शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध MCQ Quiz - Objective Question with Answer for शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध - Download Free PDF
Last updated on Jun 5, 2025
Latest शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध MCQ Objective Questions
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 1:
'उत्तराफाल्गुनी के आसपास' के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
(A) निबंध में लेखक ने उत्तराफाल्गुनी को भाद्रपद की अंतिम नक्षत्र बताया है, जिसका पानी स्वास्थ्यप्रद और सौभाग्यकारक होता है।
(B) लेखक ने सर्जक को चिरयुवा माना है और कहा है कि जो सर्जक है, वह जर्जर या बूढ़ा नहीं हो सकता।
(C) निबंध में लेखक ने लेनिन के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा है कि पूँजीवाद की सभ्यता-संस्कृति को स्वीकार करके ही समाजवाद गढ़ा जा सकता है।
(D) लेखक ने जीवन के पच्चीस से चालीस वर्ष को सबसे सुखद और आनंदमय काल बताया है।
(E) निबंध में लेखक ने अध्यापन को चिरयुवा बने रहने का साधन माना है, क्योंकि यह युवा शिष्य-शिष्याओं के बीच रहने का अवसर देता है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर है - केवल (A), (B), (C), (E)
विश्लेषण (हिंदी में):
- (A) निबंध में लेखक ने उत्तराफाल्गुनी को भाद्रपद की अंतिम नक्षत्र बताया है, जिसका पानी स्वास्थ्यप्रद और सौभाग्यकारक होता है: यह कथन सत्य है। यह प्रमुख उद्धरण में 'भाद्र नक्षत्र और प्रेरणा' के अंतर्गत उल्लेखित है।
- (B) लेखक ने सर्जक को चिरयुवा माना है और कहा है कि जो सर्जक है, वह जर्जर या बूढ़ा नहीं हो सकता: यह कथन सत्य है। यह प्रमुख उद्धरण में 'सर्जक और यौवन' के अंतर्गत उल्लेखित है।
- (C) निबंध में लेखक ने लेनिन के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा है कि पूँजीवाद की सभ्यता-संस्कृति को स्वीकार करके ही समाजवाद गढ़ा जा सकता है: यह कथन सत्य है। यह प्रमुख उद्धरण में 'लेनिन की राय' के अंतर्गत उल्लेखित है।
- (D) लेखक ने जीवन के पच्चीस से चालीस वर्ष को सबसे सुखद और आनंदमय काल बताया है: यह कथन असत्य है। लेखक ने पच्चीस से चालीस वर्ष को जीवन का वह भाग बताया है, जिस पर जन्म की सार्थकता निर्भर है, लेकिन इसे सबसे सुखद और आनंदमय नहीं कहा है।
- (E) निबंध में लेखक ने अध्यापन को चिरयुवा बने रहने का साधन माना है, क्योंकि यह युवा शिष्य-शिष्याओं के बीच रहने का अवसर देता है: यह कथन सत्य है। यह प्रमुख उद्धरण में 'शिष्याओं के बीच अध्यापन' के अंतर्गत उल्लेखित है।
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 2:
'उत्तराफाल्गुनी के आसपास' के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
(A) निबंध में कुबेरनाथ राय ने मनुष्य की जीने की लालसा और जवान बने रहने की भूख को दर्शाया है।
(B) लेखक ने तीसवें वर्ष को जीवन के सामने एक प्रश्न-चिह्न के रूप में प्रस्तुत किया है, जिसका समाधान मूल्य चुकाना पड़ता है।
(C) निबंध में कुबेरनाथ राय ने गौतम बुद्ध, यीशू क्राइस्ट और रामचंद्र के जीवनकाल के महत्वपूर्ण क्षणों का उल्लेख किया है।
(D) निबंध की भाषा में केवल तत्सम शब्दों का प्रयोग हुआ है, अंग्रेजी शब्दों का कोई प्रयोग नहीं है।
(E) लेखक ने चालीस वर्ष से अधिक जीने को असभ्यता और अनैतिकता माना है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 2 Detailed Solution
सही उत्तर है - केवल (A), (B), (C)
विश्लेषण (हिंदी में):
- (A) निबंध में कुबेरनाथ राय ने मनुष्य की जीने की लालसा और जवान बने रहने की भूख को दर्शाया है: यह कथन सत्य है। यह विषयवस्तु में स्पष्ट रूप से उल्लेखित है।
- (B) लेखक ने तीसवें वर्ष को जीवन के सामने एक प्रश्न-चिह्न के रूप में प्रस्तुत किया है, जिसका समाधान मूल्य चुकाना पड़ता है: यह कथन सत्य है। यह प्रमुख उद्धरण में 'तीसवाँ और तिसोत्तर दशक' के अंतर्गत उल्लेखित है।
- (C) निबंध में कुबेरनाथ राय ने गौतम बुद्ध, यीशू क्राइस्ट और रामचंद्र के जीवनकाल के महत्वपूर्ण क्षणों का उल्लेख किया है: यह कथन सत्य है। यह प्रमुख उद्धरण में 'प्रमुख हस्तियों के जीवनकाल' के अंतर्गत उल्लेखित है।
- (D) निबंध की भाषा में केवल तत्सम शब्दों का प्रयोग हुआ है, अंग्रेजी शब्दों का कोई प्रयोग नहीं है: यह कथन असत्य है। निबंध की भाषा में तत्सम शब्दों के साथ-साथ अंग्रेजी शब्दों का भी प्रयोग हुआ है, जैसा कि भाषा की विशेषताओं में बताया गया है।
- (E) लेखक ने चालीस वर्ष से अधिक जीने को असभ्यता और अनैतिकता माना है: यह कथन असत्य है। यह विचार दोस्तोयेवस्की का है, जिसे लेखक ने उद्धृत किया है, लेकिन लेखक ने स्वयं इस विचार को स्वीकार नहीं किया है।
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 3:
'उत्तराफाल्गुनी के आसपास' के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
(A) यह निबंध 'विषाद योग' निबंध-संग्रह में संकलित है और इसका प्रकाशन 1974 ई. में हुआ था।
(B) निबंध में कुबेरनाथ राय ने मनुष्य जीवन और ऋतुओं, नक्षत्रों के बीच समानता दिखाने का प्रयास किया है।
(C) निबंध में लेखक ने अध्यापक और छात्रों के बीच संबंधों को पारंपरिक दृष्टिकोण से व्याख्यायित किया है।
(D) विश्वनाथ तिवारी के अनुसार, कुबेरनाथ राय के निबंधों में रस छलकता रहता है।
(E) यह निबंध शुक्लोत्तर युग में आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी की ललित-निबंध परंपरा से प्रेरित है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है - केवल (A), (B), (D), (E)
Key Pointsविश्लेषण-
- (A) यह निबंध 'विषाद योग' निबंध-संग्रह में संकलित है और इसका प्रकाशन 1974 ई. में हुआ था: यह कथन सत्य है। यह जानकारी परिचय में दी गई है।
- (B) निबंध में कुबेरनाथ राय ने मनुष्य जीवन और ऋतुओं, नक्षत्रों के बीच समानता दिखाने का प्रयास किया है: यह कथन सत्य है। यह विषयवस्तु में स्पष्ट रूप से उल्लेखित है।
- (D) विश्वनाथ तिवारी के अनुसार, कुबेरनाथ राय के निबंधों में रस छलकता रहता है: यह कथन सत्य है। यह विश्वनाथ तिवारी का कथन है, जो लेखक की शैली और भाषा में उल्लेखित है।
- (E) यह निबंध शुक्लोत्तर युग में आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी की ललित-निबंध परंपरा से प्रेरित है: यह कथन सत्य है। यह जानकारी विषयवस्तु में दी गई है।
Additional Information
- (C) निबंध में लेखक ने अध्यापक और छात्रों के बीच संबंधों को पारंपरिक दृष्टिकोण से व्याख्यायित किया है: यह कथन असत्य है। निबंध में अध्यापक और छात्रों के बीच संबंधों को आधुनिक दृष्टि से व्याख्यायित किया गया है, न कि पारंपरिक दृष्टिकोण से।
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 4:
‘उठ जाग मुसाफिर’ के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
(A) निबंधों में स्वतंत्रता संग्राम के गीतों का उल्लेख है, जैसे ‘हम दीवानों की क्या हस्ती’।
(B) लेखक ने गाँवों के सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों के विघटन पर चिंता व्यक्त की है।
(C) निबंधों में दिनकर की कविता की पंक्तियाँ उद्धृत की गई हैं।
(D) लेखक ने भारतमाता को केवल भौतिक रूप में प्रस्तुत किया है।
(E) निबंधों में आत्म जागरण और राष्ट्र जागरण के बीच संबंध स्थापित किया गया है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए-
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 4 Detailed Solution
उत्तर है - केवल (A), (B), (E)
Key Points
विस्तृत समाधान (हिंदी में):
(A) सत्य: निबंधों में स्वतंत्रता संग्राम के गीतों का उल्लेख है, जैसे “हम दीवानों की क्या हस्ती, हैं आज यहाँ कल वहाँ चले”। यह कथन सही है।
(B) सत्य: लेखक ने गाँवों के सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों के विघटन और टूटते गाँवों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। यह कथन सही है।
(C) सत्य: निबंधों में दिनकर की कविता की पंक्तियाँ उद्धृत की गई हैं, जैसे “जवानी की आँखों में ज्वाला होती है, बुढ़ापे की आँखों में प्रकाश होता है”
(D) असत्य: लेखक ने भारतमाता को भौतिक और भावात्मक दोनों रूपों में प्रस्तुत किया है, जैसे “गंगा, गीता, गायत्री और धरती” के साथ भावात्मक संबंधों का उल्लेख। यह कथन गलत है।
(E) सत्य: निबंधों में आत्म जागरण और राष्ट्र जागरण के बीच संबंध स्थापित किया गया है, जैसे “उठ जाग मुसाफिर भोर भई” के मंत्र के माध्यम से। यह कथन सही है।
Important Pointsउठ जाग मुसाफिर-
- रचनाकार- विवेकीराय
- प्रकाशन- 2012 ई.
- विधा- निबंध
- निबंध संग्रह- उठ जाग मुसाफिर।
- इस निबंध संग्रह में कुल 10 निबन्ध हैं-
- मेरी दिनचर्या : कुछ आयाम
- नमो वक्षेभ्यः
- उठ जाग मुसाफ़िर
- केना
- ग्रीष्म बहार
- ततः किम्
- तिनडंडिया चोट से उभरा समय और सवाल
- चिन्ता भारत के उजडते गांवो की
- गांव पर बनाम गांव में
- सवाल जीवन का
- उद्देश्य-
- उठ जाग मुसाफिर' के ललित-निबंधों में पग-पग पर पाठकों को उल्लास-उमंग भरी शब्द-सुगंध का प्रसार मिलेगा, और वह भी वैचारिक छुअन के साथ।
- सृजित ललित-प्रसार अनुरंजन के साथ-साथ टूटते-बिखरते और सिमटते हताश जनों को जीने के प्रति आश्वस्त करता है।
- कसौटी है तृप्ति की, जो पाठकों को भरपूर रूप में मिलेगी।
- प्रमुख पात्र-
- लेखक और मास्टर साहब।
Additional Informationविवेकी राय-
- जन्म- 1924- 2016 ईo
- यह ललित निबनधकार है।
- निबंध संग्रह-
- किसानों का देश (1956)
- गाँवों की दुनियाँ (1957)
- फिर बैतलवा डाल पर (1962)
- गंवई गंध गुलाब (1980)
- नया गाँवनाम (1984)
- यह आम रास्ता नहीं है (1988)
- जगत् तपोवन सो कियो (1995)
- वन तुलसी की गंध (2002)
- जीवन अज्ञात का गणित है (2004)
- उठ जाग मुसाफ़िर (2012)
- कहानी संग्रह-
- जीवन-परिधि (1952)
- नयी कोयल (1975)
- गूंगा जहाज (1977)
- बेटे की बिक्री (1981)
- कलातीत (1982)
- चित्रकूट के घाट पर (1988)
- श्वेत पत्र (1996)
- सर्कस (2005)
- उपन्यास-
- मंगल भवन (1944)
- पुरुष पुराण (1975)
- लोकऋण (1977)
- श्वेत पत्र (1979)
- सोनमाटी (1983)
- समर शेष है (1988)
- मंगल भवन (1994)
- नमामि ग्रामम् (1997)
- देहरी के पार (2003)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 5:
‘उठ जाग मुसाफिर’ के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
(A) निबंधों में 95 वर्षीय अध्यापक जगदीश बालू के जीवन और उनकी यादों का उल्लेख है।
(B) लेखक ने निराला, कबीर, और रवींद्रनाथ टैगोर की कविताओं का उल्लेख किया है।
(C) निबंध ‘साहित्य अमृत’ सहित हिंदी की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित और पुरस्कृत हुए।
(D) लेखक ने मास्टर साहब को राष्ट्रीय स्तर के कवि के रूप में प्रस्तुत किया।
(E) निबंधों में भारतमाता के प्रति भक्ति और सेवा-भाव की चर्चा की गई है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए-
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 5 Detailed Solution
उत्तर है - केवल (A), (B), (E)
Key Points
- (A) सत्य: निबंधों में 95 वर्षीय अध्यापक जगदीश बालू के जीवन, उनकी बीमारी, और उनकी यादों का मार्मिक वर्णन किया गया है। यह कथन सही है।
- (B) सत्य: लेखक ने निबंधों में निराला, कबीर, और रवींद्रनाथ टैगोर की कविताओं का उल्लेख किया है, जैसे निराला का ‘रेत सा तन ढह गया है’ और टैगोर की पंक्तियाँ। यह कथन सही है।
- (E) सत्य: निबंधों में भारतमाता के प्रति भक्ति, समर्पण, और सेवा-भाव की चर्चा की गई है, जैसे “वंदे मातरम्” और मातृभूमि के प्रति तड़प का उल्लेख। यह कथन सही है।
Additional Information
- (C) असत्य: निबंध ‘साहित्य अमृत’ सहित हिंदी की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित और प्रशंसित हुए, लेकिन पुरस्कृत होने का कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं है। यह कथन पूरी तरह सही नहीं है।
- (D) असत्य: मास्टर साहब (जगदीश बालू) को राष्ट्रीय स्तर का शिक्षक, गांधीवादी चिंतक, और समाजसेवी बताया गया है, न कि कवि। यह कथन गलत है।
Top शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध MCQ Objective Questions
प्रगतिशील साहित्य की समस्याएँ' निबंध संग्रह के लेखक कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF'प्रगतिशील साहित्य की समस्याएँ' निबंध संग्रह के लेखक रामविलास शर्मा हैं।
Key Pointsरामविलास शर्मा की अन्य रचनाएँ:-
- चार दिन (उपन्यास) - 1936
- 'तार सप्तक' में संकलित कविताएँ - 1943
- महाराजा कठपुतली सिंह (प्रहसन) - 1946
- पाप के पुजारी (नाटक) - 1936
Important Points सियाराम शरण गुप्त की निबन्ध संग्रह:-
- झूठ-सच
रामदरश मिश्र की निबन्ध संग्रह:-
- कितने बजे है
- बबूल और कैक्टस
- घर-परिवेश
- छोटे छोटे सुख
जगदीश चतुर्वेदी की रचनाएँ:-
- सूर्यपुत्र
- पूर्वराग
- इतिहासहंता
- नए मसीहा का जन्म
- अंधेरे का आदमी
- अंतराल के दो छोर
Additional Information
पूरा नाम | रामविलास शर्मा |
जन्म | 10 अक्टूबर, 1912 |
जन्म भूमि | उन्नाव ज़िला, उत्तर प्रदेश |
मृत्यु | 30 मई, 2000 |
कर्म-क्षेत्र | आलोचक, निबंधकार, विचारक |
पुरस्कार-उपाधि | व्यास सम्मान (1991), शलाका सम्मान |
विद्यानिवास मिश्र द्वारा रचित निबंध नहीं हैं।
(A) अस्मिता के लिए
(B) किस किस को नमन करूं
(C) अंगद की नियति
(D) कुछ चन्दन की कुछ कपूर की
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए :
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFविकल्प 2 (B) और (D) सही है।
"अस्मिता के लिए" तथा "अंगद की नियति" ही विद्यानिवास मिश्र के निबंध है बाकी अन्य नहीं।
"किस किसको नमन करूं" शिव प्रसाद सिंह का निबंध संग्रह है।
"कुछ चंदन की कुछ कपूर की" विष्णु कांत शास्त्री का निबंध संग्रह है।
शविप्रसाद के निबंध संग्रह
शिखरों के सेतु, कस्तूरी मृग, चतुर्दिक।
विष्णुकांत शास्त्री की रचनाएं:-
'कवि निराला की वेदना तथा अन्य निबंध', 'तुलसी के हिय हेरि', 'अनंत पथ के यात्री : धर्मवीर भारती', 'अनुचिन्तन', 'कुछ चंदन की कुछ कपूर की', 'आधुनिक हिन्दी साहित्य के कुछ विशिष्ट पक्ष', 'भक्ति और शरणागति' आदि उनकी प्रमुख आलोचनात्मक कृतियां हैं।
विद्यानिवास मिश्र
विद्यानिवास मिश्र का प्रथम निबन्ध संग्रह है छितवन की छांह है।
विद्यानिवास मिश्र भ्रमरानंद उपनाम से श्रीनारायण चतुर्वेदी को पत्र लिखते थे।
निबंध संग्रह:-
छितवन की छांह (1953), हल्दी दूध (1955), कदम के फूली डाल (1956), तुम चंदन हम पानी (1957), आंगन का पंछी और बंजारा मन (1963), मैंने स्टील पहुंचाई (1966), वसंत आ गया पर कोई उत्कंठा नहीं (1972), मेरे राम का मुकुट भीग रहा है (1974), परंपरा बंधन नहीं (1976), कटीले तारों के आर पार (1976), कौन तू फुलवा बीन निहारी (1980), निज मुख मुकुल (1981), भ्रमरानंद के पत्र (1981), कमाल के झरोखे से (1981), अस्मिता के लिए (1981)
इनमें से कौनसी रचना रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा रचित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर 'दीनों पर प्रेम' है।
Key Points
- दीनों पर प्रेम निबंध विधा है।
- जिसके लेखक वियोगी हरि है।
- इस निबंध में समाजिक समस्याओ पर व्यंग किया गया है।
- वियोगी हरि की अन्य प्रमुख रचनाएँः-
- साहित्य विहार , वीर सतसई , विश्वधर्म आदि।
Additional Information
रचनाकार | रचना |
रामवृक्ष बेनीपुरी |
निबंधः- नींव की ईट , गेहूँ और गुलाब ,जंजीर और दीवारे , चिंता के फूल , कैदी की पत्नी आदि। नाटकः- अम्बपाली , शकुन्तला , नेत्रदान , गाँव के देवता। |
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का प्रथम निबंध संग्रह कौन-सा है?
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 3 अशोक के फूल सही हैं|
Key Points
- अशोक के फूल निबंध संग्रह सन् 1948 ई. में लिखा गया|
- द्विवेदी जी ललित निबंधकार हैं|
- इसमें अशोक के फूल की गरिमा व उसके पतन के इतिहास के साथ मानव जाति के विकास व पतन की कथा हैं|
- इसके माध्यम से प्रकृति की परिवर्तनशीलता पर विचार किया गया हैं|
Additional Information
- अन्य निबंध संग्रह :
- कल्पलता(1951)
- विचार और वितर्क(1957)
- कुटज(1964)
- साहित्य सहचर(1965)
- आलोक पर्व(1972) आदि
निम्नलिखित में से कौन सा सही सुमेलित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गये विकल्पो में से विकल्प 2 सही सुमेलित नही है, क्योंकि अशोक का फूल निबंध विद्यानिवास मिश्र द्वारा रचित नही है।
- अशोक के फूल' हजारीप्रसाद द्विवेदी का लिखा हुआ एक निबंध संग्रह है।
- 'हिन्दी साहित्य:बीसवीं शताब्दी' - 1942 में इसका प्रकाशन हुआ।
- नंददुलारे वाजपेयी शुक्लोत्तर युग के प्रख्यात समालोचक थे।
- हिंदी साहित्य: बींसवीं शताब्दी,जयशंकर प्रसाद,प्रेमचन्द:साहित्यिक विवेचन,आधुनिक साहित्य,नया साहित्य:नये प्रश्न आदि नन्ददुलारे वाजपेयी की प्रमुख आलोचनात्मक पुस्तकें हैं।
- मिट्टी की ओर संस्मरण रामधारी सिंह दिनकर जी ने सन 1946 में प्रकाशित किया था।
Additional Information
महादेवी वर्मा हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक मानी जाती हैं।
- आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है।
- इनका गद्य साहित्य निम्नलिखित है-
- रेखाचित्र: अतीत के चलचित्र और स्मृति की रेखाएं
- संस्मरण: पथ के साथी और मेरा परिवार और संस्मरण
- चुने हुए भाषणों का संकलन: संभाषण
- निबंध: शृंखला की कड़ियाँ, विवेचनात्मक गद्य, साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबंध, संकल्पिता
- ललित निबंध: क्षणदा
- संस्मरण, रेखाचित्र और निबंधों का संग्रह: हिमालय
इनमें से कौनसा निबंध हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा रचित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFजड़ की बात निबंध हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा रचित नहीं है।
जड़ की बात-
- रचनाकार-जैनेद्र
- विधा-निबन्ध
- प्रकाशन वर्ष-1945 ई.
Key Pointsजैनेंद्र-
- जन्म-1905-1988 ई.
- मुख्य निबन्ध-
- प्रस्तुत प्रश्न (1936 ई.),पूर्वोदय (1951 ई.),समय और हम(1964 ई.),परिप्रेक्ष(1977 ई.),साहित्य और संस्कृति(1979 ई.) आदि।
Important Pointsहजारी प्रसाद द्विवेदी-
- जन्म-1907 -1979 ई.
- यह ललित निबन्धकार थे
- मुख्य निबन्ध-
- अशोक के फूल (1948 ई.), कल्पलता(1951 ई.), विचार और वितर्क (1957 ई.), कुटज (1964 ई.), आलोक पर्व (1972 ई.) आदि।
Additional Informationअशोक के फुल-
- विषय-
- अशोक के फूल के माध्यम से प्राचीन प्रतीकों का प्रयोग किया गया है।
- अलग-अलग संदर्भों में अशोक के फूल को दर्शाया गया है।
कुटज-
- विषय-
- कुटज ललित निबंध है।
- इसका केंद्र कुटज नाम का वृक्ष है जो पुष्पों से भरा हुआ होता है।
- हजारी प्रसाद द्विवेदी के इस निबंध को उनकी आत्माभिव्यक्ति के रूप में अधिक जाना जाता है।
- कुटज के माध्यम से द्विवेदीजी बहुत से महत्वपूर्ण बिंदुओं की व्यंजना करते चलते हैं।
शिरीष के फूल-
- विषय-
- यह निबंध 'कल्पलता' से उद्धृत है।
- इसमें लेखक ने आँधी,लू और गरमी की प्रचंडता में भी बच्चे की तरह अविचल होकर कोमल फूलों का सौंदर्य बिखेर रहे शिरीष के माध्यम से मनुष्य का जीवन और कलह के बीच धैर्यपूर्वक, लोगों के लिए चिंता,कर्तव्यशील बने रहने को महान मानव की मूल्य के रूप में स्थापित किया है।
'बर्बरता की पहली सीढ़ी से सभ्यता की अंतिम सीढ़ी तक युद्ध मनुष्य जाति का साथ देता आया है |' यह कथन किस निबंध से उद्धृत है?
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFयह कथन-2) युद्ध और नारी निबंध से उद्धृत है।
Important Points
- शृंखला की कड़ियाँ 1942 महादेवी वर्मा के समस्या मूलक निबंधों का संग्रह है।
- इसी निबंध संग्रह में युद्ध और नारी निबंध संकलित है।
- युद्ध और नारी नामक लेख में उन्होंने युद्ध स्त्री और पुरुष के मनोविज्ञान पर गंभीर,वैश्विक और मौलिक चिंतन व्यक्त किया है।
- इस निबंध की कुछ पंक्तियाँ-‘‘भारतीय नारी जिस दिन अपने सम्पूर्ण प्राण-आवेग से जाग सके, उस दिन उसकी गति रोकना किसी के लिए सम्भव नहीं।...........कहीं उसमें साधारण दयनीयता और कहीं असाधारण विद्रोह है, परंतु संतुलन से उसका जीवन परिचित नहीं।
- 1923 में महादेवी वर्मा ने महिलाओं की पत्रिका चाँद का कार्यभार संभाला।
Additional Information
- 1956 में भारत सरकार ने उनकी साहित्यिक सेवा के लिये पद्म भूषण की उपाधि दी।
- इनकी प्रमुख कृतियाँ-नीहार(1930),रश्मि(1932),नीरजा(1934),सांध्यगीत(1936),दीपशिखा(1942),सप्तपर्णा(1959) आदि हैं।
‘विष पिया, अमृत दिया’ निबंध किस चरित्रनायक के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को उदघाटित करता है?
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDF'विष पिया, अमृत दिया' निबन्ध 'डॉं. भीमराव अम्बेडकर' के व्यक्तित्व को उद्घाटित करता है। अन्य विकल्प अंसगत है ।अतः सही विकल्प 4) 'डॉ. भीमराव अम्बेडकर' सही उत्तर है।
Additional Information
विशेष:
"विष पिया, अमृत दिया" निबन्ध 'हितेष शंकर' द्वारा रचित दलित चरित्र डॉं. भीमराव आंबेडकर के जीवन पर आधारित है। |
''हमारे समाज के पुरुष के विवेकहीन जीवन का चित्र देखना हो तो, विवाह के समय गुलाब-सी खिली हुई, स्वस्थ बालिका को पांच वर्ष बाद देख लीजिए। उस समय अममय प्रौढ़ हुई दुर्बल संतानों की रोगिणी पीली माता में कौन-सी विवशता, कौन-सी रूला देनेवाली करुणा न मिले।"
उपरोक्त कथन किस लेखिका का है ?
Answer (Detailed Solution Below)
शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDF- यह कथन छायावाद की प्रमुख लेखिका महादेवी वर्मा का है।
- यह पंक्तियां उनके निबंध संग्रह श्रृंखला की कड़ियां से ली गईं हैंI
- महादेवी वर्मा छायावाद के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैंI
- यह निबंध संग्रह नारीवादी निबंधों के लिए महत्वपूर्ण हैI
- प्रकाशन वर्ष - 1943
Important Points
- महादेवी वर्मा - जन्म - 26 मार्च, 1907
- मृत्यु - 11 सितंबर, 1987
- कविता संग्रह -
- नीहार (1930)
- रश्मि (1932)
- नीरजा (1934)
- सांध्यगीत (1936)
- दीपशिखा (1942),
- सप्तपर्णा (अनूदित 1959)
- प्रथम आयाम (1974)
- अग्निरेखा (1990)
- कथेतर -
- अतीत के चलचित्र (1941)
- स्मृति की रेखाएं (1943)
- श्रृंखला की कड़ियां (1943)
- मेरा परिवार
- पथ के साथी (1956 )
Additional Information
- रमणिका गुप्ता आदिवासी रचनाकार हैंI
- मुख्य कृति -
- हादसे ( आत्मकथा भाग 1 )
- आपहुदरी (आत्मकथा भाग 2)
- आदिवासी कौन ?
- मन्नू भंडारी तथा प्रभा खेतान नारीवादी लेखिका हैं।
- मन्नू भंडारी - एक कहानी यह भी (आत्मकथा), आपका बंटी (उपन्यास), मैं हार गई (कहानी), यही सच है (कहानी), त्रिशंकु (कहानी)
- प्रभा खेतान - अन्या से अनन्या (आत्मकथा), छिन्नमस्ता (उपन्यास),
हजारीप्रसाद द्विवेदी का प्रथम निबंध संग्रह कौन-सा है?
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शुक्लोत्तर युगीन निबन्ध Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त विकल्पों में से 'अशोक के फूल' सही हैं।
Key Points
- अशोक के फूल निबंध संग्रह सन् 1948 ई. में लिखा गया।
- द्विवेदी जी ललित निबंधकार हैं।
- इसमें अशोक के फूल की गरिमा व उसके पतन के इतिहास के साथ मानव जाति के विकास व पतन की कथा हैं।
- इसके माध्यम से प्रकृति की परिवर्तनशीलता पर विचार किया गया हैं।
Additional Information
- अन्य निबंध संग्रह :
- कल्पलता(1951)
- विचार और वितर्क(1957)
- कुटज(1964)
- साहित्य सहचर(1965)
- आलोक पर्व(1972) आदि