कवि और रचना MCQ Quiz - Objective Question with Answer for कवि और रचना - Download Free PDF
Last updated on Jun 19, 2025
Latest कवि और रचना MCQ Objective Questions
कवि और रचना Question 1:
गजानन माधव 'मुक्तिबोध' की कृति है
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर है - चाँद का मुँह टेढ़ा है
- 'चाँद का मुँह टेढ़ा' गजानंद माधव मुक्तिबोध द्वारा रचित लम्बी कविता है।
- प्रकाशन वर्ष - 1964
Key Points
रचना | रचनाकार | प्रकाशन वर्ष |
बलचनमा | नागार्जुन | 1952 |
कल सुनना मुझे | सुदामा पांडेय 'धूमिल' | 1977 |
संसद से सड़क तक | सुदामा पांडेय 'धूमिल' | 1972 |
Additional Informationगजानन माधव 'मुक्तिबोध' की प्रमुख रचनाएँ -
- चांद का मुँह टेढ़ा है
- भूरी भूरी खाक धूल (कविता संग्रह)
- काठ का सपना
- विपात्र
- सतह से उठता आदमी (कहानी संग्रह)
- कामायनी:एक पुनर्विचार
- नयी कविता का आत्मसंघर्ष
- नये साहित्य का सौन्दर्यशास्त्र(आखिर रचना क्यों),
- समीक्षा की समस्याएँ
- एक साहित्यिक की डायरी (आलोचनात्मक कृतियाँ)
- भारत:इतिहास और संस्कृति।
कवि और रचना Question 2:
वीरेन डंगवाल की कविता है-
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 2 Detailed Solution
वीरेन डंगवाल की कविता है- हमारी नींद
Key Points
- वीरेन डंगवाल की एक प्रसिद्ध कविता "हमारी नींद" है।
- इस कविता में, कवि ने नींद के महत्व और उसकी गहराई को दर्शाया है।
- यह कविता 'हमारी नींद' को वीरेन डंगवाल की काव्य संकलन 'दुष्चक्र में स्रष्टा' से लिया गया है।
Important Pointsवीरेन डंगवाल-
- (5 अगस्त 1947 - 28 सितंबर 2015)
- साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी कवि थे।
- प्रमुख रचनायें-
- इसी दुनिया में
- दुष्चक्र में स्रष्टा
- कवि ने कहा
- स्याही ताल
Additional Information
रचना | विधा | रचनाकार |
स्वदेशी | कविता | बद्रीनारायण चौधरी 'प्रेमघन' |
अक्षर-ज्ञान | कविता | अनामिका |
भारतमाता | कविता | सुमित्रा नंदन पंत |
कवि और रचना Question 3:
'रोटी और संसद' कविता का प्रकाशन वर्ष है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 3 Detailed Solution
'रोटी और संसद' कविता का प्रकाशन वर्ष है- 1976
Key Pointsरोटी और संसद -
- रचनाकार - सुदामा पाण्डेय 'धूमिल'
- विधा - कविता
- प्रकाशन वर्ष- 1976 ई.
- कविता - संग्रह - कल सुनना मुझे
- प्रमुख पंक्ति -
- एक आदमी
रोटी बेलता है
एक आदमी रोटी खाता है
एक तीसरा आदमी भी है
जो न रोटी बेलता है, न रोटी खाता है
वह सिर्फ़ रोटी से खेलता है
मैं पूछता हूँ--
'यह तीसरा आदमी कौन है ?'
मेरे देश की संसद मौन है।
- एक आदमी
Important Pointsसुदामा पांडेय धूमिल-
- जीवनकाल- 1936-1975 ई.
- जन्मस्थान- वाराणसी
- धूमिल के तीन काव्य-संग्रह प्रकाशित हैं-
- संसद से सड़क तक-1972
- कल सुनना मुझे-1976
- सुदामा पांडे का प्रजातंत्र- 1984
कवि और रचना Question 4:
'सुई और तागे के बीच में' कविता किस रचनाकार की है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 4 Detailed Solution
'सुई और तागे के बीच में' कविता रचनाकार की है- केदारनाथ सिंह
Key Pointsसुई और तागे के बीच में-
- रचनाकार- केदारनाथ सिंह
- विधा- काव्य
- प्रकाशन वर्ष- 1968 ई.
- विषय -
- वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक के कवि भी रहे।
- कविता में आधुनिक जीवन की विवशताओं का चित्रण किया गया है
- इस कविता में कवि ने मां का अपने बच्चे के लिए जो सम्पूर्ण जीवन का त्याग है उसी को उखेरा है।
Important Pointsकेदारनाथ सिंह-
- जन्म- 7 जुलाई 1934 - 19 मार्च 2018 ई०
- एक भारतीय कवि थे जिन्होंने हिंदी में लिखा।
- वे एक प्रख्यात आलोचक और निबंधकार भी थे।
- कविता संग्रह:
- अभी बिलकुल अभी,
- ज़मीन पक रही है,
- यहाँ से देखो,
- अकाल में सारस,
- बाघ,
- टॉलस्टॉय और साइकिल,
Additional Informationलीलाधर जगूड़ी-
- जन्म- 1 जुलाई, 1940
- एक भारतीय शिक्षक, पत्रकार और हिंदी साहित्य के कवि हैं।
- काव्य-संग्रह
- शंखमुखी शिखरों पर
- इस यात्रा में
- रात अब भी मौजूद है
- अनुभव के आकाश में चाँद
- महाकाव्य के बिना
- ईश्वर की अध्यक्षता में
- बची हुई पृथ्वी आदि।
मंगलेश डबराल-
- जन्म- 1948 - 2020 ई०
- समकालीन हिन्दी कवियों में सबसे चर्चित नाम हैं।
- काव्य संग्रह-
- पहाड़ पर लालटेन
- घर का रास्ता
- हम जो देखते हैं
- आवाज भी एक जगह है
- नये युग में शत्रु
कुमार अम्बुज-
- जन्म- 13 अप्रैल 1957 ई०
- हिन्दी के सुप्रसिद्ध, चर्चित कवि हैं।
- कविता संग्रह-
- किवाड़ (1992)
- क्रूरता (1996)
- अनंतिम (1998)
- अतिक्रमण (2002)
- अमीरी रेखा (2011)।
कवि और रचना Question 5:
'संगतकार' रचना किस विधा से संबंधित है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 5 Detailed Solution
सही उत्तर है- कविता
Key Pointsसंगतकार-
- रचनाकार- मंगलेश डबराल
- विधा- कविता
- विषय-
- प्रस्तुत कविता 'संगतकार' में मुख्य गायक का साथ देने वाले संगतकार की भूमिका बताती है।
- हम समाज और इतिहास में देख सकते हैं, ऐसे अनेक प्रसंगों में नायक की सफलता में अनेक लोगों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।
- कहने का भाव यह है कि प्रत्येक व्यक्ति का अपना महत्त्व है और सामने न आना उनकी कमजोरी नहीं, मानवीयता है।
- संगतकार की भूमिका को पहचानकर कवि ने उसकी महत्ता को कविता के माध्यम से प्रस्तुत किया है।
- वास्तव में यह कविता नये कवियों को नवीन विषय पर कविता लिखने के लिए प्रेरित करती है।
Important Pointsमंगलेश डबराल-
- जन्म- 1948 - 2020 ई०
- समकालीन हिन्दी कवियों में सबसे चर्चित नाम हैं।
- काव्य संग्रह-
- पहाड़ पर लालटेन
- घर का रास्ता
- हम जो देखते हैं
- आवाज भी एक जगह है
- नये युग में शत्रु
- गद्य संग्रह-
- लेखक की रोटी
- कवि का अकेलापन
- यात्रावृत्त-
- एक बार आयोवा
Top कवि और रचना MCQ Objective Questions
'संशय की एक रात' किस कवि की कृति है ?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF'संशय की एक रात' नरेश मेहता की कृति है,अन्य विकल्प असंगत है, अत: विकल्प 3 'नरेश मेहता' सही उत्तर होगा।
Key Points
'संशय की एक रात' में कवि ने राम के भीतर युद्ध के प्रति संशय पैदा कर एक आधुनिक मनुष्य की चिन्ता प्रकट की है, राम के चरित्र की पुनर्रचना की है, जिसकी सम्भावना राम के चरित्र में है और निश्चय ही यह कृति हिन्दी साहित्य की उपलब्धि है।
Additional Information
अज्ञेय |
आंगन के पार द्वार, कितनी नावों में कितनी बार, सागर-मुद्रा, सुनहरे शैवाल और सागर मुद्रा |
नरेन्द्र शर्मा |
प्रवासी के गीत, मिट्टी और फूल, अग्निशस्य, मनोकामिनी |
केसरी कुमार |
'साहित्य के नए धरातल', 'शंकाएं और दिशाएं', 'भारतेंदु और उनके नाटक', 'हिंदी के कहानीकार', 'प्रसाद और उनके नाटक', 'निवेदिता', 'स्मृतियों में अब भी' |
Important Points
- ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हिन्दी के यशस्वी कवि श्री नरेश मेहता उन शीर्षस्थ लेखकों में हैं जो भारतीयता की अपनी गहरी दृष्टि के लिए जाने जाते हैं।
- नरेश मेहता ने आधुनिक कविता को नयी व्यंजना के साथ नया आयाम दिया।
“उत्तर कबीर" पर व्यास सम्मान पाने वाले रचनाकार है:
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF- उत्तर कबीर रचना हिन्दी के प्रसिद्ध रचनाकार केदारनाथ सिंह की है, जिसके लिए उन्हें वर्ष 1997 में व्यास सम्मान से भी सम्मानित किया गया। अत: सही विकल्प 2) केदारनाथ सिंह ही होगा।
- केदार नाथ सिंह जी की अन्य महत्वपूर्ण रचनाएँ-
- अभी बिलकुल अभी
- जमीन पक रही है
- यहाँ से देखो
- उत्तर कबीर
Additional Information
'गीतफरोश' कविता के रचनाकार हैं -
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDF'गीतफरोश' कविता के रचनाकार हैं -भवानीप्रसाद मिश्र।
गीत फरोश-
- रचनाकार-भवानीप्रसाद मिश्र
- प्रकाशन वर्ष -1956 ई.
- विधा- काव्य संग्रह
- विषय -
- कवि ने अपने फ़िल्मी जीवन के बिताये हुए पलों को कविता के माध्यम से व्यक्त किया है।
Key Pointsभवानीप्रसाद मिश्र-
- जन्म -19131985 ई.
- ये गांधीवादी विचारधारा के कवि है।
- मुख्य रचनाएँ-
- चकित है दुख(1968 ई.), खुशबू के शिलालेख(1973 ई.), अनाम तुम आते हो(1979 ई.), कालजयी(1980 ई.) आदि।
Important Pointsशमशेर बहादुर सिंह
- जन्म-1911-1993ई.
- दूसरा सप्तक(1951 ई.) के कवि रहे है।
- काव्य संग्रह-
- कुछ कविताएँ(1959 ई.), कुछ और कविताएँ (1961 ई.), चुका भी हूँ नहीं मैं(1975 ई.), इतने पास अपने(1980 ई.), बात बोलेगी(1981 ई.), काल तुझसे होड़ है मेरी(1988 ई.) आदि।
गिरिजाकुमार माथुर-
- जन्म-1919-1994 ई.
- तार सप्तक(1943 ई.) के कवि रहे है।
- काव्य संग्रह-
- धुप के धान(1955 ई.), शिलापंख चमकीले(1961 ई.), छाया मत चूना मन(1978 ई.), मैं वक्त के हूँ सामने(1990 ई.) आदि।
धर्मवीर भारती-
- जन्म-1926-1997 ई.
- दूसरा सप्तक(1951 ई.) के कवि रहे है।
- काव्य संग्रह-
- ठंडा लोहा(1952 ई.), कनुप्रिया(1959 ई.), सात गीत वर्ष(1959 ई.), देशांतर(1960 ई.) आदि।
Additional Informationगीत फरोश कविता की पंक्तियाँ-
- जी हाँ हुज़ूर, मैं गीत बेचता हूँ,
मैं तरह-तरह के गीत बेचता हूँ,
मैं क़िसिम-क़िसिम के गीत बेचता हूँ!
"जमीन पक रही है" किसका कविता संग्रह है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDF- सही उत्तर विकल्प 4 है।
- "जमीन पक रही है" संग्रह केदारनाथ सिंह का है।
- नई कविता के कवि
- बिम्ब को महत्व
- चर्चित कविता - अनागत, फर्क नहीं पड़ता
- अन्य संग्रह -
- अभी बिल्कुल अभी
- जमीन पक रही है
- यहां से देखो
- अकाल में सारस
- नागार्जुन के कविता संग्रह -
- युगधारा (1953)
- सतरंगे पंखों वाली (1959)
- भस्मांकुर (1971)
- खिचड़ी विप्लव देखा हमने (1980)
- तुमने कहा था (1980)
- नरेश मेहता के कविता संग्रह -
- चैत्या
- अरण्या
- आखिर समुद्र से तात्पर्य
- संशय की एक रात
- केदारनाथ अग्रवाल के कविता संग्रह -
- नींद के बादल (1947)
- फूल नहीं रंग बोलते हैं (1965)
- गुल मेहंदी (1978)
- पंख और पतवार (1979)
- हे मेरी तुम (1981)
- कहें केदार खरी खरी (1983)
- जो शिलाएं तोड़ते हैं (1985)
Key Points
Important Points
'सीढ़ियों पर धूप में' किसका काव्य संग्रह है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF- 'सीढ़ियों पर धूप में ' रघुवीर सहाय ' का काव्य संग्रह है
- मनुष्य जीवन की नियति को उसके समूचे विस्तार में देखना और प्रासंगिक बनाए रखना रघुवीर सहाय के कवि कर्म का केन्द्रीय तत्व है - रामस्वरूप चतुर्वेदी
- 'सीढ़ियों पर धूप में ' संकलित कविताओं में रोमानियत का प्रभाव है
- रघुवीर सहाय (1929 - 1990) की अन्य काव्य कृतियाँ हैं - आत्महत्या के विरुद्ध (1967 ई.) , हँसो - हँसो जल्दी हँसो (1975 ई.) , लोग भूल गए हैं (1982 ई.) , कुछ पते कुछ चिट्ठियां (1989 ई.) , एक समय था (1994 ई.)
Key Points
सायें में धूप ग़ज़ल संग्रह किस रचनाकार का है:-
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF"साए में धूप" काव्य कृति दुष्यंत कुमार की है। अतः विकल्पों में से विकल्प (2) दुष्यंत कुमार सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।Key Points
- साए में धूप दुष्यंत कुमार की रचना है।
- इसका रचना वर्ष 1975 ईस्वी है।
- विधा:- गज़ल
- Important Points
- दुष्यंत कुमार की ग़ज़लों में ग़रीबों के प्रति सहानुभूति साफ़ झलकती है। उनकी मज़बूरियों को वह अपनी ग़ज़लों में स्थान देते हैं।
- दुष्यंत कुमार की रचनाएं:-
- काव्य नाटकएक:- कंठ विषपायी
- नाटक:- और मसीहा मर गया
- काव्य संग्रह:- सूर्य का स्वागत (1957), आवाज़ों के घेरे (1963), जलते हुए वन का बसंत
- उपन्यास:- छोटे-छोटे सवाल, आँगन में एक वृक्ष, दुहरी जिंदगी
- लघुकथाएँ:- मन के कोण
- ग़ज़ल संग्रह:- साये में धूप
- रघुवीर सहाय के काव्य संग्रह
- सीढ़ियों पर धूप में (1960), आत्महत्या के विरुद्ध (1967), हंसो हंसो जल्दी हंसो (1975), लोग भूल गए हैं (1982), कुछ पते कुछ चिट्ठियां (1989) एक समय था
- नरेश मेहता के काव्य संग्रह
- वन पाखी सुनो, मेरा समर्पित एकांत, चैत्या, उत्सवा
- धर्मवीर भारती के काव्य:-
- ठंडा लोहा (1952), अंधा युग (1955), कनुप्रिया (1959), सात गीत वर्ष (1959), देशांतर
'साखी' किस कवि का काव्य-संग्रह है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDF"साखी", "विजय देवनारायण साही" की रचना है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (4) विजयदेव नारायण साही सही है तथा अन्य विकल्प संगत हैं।
Key Points
- साखी का प्रकाशन वर्ष 1982 है।
- यह विजयदेव नारायण साही के मरणोपरांत प्रकाशित हुई थी।
- जो कविता "तीसरा सप्तक" और "साखी" में ना आ पाई उन कविताओं को "संवाद तुमसे" में शामिल कर प्रकाशित किया गया।
- विजयदेव नारायण साही (1924-1982) तीसरा सप्तक के कवि हैं।
- मछलीघर उनके जीवन-काल में प्रकाशित एकमात्र पुस्तक थी।
- उनका सर्वाधिक प्रसिद्ध लम्बा निबन्ध "लघु मानव के बहाने हिन्दी कविता पर एक बहस (छायावाद से अज्ञेय तक)" है।
विजयदेव नारायण साही की काव्य रचनाएं व आलोचना निम्नलिखित हैं:-
काव्य रचना |
रचना वर्ष |
आलोचना |
रचना वर्ष |
तीसरा सप्तक |
1958 |
जायसी |
1983 |
मछलीघर |
1966 |
साहित्य और साहित्यकार का दायित्व |
1987 |
साखी |
1983 |
छठवाँ दशक |
1987 |
संवाद तुमसे |
1990 |
साहित्य क्यों? |
1988 |
आवाज़ हमारी जाएगी |
1995 |
वर्धमान और पतनशील |
1991 |
Additional Information
केदारनाथ सिंह |
कुंवर नारायण |
मलयज |
|||
काव्य रचना |
रचना वर्ष |
काव्य रचना |
रचना वर्ष |
काव्य रचना |
रचना वर्ष |
अभी बिल्कुल अभी |
1960 |
चक्रव्यूह |
1956 |
जख्म पर धूल |
1971 |
जमीन पक रही है |
1980 |
तीसरा सप्तक |
1959 |
||
यहाँ से देखो |
1983 |
परिवेश : हम-तुम |
1961 |
अपने होने को प्रकाशित करता हुआ |
1980 |
बाघ |
1996 |
अपने सामने |
1979 |
||
अकाल में सारस |
1988 |
कोई दूसरा नहीं |
1993 |
||
कबीर और अन्य कविताएँ |
1995 |
इन दिनों |
2002 |
||
तालस्ताय और साइकिल |
2005 |
कविता के बहाने |
1993 |
||
सृष्टि पर पहरा |
2014 |
“नाटक जारी है" कि विधा की रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDF'नाटक जारी है 'एक काव्य संग्रह है, अत: यहाँ सही विकल्प 4) कविता ही होगा।
इस काव्य संग्रह के लेखक "लीलाधर जगूड़ी" है।
"लीलाधर जगूड़ी" के प्रमुख काव्य संग्रह:-
- शंखमुखी शिखरों पर
- नाटक जारी है
- इस यात्रा में, रात अब भी मौजूद है
- बची हुई पृथ्वी,
- घबराए हुए शब्द
- भय भी शक्ति देता है
धर्मवीर भारती के सन्दर्भ में क्या सही नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDF- सही उत्तर विकल्प 1 होगा।
- "धर्मवीर भारती स्वातंत्र्य के विरोधी कवि हैं" यह कथन यहाँ गलत है। Key Points
- आधुनिक लेखक और विचारक
- गुनाहों का देवता उपन्यास में किशोर भावुकता का परिचय
- कहानियों और कविताओं में मिथकीय संदर्भ
- काव्य रचनाएँ : ठंडा लोहा, सात गीत, वर्ष कनुप्रिया, सपना अभी भी, आद्यन्त
- उपन्यास : गुनाहों का देवता, सूरज का सातवां घोड़ा, ग्यारह सपनों का देश, प्रारंभ व समापन
- निबंध : ठेले पर हिमालय, पश्यंती
- पद्य नाटक : अंधा युग
- पद्मश्री से सम्मानित
- धर्मयुग पत्रिका का संपादन
Additional Information
सूची - 1 में दिए गए कवियों को सूची - 2 में दिए कविता - संग्रहों से सुमेलित कीजिए:
सूची - 1 |
सूची – 2 |
A. रघुवीर सहाय |
I. काठ की घंटियाँ |
B. केदारनाथ सिंह |
II. आत्महत्या के विरूद्ध |
C. कुँवर नारायण |
III. आत्मजयी |
D. सर्वेश्वर दयाल सक्सेना |
IV. जमीन पक रही है |
नीचे दिए गए विकल्पों मे से सही उत्तर चुनिए:
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFकवि और उनके कविता संग्रह-4) A-II,B-IV,C-III,D-I है।
Key Points
सूची - 1 |
सूची – 2 |
A. रघुवीर सहाय |
II.आत्महत्या के विरूद्ध |
B. केदारनाथ सिंह |
IV.जमीन पक रही है |
C. कुंवरनारायण |
III.आत्मजयी |
D. सर्वेश्वर दयाल सक्सेना |
I.काठ की घंटिया |
Important Points
- रघुवीर सहाय को कविता संग्रह 'लोग भूल गए हैं' के लिए 1984 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- केदारनाथ सिंह की प्रमुख कृतियां-‘जमीन पक रही है',‘यहां से देखो’,‘उत्तर कबीर’,‘टालस्टॉय और साइकिल’और ‘बाघ’,‘कल्पना और छायावाद’,‘आधुनिक हिंदी कविता में बिंबविधान’और ‘मेरे समय के शब्द’ हैं।
- नयी कविता आन्दोलन के सशक्त हस्ताक्षर कुँवर नारायण अज्ञेय द्वारा संपादित तीसरा सप्तक(1959) के प्रमुख कवियों में रहे हैं।
- सर्वेश्र्वरदयाल सक्सेना की संपूर्ण गद्य रचनाओं को चार खण्डों में किताबघर दिल्ली ने छापा है।
Additional Information
- आत्महत्या के विरूद्ध कविता संग्रह में 'रघुवीर सहाय' ने प्रकृति के नाना दृश्यों का वर्णन किया है।
- 'जमीन पक रही है' का प्रकाशन वर्ष 1980 है।
- कुंवरनारायण का प्रथम काव्य संग्रह चक्रव्यूह नाम से प्रकाशित हुआ।
- 1982 में दयाल सक्सेना जी प्रमुख बाल पत्रिका पराग के सम्पादक बने।