तत्पुरुष समास MCQ Quiz - Objective Question with Answer for तत्पुरुष समास - Download Free PDF
Last updated on Jun 16, 2025
Latest तत्पुरुष समास MCQ Objective Questions
तत्पुरुष समास Question 1:
''गंगाजल''' शब्द में समास का भेद बताइये?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 1 Detailed Solution
‘गंगाजल’ में 'तत्पुरुष' समास है। शेष विकल्प गलत हैं। अतः सही विकल्प ‘तत्पुरुष’ है।
Key Points
- 'गंगाजल' का समास विग्रह करने पर 'गंगा का जल' होगा।
- इसमें 'का' चिह्न आने पर 'सम्बन्ध तत्पुरुष समास' है।
- 'सम्बन्ध तत्पुरुष समास' का परसर्ग 'का, की, के' है।
Additional Information
समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं - |
||
समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव। |
कर्मधारय समास |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं। |
कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव। |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक। |
अव्यययीभाव समास |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक |
द्वंद्व समास |
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। |
माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न |
तत्पुरुष समास Question 2:
'ऊंटपटांग' शब्द में समास होता है
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 2 Detailed Solution
उपर्युक्त प्रश्न में तत्पुरूष समास है।
Key Points
- 'ऊंटपटांग' शब्द शब्द का विग्रह है- ऊट पर टांग अर्थात बेतुका
- 'ऊंटपटांग' शब्द का अर्थ है बेतुका ।
- 'ऊंटपटांग' शब्द में तत्पुरूष समास है।
- ‘संक्षिप्तिकरण’ को समास कहते हैं।
- इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।
Additional Information
- ‘संक्षिप्तिकरण’ को समास कहते हैं।
- दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो
- अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।
- उदाहरण ‘दया का सागर’ का सामासिक शब्द बनता है ‘दयासागर’।
तत्पुरुष समास Question 3:
जिसका उत्तर पद प्रधान हो एवं प्रथम पद गौण हो ____ कहलाता है।
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 3 Detailed Solution
इसका सही उत्तर "व्यधिकरण तत्पुरुष समास" है।
Key Points व्यधिकरण तत्पुरुष समास:
- व्यधिकरण तत्पुरुष समास में, जो मुख्य बिंदु है वह यह है कि उत्तर पद मुख्य (प्रधान) होता है, और पूर्व पद गौण होता है।
- यहां, पूर्व पद का कार्य उत्तर पद के अर्थ को संशोधित करना होता है।
उदाहरण:
- व्यधिकरण तत्पुरुष समास का एक सामान्य उदाहरण होगा "धनुर्धर" जहाँ "धनुः" (धनुष) पूर्व पद है और "धर" (धारण करने वाला) उत्तर पद है।
- यहाँ, "धर" मुख्य है क्योंकि धारण करने वाले का उल्लेख मुख्य है और "धनुष" गौण है।
महत्व:
- व्यधिकरण तत्पुरुष समास का उपयोग करके, भाषा अधिक सटीक और संक्षिप्त अभिव्यक्ति की अनुमति देती है,
- क्योंकि यह दो या अधिक शब्दों के बीच की विशिष्ट संबंध को प्रदर्शित करता है।
Additional Information समास की परिभाषा:
- समास का अर्थ होता है, दो या दो से अधिक शब्दों का एक साथ मिलकर एक नए सार्थक शब्द बनाना।
तत्पुरुष समास:
- जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति(कारक चिन्ह) का लोप हो, तत्पुरुष समास कहलाता है।
- जैसे: राम का अनुज= रामानुज,
- धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत आदि।
तत्पुरुष समास Question 4:
निम्नलिखित में से अपादान तत्पुरुष का उदाहरण कौनसा है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 4 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से अपादान तत्पुरुष का उदाहरण "सेवानिवृत्त" है।
Key Points
- सेवानिवृत्ति का समास विग्रह - सेवा (से) निवृत्त।
- जिसका प्रथम पद अपादान के चिह्न (से) युक्त हो।
- उसे अपादान तत्पुरुष कहते हैं।
- अपादान तत्पुरुष ( चिन्ह-‘से’ अलग होने के अर्थ में)
अन्य विकल्प -
समस्त पद | समास विग्रह | समास का प्रकार |
श्रमजीवी | श्रम से जीवित रहनेवाला | करण तत्पुरुष समास |
जनहित | जन के लिए हित | सम्प्रदान तत्पुरुष समास |
ग्रामोत्थान | ग्राम का उत्थान | सम्बन्ध तत्पुरुष समास |
Additional Information
- तत्पुरुष समास - जिस समास में बाद का अथवा उत्तरपद प्रधान होता है।
- तथा दोनों पदों के बीच का कारक-चिह्न लुप्त हो जाता है, उसे तत्पुरुष समास कहते है।
तत्पुरुष समास के भेद -
तत्पुरुष समास के प्रकार | परिभाषा | उदाहरण |
कर्म तत्पुरुष | जिसके पहले पद के साथ कर्म कारक के चिह्न (को) लगे हों। उसे कर्म तत्पुरुष कहते हैं। | गगनचुंबी = गगन को चूमने वाला |
करण तत्पुरुष | जिसके प्रथम पद के साथ करण कारक की विभक्ति (से/द्वारा) लगी हो। उसे करण तत्पुरुष कहते हैं। |
सूररचित = सूर द्वारा रचित |
सम्प्रदान तत्पुरुष | जिसके प्रथम पद के साथ सम्प्रदान कारक के चिह्न (को/के लिए) लगे हों। उसे सम्प्रदान तत्पुरुष कहते हैं। | देशभक्ति = देश (के लिए) भक्ति |
अपादान तत्पुरुष | जिसका प्रथम पद अपादान के चिह्न (से) युक्त हो। उसे अपादान तत्पुरुष कहते हैं। | नेत्रहीन = नेत्र (से) हीन |
सम्बन्ध तत्पुरुष | जिसके प्रथम पद के साथ संबंधकारक के चिह्न (का, के, की) लगी हो। उसे संबंधकारक तत्पुरुष कहते हैं। | राजदरबार = राजा का दरबार |
अधिकरण तत्पुरुष | जिसके पहले पद के साथ अधिकरण के चिह्न (में, पर) लगी हो। उसे अधिकरण तत्पुरुष कहते हैं। | गृहप्रवेश गृह में प्रवेश |
तत्पुरुष समास Question 5:
'रक्तरंजित' शब्द में कौन सा समास है ?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 5 Detailed Solution
उपर्युक्त विकल्पों में से ‘रक्तरंजित’ तत्पुरुष समास का उदाहरण है।
Key Points
- 'रक्तरंजित' का समास विग्रह ‘रक्त से रंजित’ होगा।
Key Points
तत्पुरुष समास: जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति(कारक चिन्ह) का लोप हो, तत्पुरुष समास कहलाता है। जैसे: राम का अनुज= रामानुज, धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत आदि। तत्पुरुष समास के छः भेद होते हैं- |
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समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्म तत्पुरुष समास |
जहां कर्म कारक चिन्ह (को) का लोप हो |
गिरहकट = गिरह को काटने वाला |
करण तत्पुरुष समास |
जहां करण कारक चिन्ह (से) का लोप हो |
शोकातुर = शोक से आतुर |
संप्रदान तत्पुरुष समास |
जहां संप्रदान कारक चिन्ह (के लिए, को) का लोप हो |
हथकड़ी = हाथ के लिए कड़ी |
अपादान तत्पुरुष समास |
जहां अपादान कारक चिन्ह (से, अलग होने के संबंध में ) का लोप हो |
धनहीन = धन से हीन |
संबंध तत्पुरुष समास |
जहां संबंध कारक (का, की के) का लोप हो |
प्रेम सागर = प्रेम का सागर |
अधिकरण तत्पुरुष समास |
जहां अधिकरण कारक (में , पर) का लोप हो |
नीतिनिपुण = नीति में निपुण |
Top तत्पुरुष समास MCQ Objective Questions
राजभवन का विग्रह क्या होगा ?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF- राजभवन का विग्रह ‘राजा का भवन’ होगा।
- राजभवन शब्द में तत्पुरुष समास है।
Key Pointsतत्पुरुष समास :
- तत्पुरुष समास वह होता है, जिसमें उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।
- इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।
उदाहरण :
- ग्रामवासी शब्द का विग्रह : ग्राम का निवासी।
- धर्मग्रंथ शब्द का विग्रह : धर्म का ग्रंथ।
- मांसाहारी शब्द का विग्रह : मांस को खाने वाला।
Additional Information
समास:- समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है।
समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है।
जैसे - युद्धभूमि - युद्ध के लिए भूमि।
- समास के छः प्रकार हैं।
- अव्ययीभाव समास
- सतत्पुरुष समास
- कर्मधारय समास
- द्विगु समास
- द्वन्द समास
- बहुव्रीहि समास
'देशभक्ति' में समास है-
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF‘देशभक्ति’ में 'तत्पुरुष' समास है। इसका सही समास विग्रह होगा - 'देश की भक्ति'। अतः सही उत्तर विकल्प 3 ‘तत्पुरुष’ है।
Key Points
- 'देशभक्ति' का समास विग्रह करने पर 'देश की भक्ति' होगा।
- इसमें 'की' चिह्न आने पर 'संबंध तत्पुरुष समास' है।
- 'संबंध तत्पुरुष समास' का परसर्ग 'का,के,की' होता है।
Additional Information
समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं - |
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समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव। |
कर्मधारय समास |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं। |
कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव। |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक। |
अव्यययीभाव समास |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक |
‘बैलगाडी' में कौन सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है - 'तत्पुरुष' l
Key Points
- 'बैलगाडी' शब्द का समास विग्रह :- बैल की गाड़ी, बैलों से खींची जाने वाली गाड़ी l
- बैलगाडी शब्द में 'तत्पुरुष' का प्रयोग है l
- यहाँ तत्पुरुष समास में विग्रह परसर्ग के हटाने पर बनता है।
अन्य विकल्प :-
- द्विगु - यदि किसी सामासिक पद में प्रथम पद संख्यावाचक शब्द हो एवं द्वितीय पद संज्ञा शब्द हो तथा समस्त पद समूह का बोध करवाए तो उसे द्विगु समास कहते हैं।
- जैसे - अठकोना : आठ कोनो का समाहार l
- अव्ययी भाव - जहाँ प्रथम पद या पूर्व पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण अव्यय हो उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
- जैसे - यथामती : मती के अनुसार l
- द्वंद्व - समास का वह रूप जिसमें प्रथम और द्वितीय दोनों पद प्रधान होते हैं उसे द्वन्द्व समास कहते हैं।
- जैसे - आजकल : आज और कल l
Additional Information
समास का तात्पर्य है 'संक्षिप्तीकरण'। दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए एक नवीन एवं सार्थक शब्द को समास कहते हैं।
- तत्पुरुष - समास का वह रूप जिसमें द्वितीय पद या उत्तर पद प्रधान हो उसे तत्पुरुष समास कहते हैं।
- उदाहरण :-
- मूर्ति को बनाने वाला - मूर्तिकार
- जल को धारण करने वाला - जलधर
- रेखा से अंकित - रेखांकित
'रक्तरंजित' शब्द में कौन सा समास है ?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त विकल्पों में से ‘रक्तरंजित’ तत्पुरुष समास का उदाहरण है।
Key Points
- 'रक्तरंजित' का समास विग्रह ‘रक्त से रंजित’ होगा।
Key Points
तत्पुरुष समास: जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति(कारक चिन्ह) का लोप हो, तत्पुरुष समास कहलाता है। जैसे: राम का अनुज= रामानुज, धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत आदि। तत्पुरुष समास के छः भेद होते हैं- |
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समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्म तत्पुरुष समास |
जहां कर्म कारक चिन्ह (को) का लोप हो |
गिरहकट = गिरह को काटने वाला |
करण तत्पुरुष समास |
जहां करण कारक चिन्ह (से) का लोप हो |
शोकातुर = शोक से आतुर |
संप्रदान तत्पुरुष समास |
जहां संप्रदान कारक चिन्ह (के लिए, को) का लोप हो |
हथकड़ी = हाथ के लिए कड़ी |
अपादान तत्पुरुष समास |
जहां अपादान कारक चिन्ह (से, अलग होने के संबंध में ) का लोप हो |
धनहीन = धन से हीन |
संबंध तत्पुरुष समास |
जहां संबंध कारक (का, की के) का लोप हो |
प्रेम सागर = प्रेम का सागर |
अधिकरण तत्पुरुष समास |
जहां अधिकरण कारक (में , पर) का लोप हो |
नीतिनिपुण = नीति में निपुण |
'गुरुदक्षिणा' शब्द में कौन सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF"गुरुदक्षिणा" शब्द में तत्पुरुष समास है।Key Points
- गुरुदक्षिणा शब्द में तत्पुरुष समास है।
- गुरूदक्षिणा
- समास विग्रह :- गुरू के लिए दक्षिणा
- समास :- सम्प्रदान तत्पुरुष समास
- तत्पुरुष समास
- वह समास, जिसका उत्तरपद या अंतिम पद प्रधान हो।
- अर्थात् प्रथम पद गौण हो और उत्तरपद की प्रधानता हो।
समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं - |
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समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिह्न) का लोप हो। |
धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव। |
कर्मधारय समास |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो। पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं। |
कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव। |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक। |
अव्यययीभाव समास |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक |
द्वंद्व समास |
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। |
माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न |
'सूर्योदय' में कौनसा समास है-
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF'सूर्योदय' में समास है- 'संबंध तत्पुरुष'
- 'सूर्योदय' का समास विग्रह है- सूर्य का उदय (यहाँ पर सूर्य का सम्बन्ध उदय होने से है।)
- जिस तत्पुरुष समास में संबंध कारक के कारक चिन्ह (का, के, की) का लोप हुआ हो उसे संबंध तत्पुरुष समास कहते हैं।
उदाहरण -
- पराधीन = दूसरों के आधीन
- सेनापति = सेना का पति
- देशरक्षा = देश की रक्षा
Key Pointsतत्पुरुष समास के भेद-
- कर्म तत्पुरुष समास
- करण तत्पुरुष समास
- सम्प्रदान तत्पुरुष समास
- अपादान तत्पुरुष समास
- सम्बंध तत्पुरुष समास
- अधिकरण तत्पुरुष समास
कर्म तत्पुरुष:-
उदाहरण -
करण तत्पुरुष:-
उदाहरण -
सम्प्रदान तत्पुरुष:-
उदाहरण -
|
Additional Information तत्पुरूष:-
- तत्पुरुष समास वह होता है, जिसमें उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है
- एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।
-
इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।
उदाहरण-
- भुखमरा = भूख से मरा
- आपबीती = आप पर बीती
- भारतरत्न = भारत का रत्न
'रोगपीड़ित' शब्द में कौन - सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है - करण तत्पुरुष।
Key Points
- रोगपीड़ित का समास विग्रह है - रोग से पीड़ित।
- "से" करण कारक की विभक्ति है।
Important Pointsतत्पुरुष समास के छः भेद होते हैं- कर्म, करण, संप्रदान, अपादान, संबंध, अधिकरण तत्पुरुष समास
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्म तत्पुरुष समास |
जहां कर्म कारक चिन्ह (को) का लोप हो |
गिरहकट = गिरह को काटने वाला |
करण तत्पुरुष समास |
जहां करण कारक चिन्ह (से) का लोप हो |
गुणहीन = गुणों से हीन |
संप्रदान तत्पुरुष समास |
जहां संप्रदान कारक चिन्ह (के लिए, को) का लोप हो |
हथकड़ी = हाथ के लिए कड़ी |
अपादान तत्पुरुष समास |
जहां अपादान कारक चिन्ह (से, अलग होने के संबंध में ) का लोप हो |
धनहीन = धन से हीन |
संबंध तत्पुरुष समास |
जहां संबंध कारक (का, की के) का लोप हो |
प्रेम सागर = प्रेम का सागर |
अधिकरण तत्पुरुष समास |
जहां अधिकरण कारक (में, पर) का लोप हो |
नीतिनिपुण = नीति में निपुण |
Additional Information
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
जैसे – धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
'कामचोर' पद में समास है :
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर तत्पुरुष समास है।
Key Points
- 'कामचोर' पद में तत्पुरुष समास है।
- कामचोर = काम से जी चुराने वाला।
- कामचोर में अपादान तत्पुरुष समास है।
- तत्पुरूष समास- जिस समास में उत्तर पद के अर्थ की प्रधानता हो तथा पूर्व पद में द्वितीया से सप्तमी विभक्ति तक का लोप हो, उसे तत्पुरूष समास कहते हैं।
- उदाहरण –
- पथभ्रष्ट – पथ से भ्रष्ट
- दूरागत – दूर से आगत
Additional Information
समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं - |
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समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
बहुव्रीहि |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव। |
कर्मधारय |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं। |
कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव। |
द्विगु |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक। |
अव्यययीभाव |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक |
द्वंद्व |
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। |
माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न |
'क्रीड़ाक्षेत्र' शब्द का सही समास विग्रह है -
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर 'क्रीड़ा के लिए क्षेत्र' है।
Key Points
- 'क्रीड़ाक्षेत्र' शब्द का समास विग्रह 'क्रीड़ा के लिए क्षेत्र' है।
- 'क्रीड़ाक्षेत्र' - क्रीड़ा के लिए क्षेत्र - सम्प्रदान तत्पुरुष समास।
- तत्पुरुष समास - जिसमें उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है। इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।
- उदाहरण - रसोईघर- रसोई के लिए घर ।
Additional Informationसमास के 6 भेद होते हैं- 1.अव्ययीभाव समास, 2.तत्पुरुष समास, 3.कर्मधारय समास, 4.द्विगु समास, 5.द्वंद्व समास, 6.बहुव्रीहि समास
समास | परिभाषा | उदाहरण |
अव्ययीभाव समास | अव्ययीभाव समास में पहला पद अव्यय होता है और उसका अर्थ प्रधान होता है। | जैसे - जन्म से लेकर = आजन्म |
तत्पुरुष समास | जिस समास का उत्तर पद प्रधान हो और पूर्व पद गौण हो उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। | जैसे– तुलसीदा सकृत = तुलसीदास द्वारा कृत (रचित) |
कर्मधारय समास | जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, | जैसे– कमल के समान नयन - कमलनयन, महान है जो देव - महादेव।पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में' है जो', 'केसमान' आदि आते हैं।" |
द्विगु समास | जिस समास में पूर्व पद (पहलापद) संख्या वाचक विशेषण हो, | जैसे– दोपहरों का समूह - दोपहर, तीनों लोकों का समाहार - त्रिलोक। |
द्वंद्व समास | जिस समास में दोनों पद प्रधान हो तथा विग्रह करने पर उनके बीच‘ तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’ या‘और’ का प्रयोग होता हो, जैसे -अन्नऔरजल - अन्न-जल, अपना और पराया -अपना-पराया। | जैसे– अन्न और जल - अन्न-जल, अपना और पराया -अपना - पराया। |
बहुव्रीहि समास | जिस समास के दोनों पद अप्रधान हों और दोनों मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे हों। | जैसे– महावीर =जो महान वीर हैं अर्थात् हनुमान |
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFपथभ्रष्ट में तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - पथ (रास्ते) से भ्रष्ट
- अपादान तत्पुरुष समास - इसमें करण कारक की विभक्ति 'से' का लोप हो जाता है।
अन्य उदाहरण
- कंटकाकीर्ण = कंटकों (काँटों) से भरा
- कष्टापन्न = कष्ट को आपन्न (प्राप्त)
- दस्तकारी = दस्त (हाथ) से किया गया कार्य
अन्य विकल्प गलत हैं।
Key Pointsअन्य विकल्पों के उदाहरण से हम अंतर समझ सकते हैं -
अव्ययीभाव | द्वन्द्व | कर्मधारय |
आकंठ = कंठ तक | अहर्निश = अहन् और निशा | पुत्ररत्न = रत्न के सामान पुत्र |
निष्पाप = पाप से रहित | आन-बान-शान = आन, बान और शान | मृगलोचन = मृग के सामान लोचन |
द्वीयमुन = दो यमुनाओं का समाहार | जलवायु = जल, वायु आदि | चलसम्पति = गतिशील संपत्ति |
Important Pointsतत्पुरुष समास के अन्य उदाहरण -
- मायारिक्त = माया से रिक्त
- सर्वज्ञ = सब को जानने वाला
- यशोदा = यश को देनेवाली
- मुंहतोड़ = मुंह को तोड़ने वाला
- शोकाकुल = शोक से आकुल
- घुड़दौड़ = घोड़ों की दौड़
- घृतान्त = घृत से युक्त अन्न
- खरारि = खर का अरि
- दु:खापन्नी = दु:ख को आपन्न
-
डिब्बाबंद = डिब्बा में बन्द
- तत्पुरुष समास - इस समास में प्रथम पद गौण तथा द्वितीय पद प्रधान होता है।
तत्पुरुष समास के भेद |
विभक्ति लोप |
उदाहरण |
कर्म तत्पुरुष समास |
इसमें कर्म कारक की विभक्ति 'को' का लोप हो जाता है। |
गृहागत = गृह को आगत |
करण तत्पुरुष समास |
इसमें करण कारक की विभक्ति 'से' का लोप हो जाता है। |
कामचोर = काम से चोर |
संप्रदान तत्पुरुष समास |
इसमें संप्रदान कारक की विभक्ति 'के लिए' का लोप हो जाता है। |
हथघड़ी = हाथ के लिए घड़ी |
अपादान तत्पुरुष समास |
इसमें अपादान कारक की विभक्ति 'से' पृथक का लोप हो जाता है। |
नेत्रहीन = नेत्र से हीन |
सम्बन्ध तत्पुरुष समास |
सम्बन्ध कारक के चिन्ह या विभक्ति 'का, के, की' का लोप होता है। |
प्रसंगानुसार = प्रसंग के अनुसार |
अधिकरण तत्पुरुष समास |
इसमें अधिकरण कारक की विभक्ति 'में, पर, पे' का लोप हो जाता है। |
पुरुषोत्तम = पुरुषों में उत्तम |