नई कविता MCQ Quiz - Objective Question with Answer for नई कविता - Download Free PDF
Last updated on Jun 17, 2025
Latest नई कविता MCQ Objective Questions
नई कविता Question 1:
वीरेन डंगवाल की कविता है-
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 1 Detailed Solution
वीरेन डंगवाल की कविता है- हमारी नींद
Key Points
- वीरेन डंगवाल की एक प्रसिद्ध कविता "हमारी नींद" है।
- इस कविता में, कवि ने नींद के महत्व और उसकी गहराई को दर्शाया है।
- यह कविता 'हमारी नींद' को वीरेन डंगवाल की काव्य संकलन 'दुष्चक्र में स्रष्टा' से लिया गया है।
Important Pointsवीरेन डंगवाल-
- (5 अगस्त 1947 - 28 सितंबर 2015)
- साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी कवि थे।
- प्रमुख रचनायें-
- इसी दुनिया में
- दुष्चक्र में स्रष्टा
- कवि ने कहा
- स्याही ताल
Additional Information
रचना | विधा | रचनाकार |
स्वदेशी | कविता | बद्रीनारायण चौधरी 'प्रेमघन' |
अक्षर-ज्ञान | कविता | अनामिका |
भारतमाता | कविता | सुमित्रा नंदन पंत |
नई कविता Question 2:
'रोटी और संसद' कविता का प्रकाशन वर्ष है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 2 Detailed Solution
'रोटी और संसद' कविता का प्रकाशन वर्ष है- 1976
Key Pointsरोटी और संसद -
- रचनाकार - सुदामा पाण्डेय 'धूमिल'
- विधा - कविता
- प्रकाशन वर्ष- 1976 ई.
- कविता - संग्रह - कल सुनना मुझे
- प्रमुख पंक्ति -
- एक आदमी
रोटी बेलता है
एक आदमी रोटी खाता है
एक तीसरा आदमी भी है
जो न रोटी बेलता है, न रोटी खाता है
वह सिर्फ़ रोटी से खेलता है
मैं पूछता हूँ--
'यह तीसरा आदमी कौन है ?'
मेरे देश की संसद मौन है।
- एक आदमी
Important Pointsसुदामा पांडेय धूमिल-
- जीवनकाल- 1936-1975 ई.
- जन्मस्थान- वाराणसी
- धूमिल के तीन काव्य-संग्रह प्रकाशित हैं-
- संसद से सड़क तक-1972
- कल सुनना मुझे-1976
- सुदामा पांडे का प्रजातंत्र- 1984
नई कविता Question 3:
कविता 'मोचीराम' की शुरुआती पंक्तियों को सही क्रम में व्यवस्थित करें-
(A) बाबूजी सच कहूँ—मेरी निगाह में
(B) और फिर
(C) राँपी से उठी हुई आँखों ने मुझे
(D) जैसे पतियाए हुए स्वर में
(E) क्षण-भर टटोला
नीचे दिए गए विकल्पों के आधार पर सही विकल्प का चयन कीजिए-
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है- C, E, B, D, A
- कविता की शुरुआत पंक्ति C से होती है: "राँपी से उठी हुई आँखों ने मुझे"।
- इसके बाद E: "क्षण-भर टटोला"।
- फिर B: "और फिर"।
- इसके बाद D: "जैसे पतियाए हुए स्वर में"।
- अंत में A: "बाबूजी सच कहूँ—मेरी निगाह में"।
नई कविता Question 4:
'मोचीराम' कविता में मोची का मुख्य भाव क्या व्यक्त करता है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर है- हर व्यक्ति को उसकी मानवीय गरिमा के साथ देखने की संवेदनशीलता।
- मोची कहता है, "मेरी निगाह में न कोई छोटा है न कोई बड़ा है," जो समानता के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
- वह जूतों के पीछे "एक अदद आदमी" को देखता है, जो उसकी संवेदनशीलता और मानवीय गरिमा के प्रति सम्मान को दिखाता है।
नई कविता Question 5:
कविता में पंक्ति "जूता क्या है—चकतियों की थैली है" का क्या अर्थ है?
(A) जूता केवल एक फैशनेबल वस्तु है।
(B) जूता टूटा-फूटा और बेकार हो चुका है, जो व्यक्ति की गरीबी को दर्शाता है।
(C) जूता एक महँगा और मूल्यवान सामान है।
(D) जूता व्यक्ति की सामाजिक स्थिति को परिभाषित करता है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए-
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 5 Detailed Solution
सही उत्तर है- (B) जूता टूटा-फूटा और बेकार हो चुका है, जो व्यक्ति की गरीबी को दर्शाता है।
Key Points
भाव-
- पंक्ति "जूता क्या है—चकतियों की थैली है" एक ऐसे जूते का वर्णन करती है जो पूरी तरह से घिसा हुआ और टुकड़ों में बँटा है, जिसे "चेचक ने चुग लिया" व्यक्ति पहनता है।
- यह गरीबी, अभाव, और कठिन जीवन की स्थिति को दर्शाता है, जैसा कि कविता में व्यक्ति की "उम्मीद को तरह देती हुई हँसी" से स्पष्ट है।
Important Pointsमोचीराम -
- रचनाकार - सुदामा पाण्डेय 'धूमिल'
- विधा - कविता
- कविता - संग्रह - संसद से सड़क तक
- प्रमुख पंक्ति -
- मुझे हर वक्त यह खयाल रहता है कि
जूते और पेशे के बीच
कहीं-न-कहीं एक अदद आदमी है
- मुझे हर वक्त यह खयाल रहता है कि
- जो वह सोचता कि पेशा एक जाति है
और भाषा पर
आदमी का नहीं,किसी जाति का अधिकार है
Additional Informationसुदामा पांडेय धूमिल-
- जीवनकाल- 1936-1975 ई.
- जन्मस्थान- वाराणसी
- धूमिल के तीन काव्य-संग्रह प्रकाशित हैं-
- संसद से सड़क तक-1972
- कल सुनना मुझे-1976
- सुदामा पांडे का प्रजातंत्र- 1984
Top नई कविता MCQ Objective Questions
'संशय की एक रात' किस कवि की कृति है ?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF'संशय की एक रात' नरेश मेहता की कृति है,अन्य विकल्प असंगत है, अत: विकल्प 3 'नरेश मेहता' सही उत्तर होगा।
Key Points
'संशय की एक रात' में कवि ने राम के भीतर युद्ध के प्रति संशय पैदा कर एक आधुनिक मनुष्य की चिन्ता प्रकट की है, राम के चरित्र की पुनर्रचना की है, जिसकी सम्भावना राम के चरित्र में है और निश्चय ही यह कृति हिन्दी साहित्य की उपलब्धि है।
Additional Information
अज्ञेय |
आंगन के पार द्वार, कितनी नावों में कितनी बार, सागर-मुद्रा, सुनहरे शैवाल और सागर मुद्रा |
नरेन्द्र शर्मा |
प्रवासी के गीत, मिट्टी और फूल, अग्निशस्य, मनोकामिनी |
केसरी कुमार |
'साहित्य के नए धरातल', 'शंकाएं और दिशाएं', 'भारतेंदु और उनके नाटक', 'हिंदी के कहानीकार', 'प्रसाद और उनके नाटक', 'निवेदिता', 'स्मृतियों में अब भी' |
Important Points
- ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हिन्दी के यशस्वी कवि श्री नरेश मेहता उन शीर्षस्थ लेखकों में हैं जो भारतीयता की अपनी गहरी दृष्टि के लिए जाने जाते हैं।
- नरेश मेहता ने आधुनिक कविता को नयी व्यंजना के साथ नया आयाम दिया।
“उत्तर कबीर" पर व्यास सम्मान पाने वाले रचनाकार है:
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF- उत्तर कबीर रचना हिन्दी के प्रसिद्ध रचनाकार केदारनाथ सिंह की है, जिसके लिए उन्हें वर्ष 1997 में व्यास सम्मान से भी सम्मानित किया गया। अत: सही विकल्प 2) केदारनाथ सिंह ही होगा।
Additional Information
- केदार नाथ सिंह जी की अन्य महत्वपूर्ण रचनाएँ-
- अभी बिलकुल अभी
- जमीन पक रही है
- यहाँ से देखो
- उत्तर कबीर
'गीतफरोश' कविता के रचनाकार हैं -
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDF'गीतफरोश' कविता के रचनाकार हैं -भवानीप्रसाद मिश्र।
गीत फरोश-
- रचनाकार-भवानीप्रसाद मिश्र
- प्रकाशन वर्ष -1956 ई.
- विधा- काव्य संग्रह
- विषय -
- कवि ने अपने फ़िल्मी जीवन के बिताये हुए पलों को कविता के माध्यम से व्यक्त किया है।
Key Pointsभवानीप्रसाद मिश्र-
- जन्म -19131985 ई.
- ये गांधीवादी विचारधारा के कवि है।
- मुख्य रचनाएँ-
- चकित है दुख(1968 ई.), खुशबू के शिलालेख(1973 ई.), अनाम तुम आते हो(1979 ई.), कालजयी(1980 ई.) आदि।
Important Pointsशमशेर बहादुर सिंह
- जन्म-1911-1993ई.
- दूसरा सप्तक(1951 ई.) के कवि रहे है।
- काव्य संग्रह-
- कुछ कविताएँ(1959 ई.), कुछ और कविताएँ (1961 ई.), चुका भी हूँ नहीं मैं(1975 ई.), इतने पास अपने(1980 ई.), बात बोलेगी(1981 ई.), काल तुझसे होड़ है मेरी(1988 ई.) आदि।
गिरिजाकुमार माथुर-
- जन्म-1919-1994 ई.
- तार सप्तक(1943 ई.) के कवि रहे है।
- काव्य संग्रह-
- धुप के धान(1955 ई.), शिलापंख चमकीले(1961 ई.), छाया मत चूना मन(1978 ई.), मैं वक्त के हूँ सामने(1990 ई.) आदि।
धर्मवीर भारती-
- जन्म-1926-1997 ई.
- दूसरा सप्तक(1951 ई.) के कवि रहे है।
- काव्य संग्रह-
- ठंडा लोहा(1952 ई.), कनुप्रिया(1959 ई.), सात गीत वर्ष(1959 ई.), देशांतर(1960 ई.) आदि।
Additional Informationगीत फरोश कविता की पंक्तियाँ-
- जी हाँ हुज़ूर, मैं गीत बेचता हूँ,
मैं तरह-तरह के गीत बेचता हूँ,
मैं क़िसिम-क़िसिम के गीत बेचता हूँ!
"जमीन पक रही है" किसका कविता संग्रह है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDF- सही उत्तर विकल्प 4 है।
- "जमीन पक रही है" संग्रह केदारनाथ सिंह का है।
Key Points
- नई कविता के कवि
- बिम्ब को महत्व
- चर्चित कविता - अनागत, फर्क नहीं पड़ता
Important Points
- अन्य संग्रह -
- अभी बिल्कुल अभी
- जमीन पक रही है
- यहां से देखो
- अकाल में सारस
- नागार्जुन के कविता संग्रह -
- युगधारा (1953)
- सतरंगे पंखों वाली (1959)
- भस्मांकुर (1971)
- खिचड़ी विप्लव देखा हमने (1980)
- तुमने कहा था (1980)
- नरेश मेहता के कविता संग्रह -
- चैत्या
- अरण्या
- आखिर समुद्र से तात्पर्य
- संशय की एक रात
- केदारनाथ अग्रवाल के कविता संग्रह -
- नींद के बादल (1947)
- फूल नहीं रंग बोलते हैं (1965)
- गुल मेहंदी (1978)
- पंख और पतवार (1979)
- हे मेरी तुम (1981)
- कहें केदार खरी खरी (1983)
- जो शिलाएं तोड़ते हैं (1985)
धूमिल ने 'रोटी और संसद' कविता में कितने आदमियों का जिक्र किया है ?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFधूमिल ने 'रोटी और संसद' कविता में- 4)तीन आदमियों का जिक्र किया है।
Important Points
- सुदामा पांडेय ‘धूमिल’ का जन्म 9 नवंबर 1936 को उत्तर-प्रदेश वाराणसी के निकट गाँव खेवली में हुआ था।
- हिंदी की समकालीन कविता के दौर के मील के पत्थर सरीखे कवियों में एक है।
- उनकी कृति ‘कल सुनना मुझे’ के लिए उन्हें बाद में साहित्य अकादमी पुरुस्कार से भी नवाज़ा गया।
- इनके तीन काव्य-संग्रह प्रकाशित हैं-
- संसद से सड़क तक(1972)
- कल सुनना मुझे(1974)
- सुदामा पांडेय का प्रजातंत्र(1984)
Additional Information
- 'रोटी और संसद' की कुछ पंक्तियाँ-
एक आदमी
रोटी बेलता है
एक आदमी रोटी खाता है
एक तीसरा आदमी भी है
- धूमिल ने जनतंत्र की क्रांति को शब्द दिए हैं।
- इनकी लेखनी जो लगभग 5 दशक पहले ही आज की सच्चाई लिख गयी।
'सीढ़ियों पर धूप में' किसका काव्य संग्रह है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF- 'सीढ़ियों पर धूप में ' रघुवीर सहाय ' का काव्य संग्रह है
- मनुष्य जीवन की नियति को उसके समूचे विस्तार में देखना और प्रासंगिक बनाए रखना रघुवीर सहाय के कवि कर्म का केन्द्रीय तत्व है - रामस्वरूप चतुर्वेदी
Key Points
- 'सीढ़ियों पर धूप में ' संकलित कविताओं में रोमानियत का प्रभाव है
- रघुवीर सहाय (1929 - 1990) की अन्य काव्य कृतियाँ हैं - आत्महत्या के विरुद्ध (1967 ई.) , हँसो - हँसो जल्दी हँसो (1975 ई.) , लोग भूल गए हैं (1982 ई.) , कुछ पते कुछ चिट्ठियां (1989 ई.) , एक समय था (1994 ई.)
'साखी' किस कवि का काव्य-संग्रह है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDF"साखी", "विजय देवनारायण साही" की रचना है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (4) विजयदेव नारायण साही सही है तथा अन्य विकल्प संगत हैं।
Key Points
- साखी का प्रकाशन वर्ष 1982 है।
- यह विजयदेव नारायण साही के मरणोपरांत प्रकाशित हुई थी।
- जो कविता "तीसरा सप्तक" और "साखी" में ना आ पाई उन कविताओं को "संवाद तुमसे" में शामिल कर प्रकाशित किया गया।
- विजयदेव नारायण साही (1924-1982) तीसरा सप्तक के कवि हैं।
- मछलीघर उनके जीवन-काल में प्रकाशित एकमात्र पुस्तक थी।
- उनका सर्वाधिक प्रसिद्ध लम्बा निबन्ध "लघु मानव के बहाने हिन्दी कविता पर एक बहस (छायावाद से अज्ञेय तक)" है।
विजयदेव नारायण साही की काव्य रचनाएं व आलोचना निम्नलिखित हैं:-
Additional Information
सायें में धूप ग़ज़ल संग्रह किस रचनाकार का है:-
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDF"साए में धूप" काव्य कृति दुष्यंत कुमार की है। अतः विकल्पों में से विकल्प (2) दुष्यंत कुमार सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- साए में धूप दुष्यंत कुमार की रचना है।
- इसका रचना वर्ष 1975 ईस्वी है।
- विधा:- गज़ल
Important Points
- दुष्यंत कुमार की ग़ज़लों में ग़रीबों के प्रति सहानुभूति साफ़ झलकती है। उनकी मज़बूरियों को वह अपनी ग़ज़लों में स्थान देते हैं।
- दुष्यंत कुमार की रचनाएं:-
- काव्य नाटकएक:- कंठ विषपायी
- नाटक:- और मसीहा मर गया
- काव्य संग्रह:- सूर्य का स्वागत (1957), आवाज़ों के घेरे (1963), जलते हुए वन का बसंत
- उपन्यास:- छोटे-छोटे सवाल, आँगन में एक वृक्ष, दुहरी जिंदगी
- लघुकथाएँ:- मन के कोण
- ग़ज़ल संग्रह:- साये में धूप
- रघुवीर सहाय के काव्य संग्रह
- सीढ़ियों पर धूप में (1960), आत्महत्या के विरुद्ध (1967), हंसो हंसो जल्दी हंसो (1975), लोग भूल गए हैं (1982), कुछ पते कुछ चिट्ठियां (1989) एक समय था
- नरेश मेहता के काव्य संग्रह
- वन पाखी सुनो, मेरा समर्पित एकांत, चैत्या, उत्सवा
- धर्मवीर भारती के काव्य:-
- ठंडा लोहा (1952), अंधा युग (1955), कनुप्रिया (1959), सात गीत वर्ष (1959), देशांतर
“नाटक जारी है" कि विधा की रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDF'नाटक जारी है 'एक काव्य संग्रह है, अत: यहाँ सही विकल्प 4) कविता ही होगा।
इस काव्य संग्रह के लेखक "लीलाधर जगूड़ी" है।
"लीलाधर जगूड़ी" के प्रमुख काव्य संग्रह:-
- शंखमुखी शिखरों पर
- नाटक जारी है
- इस यात्रा में, रात अब भी मौजूद है
- बची हुई पृथ्वी,
- घबराए हुए शब्द
- भय भी शक्ति देता है
धर्मवीर भारती के सन्दर्भ में क्या सही नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कविता Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDF- सही उत्तर विकल्प 1 होगा।
- "धर्मवीर भारती स्वातंत्र्य के विरोधी कवि हैं" यह कथन यहाँ गलत है।
- आधुनिक लेखक और विचारक
- गुनाहों का देवता उपन्यास में किशोर भावुकता का परिचय
- कहानियों और कविताओं में मिथकीय संदर्भ
- काव्य रचनाएँ : ठंडा लोहा, सात गीत, वर्ष कनुप्रिया, सपना अभी भी, आद्यन्त
- उपन्यास : गुनाहों का देवता, सूरज का सातवां घोड़ा, ग्यारह सपनों का देश, प्रारंभ व समापन
- निबंध : ठेले पर हिमालय, पश्यंती
- पद्य नाटक : अंधा युग
Additional Information
- पद्मश्री से सम्मानित
- धर्मयुग पत्रिका का संपादन