलती है।
- व्यवस्था जिसने जनता को छला है, उसको आइना दिखाना मानों धूमिल की कविताओं का परम लक्ष्य है।
धूमिल के तीन काव्य-संग्रह प्रकाशित हैं-
- संसद से सड़क तक-1972
- कल सुनना मुझे-1976
- सुदामा पांडे का प्रजातंत्र- 1984
नागार्जुन (1911- 1998)
- नागार्जुन हिन्दी और मैथिली के अप्रतिम लेखक और कवि थे।
- नागार्जुन अनेक भाषाओं के ज्ञाता तथा प्रगतिशील विचारधारा के साहित्यकार थे।
- नागार्जुन ने हिन्दी के अतिरिक्त मैथिली संस्कृत एवं बाङ्ला में मौलिक रचनाएँ भी कीं तथा संस्कृत, मैथिली एवं बाङ्ला से अनुवाद कार्य भी किया।
कविता-संग्रह-
- युगधारा -1953
- सतरंगे पंखों वाली -1959
- प्यासी पथराई आँखें -1962
- तालाब की मछलियाँ-1974
Additional Information
लेखक | रचनाएँ |
भवानी प्रसाद मिश्र (1914-1985) | गीत फरोश (कविता संग्रह) चकित है दुख (कविता संग्रह) गान्धी पंचशती (कविता संग्रह) बुनी हुई रस्सी (कविता संग्रह) |
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना (1927-1983) | पागल कुत्तों का मसीहा (लघु उपन्यास)–1977 (कथा-साहित्य) सोया हुआ जल (लघु उपन्यास)–1977 (कथा-साहित्य) कच्ची सड़क–1978 (कथा-साहित्य) अंधेरे पर अंधेरा–1980 (कथा-साहित्य) |
रघुवीर सहाय (1929-1990) | हँसो हँसो जल्दी हँसो (कविता संग्रह) रास्ता इधर से है (कहानी संग्रह) दिल्ली मेरा परदेश (निबंध संग्रह) |
कवि और रचना Question 2:
निम्न में से कौन-सी शेखर जोशी की रचना नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 2 Detailed Solution
शेखर जोशी की रचना नहीं है- नए पत्ते
- शेखर जोशी की रचना-
- साथ के लोग
- हलवाहा
- एक पेड़ की याद
Key Points
- नए पत्ते एक कविता संग्रह है।
- इसकी रचना सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ने की थी।
- इसका प्रकाशन वर्ष मार्च 1946 माना जाता है।
Important Pointsशेखर जोशी:-
- शेखर जोशी का जन्म उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के ओलिया गांव में सितम्बर सन् 1932 में हुआ था।
- शेखर जोशी का प्रारंभिक शिक्षा अजमेर और देहरादून में हुई थी।
अन्य प्रमुख रचनाएं:-
- कोसी का घटवार
- नौरंगी बीमार है
- मेरा पहाड़
- प्रतिनिधि कहानियां
- बिरादरी
- किस्सागो
- बच्चे का सपना
Additional Informationसूर्यकांत त्रिपाठी निराला की प्रमुख रचनाएं:-
- गीतिका (1936)
- अनामिका (1923)
- कुकुरमुत्ता (1942)
- परिमल (1930)
- तुलसीदास (1939)
कवि और रचना Question 3:
वीरेन डंगवाल को किस कृति के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 3 Detailed Solution
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
- उन्हें 'इसी दुनिया में' पर रघुवीर सहाय स्मृति पुरस्कार मिला। उन्हें श्रीकांत वर्मा स्मृति पुरस्कार और कविता के लिए शमशेर सम्मान भी प्राप्त हो चुका है। डंगवाल जी ने विपुल परिमाण में अनुवाद कार्य भी किए हैं ।
- तुर्की के महाकवि नाजिम हिकमत की कविताओं के अनुवाद उन्होंने 'पहल पुस्तिका' के रूप में किया।
- उन्होंने विश्वकविता से पाब्लो नेरुदा, वर्तोल्त ब्रेख्त, वास्को पोपा, मीरोस्लाव होलुब, तदेऊष रूजेविच आदि की कविताओं के अलावा कुछ आदिवासी लोक कविताओं के भी अनुवाद किए ।
- समसामयिक कवि वीरेन डंगवाल की कविताओं के संकलन 'दुष्चक्र में भ्रष्टा' से उनकी कविता 'हमारी नींद' यहाँ प्रस्तुत है।
- सुविधाभोगी आराम पसंद जीवन अथवा हमारी बेपरवाहियों के बाहर विपरीत परिस्थितियों से लगातार लड़ते हुए बढ़ते जानेवाले जीवन का चित्रण करती है यह कविता।
कवि और रचना Question 4:
'अभिव्यक्ति का संघर्ष' किस रचनाकार की रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 4 Detailed Solution
"अभिव्यक्ति का संघर्ष, शमशेर बहादुर सिंह" की रचना है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प शमशेर बहादुर सिंह सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- अभिव्यक्ति का संघर्ष शमशेर बहादुर सिंह की रचना है।
- इसका रचना वर्ष 1980 ईस्वी है।
- यह एक कविता संग्रह है।
- शमशेर बहादुर सिंह के कविता-संग्रह:-
- कुछ कविताएँ (1959)
- कुछ और कविताएँ (1961)
- चुका भी हूँ नहीं मैं (1975)
- इतने पास अपने (1980)
- उदिता : अभिव्यक्ति का संघर्ष (1980)
- बात बोलेगी (1981)
- काल तुझसे होड़ है मेरी (1988)
- कहीं बहुत दूर से सुन रहा हूँ (1995)
- सुकून की तलाश में (1998)
- सर्वेश्वर दयाल सक्सेना के काव्य:-
- तीसरा सप्तक - सं.अज्ञेय, (1959), काठ की घंटियां (1959), बांस का पुल (1963), एक सूनी नाव (1966), गर्म हवाएं (1966), कुआनो नदी (1973), जंगल का दर्द (1976), खूंटियों पर टंगे लोग (1982)
- कीर्ति चौधरी
- यह तीसरा सप्तक का हिस्सा हैं।
- तीसरा सप्तक’ (1959) के संपादक अज्ञेय ने 60 के दशक में प्रयाग नारायण त्रिपाठी, केदारनाथ सिंह, कुँवर नारायण, विजयदेव नारायण साही, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना और मदन वात्स्यायन जैसे साहित्यकारों के साथ कीर्ति चौधरी को भी तीसरा सप्तक का हिस्सा बनाया।
- कुंवर नारायण के कविता संग्रह:-
- चक्रव्यूह (1956), तीसरा सप्तक (1959),परिवेश : हम-तुम(1961), अपने सामने (1979), कोई दूसरा नहीं(1993),इन दिनों(2002), कविता के बहाने(1993)
कवि और रचना Question 5:
निम्न में से कौन - सी रचना के रचनाकार का नाम सही नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 5 Detailed Solution
"सीढ़ियों पर धूप में", "शमशेर बहादुर सिंह" की रचना नहीं है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (3) सीढ़ियों पर धूप में- शमशेर बहादुर सिंह सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
- सीढ़ियों पर धूप में रघुवीर सहाय की रचना है।
- इसका रचना वर्ष 1960 ईस्वी है।
Important Points
- दूसरा सप्तक, सीढ़ियों पर धूप में, आत्महत्या के विरुद्ध, हँसो हँसो जल्दी हँसो (कविता संग्रह), रास्ता इधर से है (कहानी संग्रह), दिल्ली मेरा परदेश और लिखने का कारण(निबंध संग्रह) रघुवीर सहाय की प्रमुख कृतियाँ हैं।
- धूमिल के तीन काव्य-संग्रह प्रकाशित हैं-
- संसद से सड़क तक
- कल सुनना मुझे
- सुदामा पांडे का प्रजातंत्र
- फूल नहीं रंग बोलते हैं का रचना वर्ष 1965 ईस्वी है।
- उस जनपद का कवि हूं का रचना वर्ष 1981 ईस्वी है।
कवि और रचना Question 6:
‘अकाल में सारस’ किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 6 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2 ‘केदारनाथ सिंह’ हैं। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
स्पष्टीकरण:
‘अकाल में सारस’ यह रचना उपरोक्त विकल्पों में से ‘केदारनाथ सिंह’ की है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। उनकी इस रचना को 1989 में हिन्दी साहित्य सम्मान प्रदान किया गया था।
केदारनाथ सिंह हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि व साहित्यकार थे। वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक के कवि रहे हैं। भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा उन्हें वर्ष 2013 का 49वां ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था।
अन्य विकल्प:
1. अशोक बाजपेयी – कहीं नहीं वहीं – 1994 का हिन्दी साहित्य सम्मान।
2. विष्णु प्रभाकर – अर्धनारीश्वर – 1993 का हिन्दी साहित्य सम्मान।
3. अमरकांत – इन्हीं हथियारों से – 2001 का हिन्दी साहित्य सम्मान।कवि और रचना Question 7:
'नेपथ्य में हँसी' और 'दो पंक्तियों के बीच' काव्य संग्रहों के रचयिता हैं :
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 7 Detailed Solution
'नेपथ्य में हँसी' और 'दो पंक्तियों के बीच' काव्य संग्रहों के रचयिता हैं : राजेश जोशी
Key Pointsराजेश जोशी-
- जन्म-1946-2014 ई.
- काव्य संग्रह-
- एक दिन बोलेंगे पेड़
- मिट्टी का चेहरा
- समरगाथा
- चाँद की वर्तनी आदि।
Important Pointsत्रिलोचन-
- जन्म-1917-2007 ई.
- मूल नाम-वासुदेव सिंह
- प्रगतिवादी कवि है।
- काव्य संग्रह-
- धरती(1945 ई.)
- गुलाब और बुलबुल(1956 ई.)
- दिगंत(1957 ई.)
- उस जनपद का कवि हूँ(1981) आदि।
केदारनाथ अग्रवाल-
- जन्म-1911-2000 ई.
- प्रमुख प्रगतिवादी कवि है।
- काव्य संग्रह-
- युग की गंगा(1947 ई.)
- फूल नहीं रंग बोलते हैं(1965 ई.)
- गुलमेहंदी(1978 ई.)
- पंख और पतवार(1979 ई.)
- अपूर्वा(1984 ई.) आदि।
केदारनाथ सिंह-
- जन्म-1934-2018 ई.
- तीसरा सप्तक(1959 ई.) के कवि है।
- काव्य संग्रह-
- अभी बिल्कुल अभी
- जमीन पक रही है
- अकाल में सारस
- बाघ आदि।
कवि और रचना Question 8:
'रूपतरंग' किसका काव्य संग्रह है ?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 8 Detailed Solution
'रूपतरंग' 'रामविलास शर्मा' का काव्य संग्रह है।
रूपतरंग-
- रचनाकार - रामविलास शर्मा
- विधा - काव्य
- प्रकाशन वर्ष - 1956 ई.
- सन् 1935 से 1956 के बीच लिखित कुछ कविताएँ।
Key Pointsरामविलास शर्मा-
- जन्म-1912-2000 ई.
- आधुनिक हिन्दी साहित्य के सुप्रसिद्ध आलोचक, निबंधकार, विचारक एवं कवि थे।
- रचनाएँ-
- बुद्ध वैराग्य तथा प्रारम्भिक कविताएँ (1977 ई.)
- सदियों के सोये जाग उठे (1988 ई.) आदि।
Important Pointsकेदारनाथ अग्रवाल-
- जन्म-1911-2000 ई.
- प्रगतिवादी कवि है।
- काव्य संग्रह-
- युग की गंगा(1947 ई.)
- फूल नहीं रंग बोलते हैं(1965 ई.)
- गुलमेहंदी(1978 ई.)
- पंख और पतवार(1979 ई.)
- अपूर्वा(1984 ई.) आदि।
सुमित्रानंदन पंत-
- जन्म-1900-1977 ई.
- छायावादी कवि है।
- काव्य संग्रह-
- ग्रन्थि(1920 ई.)
- पल्लव(1926 ई.)
- युगांत(1936 ई.)
- युगवाणी(1939 ई.)
- स्वर्ण किरण(1947 ई.)
- उत्तरा(1949 ई.) आदि।
गिरिजा कुमार माथुर-
- जन्म-1919-1994 ई.
- तार सप्तक(1943 ई.) के कवि है।
- काव्य संग्रह-
- नाश और निर्माण (1946 ई.)
- धूप के धान (1955 ई.)
- शिलापंख चमकीले (1961 ई.)
- छाया मत छूना मन (1978 ई.) आदि।
कवि और रचना Question 9:
निम्नांकित में से किस विकल्प में कविता और कवि सुमेलित नहीं हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 9 Detailed Solution
सही उत्तर 'संशय की एक रात - धर्मवीर भारती' है, जो सही नही हैं।
Key Points
- संशय की एक रात कविता के लेखक नरेश मेहता का हैं।
- इसका विषयः-
- इसमे राम के भीतर युद्ध के प्रति संशय पैदा कर एक आधुनिक मनुष्य की चिंता प्रकट की है, साथ ही इसमे राम के चरित्र की पुनर्रचना की है।
- नरेश मेहता की अन्य रचनाएँः-
- चीड बोलें, अरण्य, उत्तरकथा, एक समर्पित स्त्री, कितना अकेला आकाश चैत्य आदि।
Additional Information
रचनाकार | रचना |
जयशंकर प्रसाद | उर्वशी (1909), वन मिलन (1909), प्रेमराज्य (1909) अयोध्या का उद्धार (1910) आँसू (1925), लहर (1957) आदि। |
धर्मवीर भारती | ठंडा लोहा, सात गीत वर्ष, कुनप्रिया , सपना अभी आदि। |
अज्ञेय | भग्नदूत (1933) , चिंता (1942) , इत्यलम् (1942) हरी घास पर क्षण भर आदि। |
भवानी प्रसाद मिश्र | गीत फरोश (1956), चकित है दुख, बुनी हुई रस्सी, खुशबू के शिलालेख आदि। |
कवि और रचना Question 10:
निम्नलिखित में से कौन सा काव्य - संग्रह शमशेर बहादुर सिंह का नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 10 Detailed Solution
शमशेर बहादुर सिंह का काव्य -संग्रह नहीं है-आज अभी आँखों से
Key Points
- आज अभी आँखों से-
Important Pointsशमशेर बहादुर सिंह
- जन्म-1911-1993ई.
- दूसरा सप्तक(1951) के कवि थे|
- कविता संग्रह-
- कुछ कविताएँ-1959
- कुछ और कविताएँ -1961
- चुका भी हूँ नहीं मैं -1975
- इतने पास अपने- 1980
- बात बोलेगी - 1981
- काल तुझसे होड़ है मेरी -1988 आदि|
Additional Information
- "शमशेर कवियों के कवि है|"-अज्ञेय
- "समशेर मूड्स के कवी है विजन के नही|"-मलयज
- "उनके प्रेम में गहरी आसक्ति भी है और छायावाद पवित्र वायवियता भी|"-बच्चन सिंह