अव्ययीभाव समास MCQ Quiz - Objective Question with Answer for अव्ययीभाव समास - Download Free PDF

Last updated on Jun 10, 2025

Latest अव्ययीभाव समास MCQ Objective Questions

अव्ययीभाव समास Question 1:

निम्नलिखित में से 'अव्ययी भाव समास' के विकल्प का चयन कीजिए- 

  1. सद्धावना - सत्‌ भावना 
  2. दानवीर - दान में वीर 
  3. पददलित - पद से दलित 
  4. उपकूल - कूल के समीप  
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : उपकूल - कूल के समीप  

अव्ययीभाव समास Question 1 Detailed Solution

'उपकूल - कूल के समीपशब्द 'अव्ययी भाव समास' के उदाहरण है।Key Points 

  • अव्ययीभाव समास की परिभाषा - जिस समास का प्रथम पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण हो उसे अव्ययीभाव समास कहते है।
  • उदाहरण - भरसक = शक्ति भर, हररोज़ = प्रत्येक दिन, प्रत्यागमन = वापस आना, यथाशक्ति = शक्ति के अनुसार, भरपेट = पेट भरकर आदि।

अन्य विकल्प-

  • सद्धावना- सत्‌ भावना : कर्मधारय समास।
  • दानवीर - दान में वीर : अधिकरण तत्पुरुष समास।
  • पददलित - पद से दलित : अपादान तत्पुरुष समास।

Additional Information 

  • समास का सरल अर्थ 'संक्षिप्तीकरण' करना है, जब दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से नया व सार्थक शब्द बनता है तो उस सार्थक शब्द को समास कहते है।
  • उदाहरण - विद्या के लिय आलय = विद्यालय
समास परिभाषा  उदाहरण 
द्वन्द्व इस समास में दोनों पदों की प्रधानता रहती है। रात-दिन = रात और दिन
द्विगु जिस समास का पहला पद संख्यावाचक हो। चौराहा = चार राहों का समूह
बहुव्रीहि समास जिस समास में कोई भी पद प्रधान नही होता जबकि किसी तीसरे पद की प्रधानता होती है,वहाँ बहुव्रीहि समास होता है। दशानन = दस है आनन जिसके अर्थात रावण 
तत्पुरुष समास जिस समास का उत्तरपद प्रधान हो तत्पुरुष समास कहलाता है, इस समास में कारक चिह्नों का लोप होता है।

आपबीती = अपने पर जो बीती है,

 देशातंर = एक देश से दूसरे देश में भ्रमर 

कर्मधारय समास  जिस समास में दोनों पदों में विशेष्य विशेषण का सम्बन्ध हो। भलामानस =भला है जो मानस 

अव्ययीभाव समास Question 2:

'यथार्थ' में कौन सा समास है?

  1. तत्पुरुष
  2. द्वंद्व
  3. अव्ययीभाव
  4. द्विगु
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 2 Detailed Solution

दिए गए विकल्पों में सही उत्तर ‘अव्ययीभाव' होगा। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।

Key Points 

  • 'यथार्थ' अव्ययीभाव समास का उदाहरण है। 
  • 'यथार्थ' का समास विग्रह होगा - जैसा वास्तव में अर्थ है। 

अव्ययीभाव समास

जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

Important Points

पदों की प्रधानता के आधार पर समास का वर्गीकरण निम्न प्रकार है -   

  1. पूर्वपद प्रधान- अव्ययीभाव समास
  2. उत्तरपद प्रधान- तत्पुरुष समास, कर्मधारय समास, द्विगु समास
  3. दोनों पद प्रधान- द्वंद्व समास
  4. दोनों पद अप्रधान- बहुव्रीहि समास

Confusion Points

संधि और समास- अर्थ की द्रष्टि से दोनों शब्द सामान हैं यद्यपि दोनों में कुछ अंतर है जैसे- 

  1. संधि वर्णों का मेल है और समास शब्दों का मेल है।
  2. संधि में वर्णों के मेल से वर्ण परिवर्तन अथवा विकार उत्पन्न होता है जबकि समास में ऐसा नहीं होता।
  3. संधि के द्वारा बने शब्दों को पुनः मूल अवस्था में लाने को संधि-विच्छेद कहते हैं जबकि समास के पदों को अलग करने की प्रक्रिया समास-विग्रह कहलाती है।  

Additional Information 

समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छः प्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा 

उदाहरण 

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

बहुव्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

अव्ययीभाव समास

जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

द्वंद्व समास 

द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।

माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न

अव्ययीभाव समास Question 3:

निम्न में से कौन-सा समास अव्ययीभाव समास का उदाहरण है?

  1. प्रेममग्न
  2. नीलकंठ
  3. निडर
  4. दोपहर
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : निडर

अव्ययीभाव समास Question 3 Detailed Solution

अव्ययीभाव समास का उदाहरण है - निडरन्य सभी विकल्प असंगत है।

Key Points

  • 'निडर' का समास-विग्रह - बिना डरे
  • 'निडर' शब्द में अव्ययीभाव समास है।

अन्य विकल्प-

शब्द समास विग्रह समास
प्रेममग्न प्रेम में मग्न तत्पुरुष
नीलकंठ नीला है जो कंठ कर्मधारय
दोपहर दो पहरों का समाहार द्विगु

Important Pointsअव्‍ययीभाव समास:-

  • जहाँ प्रथम पद या पूर्व पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण अव्यय हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
  • अव्ययीभाव समास के पहले पद में अनु, आ, प्रति, यथा, भर, हर आदि आते है।

उदाहरण -

  • आजन्म = जन्म से लेकर
  • यथामति = मति के अनुसार
  • प्रतिदिन = दिन-दिन

Additional Information

तत्‍पुरूष समास:-

  • वह समास जिसमें उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।
  • इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।

उदाहरण -

  • धनहीन = धन से हीन
  • आपबीती = आप पर बीती
  • गगनचुम्बी = गगन को चूमने वाला।

कर्मधारय समास:-

  • वह समास जिसका पहला पद विशेषण एवं दूसरा पद विशेष्य होता है अथवा पूर्वपद एवं उत्तरपद में उपमान - उपमेय का सम्बन्ध माना जाता है कर्मधारय समास कहलाता है।
  • समास विग्रह करते समय दोनों पदों के बीच में के सामान’, ‘है जो’, ‘रुपीमें से किसी एक शब्द का प्रयोग होता है।

उदाहरण -

  • मृगलोचन = मृग के सामान लोचन
  • नवयुवक = नव है जो युवक​
  • कीर्तिलता = कीर्ति रुपी लता

द्विगु:-

  • वह समास जिसका पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है।

उदाहरण -

  • त्रिराहा = तीन रास्तों का समाहार
  • नवरत्न = नौ रत्नों का समूह
  • शताब्दी = सौ सालों का समूह

अव्ययीभाव समास Question 4:

सामासिक शब्द 'परोक्ष' में कौन सा समास है? सही उत्तर का चयन कीजिये- 

  1. तत्पुरुष समास
  2. अव्ययीभाव
  3. कर्मधारय
  4. द्वंद्व
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 4 Detailed Solution

  • 'परोक्ष' शब्द में अव्यय का प्रसंग है। अतः यहाँ पर अव्ययीभाव समास होगा। इसलिए अव्ययीभाव समास संगत विकल्प है। अन्य सभी विकल्प असंगत है। 
  • परोक्ष का सामासिक विग्रह = अक्षि से परे, आँखों से परे। 

Key Points

  • समास की परिभाषा: दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने अर्थवान शब्द को हम समास कहते है।
    • जैसे: राजपुत्र,चौराहा,कठपुतली. घुड़सवार आदि।
  • अव्ययीभाव समास की परिभाषा: जिस समास में पहला पद अव्यय तथा मुख्य हो। उसे हम अव्ययीभाव समास कहते है।
    • जैसे: परोक्ष, प्रतिदिन, यथासंभव,भरपेट,आजन्म। 


Additional Information

  • विकल्प में आये हुए अन्य समासों का परिचय:
    • कर्मधारय समास:  जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।
      • जैसे: कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।
    • द्वंद्व समास की परिभाषा: जिस समास के दोनों पद मुख्य होते है और विग्रह करने पर 'और' 'अथवा' 'या' जैसे शब्दों का प्रयोग होता है। उसे हम द्वंद्व समास कहते है।
      • जैसे: पाप -पुण्य, छल-कपट,राधा-कृष्ण,नर-नारी आदि।
    • तत्पुरुष समास की परिभाषा: जिस समास का दूसरा पद मुख्य होता है। तथा दोनों के बीच कारक चिन्ह लुप्त हो जाता है। उसे हम तत्पुरुष समास कहते है।
      • जैसे: यज्ञशाला,पापमुक्त आदि।

अव्ययीभाव समास Question 5:

'एकाएक' में कौन-सा समास है?

  1. द्विगु
  2. द्वंद्व
  3. अव्ययीभाव
  4. बहुव्रीहि
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 5 Detailed Solution

सही उत्तर है - ‘अव्ययीभाव’।

  • ‘एकाएक’ पद में अव्ययीभाव समास है।
  • समास विग्रह : एक के तुरंत बाद एक।

Key Pointsअव्ययीभाव समास :

  • जहाँ प्रथम पद या पूर्व पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण अव्यय हो उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।

अव्ययीभाव समास के उदाहरण :

  • यथामति = मति के अनुसार
  • विवाहोपरान्त = विवाह के उपरान्त

अन्य विकल्प :

  • द्विगु समास : यदि किसी सामासिक पद में प्रथम पद संख्यावाचक शब्द हो एवं द्वितीय पद संज्ञा शब्द हो तथा समस्त पद समूह का बोध करवाए तो उसे द्विगु समास कहते हैं।
    उदाहरण :
    • ​दोराहा : दो राहों का समाहार।
  • द्वंद्व समास : समास का वह रूप जिसमें प्रथम और द्वितीय दोनों पद प्रधान होते हैं उसे द्वन्द्व समास कहते हैं।
    उदाहरण :
    • जलवायु : जल और वायु।
  • बहुव्रीहि समास : यदि किसी सामासिक पद में प्रयुक्त प्रथम एवं द्वितीय दोनों पद अपना मूल अर्थ खोकर अन्य अर्थ प्रकट करने लगे तो उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं।
    उदाहरण :
    पीताम्बर : पीत है अम्बर जिसका अर्थात् 'कृष्ण'

Additional Informationसमास:

  • समास शब्द-रचना की ऐसी प्रक्रिया है जिसमें अर्थ की दृष्टि से परस्पर भिन्न तथा स्वतंत्र अर्थ रखने वाले दो या दो से अधिक शब्द मिलकर किसी
    अन्य स्वतंत्र शब्द की रचना करते हैं।

समास विग्रह:

  • यह सामासिक शब्दों को विभक्ति सहित पृथक करके उनके संबंधों को स्पष्ट करने की प्रक्रिया है। यह समास रचना से पूर्ण रूप से विपरित प्रक्रिया है।

समास के निम्नलिखित छ: भेद होते हैं:-

  • तत्पुरुष समास
  • कर्मधारय समास
  • द्विगु समास
  • द्वन्द्व समास
  • बहुव्रीहि समास
  • अव्ययीभाव समास

Top अव्ययीभाव समास MCQ Objective Questions

'प्रत्यंग' किस समास का उदाहरण है?

  1. अव्ययीभाव
  2. तत्पुरुष
  3. द्विगु
  4. द्वंद

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 6 Detailed Solution

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सही उत्तर अव्ययीभाव’ है। 

Key Points

  • 'प्रत्यंगअव्ययीभाव समास का उदाहरण है। 
  • 'प्रत्यंग' का समास विग्रह होगा - प्रति अंग। 
  • अव्ययीभाव समास में प्रथम पद अव्यय होता है।

पदों की प्रधानता के आधार पर समास का वर्गीकरण निम्न प्रकार है -  

  1. पूर्वपद प्रधान- अव्ययीभाव समास
  2. उत्तरपद प्रधान- तत्पुरुष समास, कर्मधारय समास, द्विगु  समास
  3. दोनों पद प्रधान- द्वंद्व समास
  4. दोनों पद अप्रधान- बहुव्रीहि समास

संधि और समास- अर्थ की द्रष्टि से दोनों शब्द सामान हैं यद्यपि दोनों में कुछ अंतर है जैसे- 

  1. संधि वर्णों का मेल है और समास शब्दों का मेल है।
  2. संधि में वर्णों के मेल से वर्ण परिवर्तन अथवा विकार उत्पन्न होता है जबकि समास में ऐसा नहीं होता।
  3. संधि के द्वारा बने शब्दों को पुनः मूल अवस्था में लाने को संधि-विच्छेद कहते हैं जबकि समास के पदों को अलग करने की प्रक्रिया समास-विग्रह कहलाती है।  

Additional Information

समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा 

उदाहरण 

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

बहुव्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

अव्यययीभाव समास

जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

द्वंद्व समास 

द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।

माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न 

 

 

निम्नलिखित में से अव्ययीभाव समास कौनसा है-

  1. विद्यालय
  2. मनमाना
  3. कनफटा
  4. भरपेट

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : भरपेट

अव्ययीभाव समास Question 7 Detailed Solution

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सही विकल्प 4 'भरपेट' है। 

Key Points

  • भरपेट में अव्ययीभाव समास का प्रयोग किया गया जिसका अर्थ होता है 'पेट भरकर'
  • अव्ययीभाव समास- जिस समास का प्रथम पद या पूर्व पद अव्यय हो अर्थात जिसमें प्रथम पद प्रधान हो उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
    • अन्य उदाहरण- प्रतिदिन, यथाशक्ति, यथासंभव यावज्जीवन आदि।
  • अन्य विकल्पः-
    • विद्यालय- का समस विग्रह- विद्या के लिए आलय। इस शब्द में सम्प्रदान तत्पुरुष समास है।
    • मनमानाका समस विग्रह- 'मन से माना हुआ'। इस शब्द में करण तत्पुरुष समास(से , द्वारा) है।
    • कनफटा- का समस विग्रह- ' कान है फटे हुए जिसके अर्थात् नाथों का एक विशेष संप्रदाए विशेष। इसमें बहुब्रीह समास है।

Additional Information

  • समास- दो या दो से अधिक पदों या शब्दों के संक्षेपीकरण से जो शब्द बनता है, उसे ही समास कहते है। 
    • समास में मुख्यता दो पद होते है पहले पद को पूर्व पद एवं दूसरे पद को उत्तर पद कहते है ।
    • समास के मुख्यतः 4 भेद होते है। किन्तु तत्‍पुरुष समास के दो उपभेद भी होते है।
  • अव्ययी भाव समास -जिस समास का प्रथम पद अव्यय हो अर्थात् प्रथम पद प्रधान हो ।
    • जैसे- आजन्म,प्रतिदिन, प्रत्यक्ष आदि।
  • तत्पुरुष समाम - जिस समास का अंतिम पद अर्थात  उत्तर पद प्रधान हो उसे तत्पुरुष समाम कहते है।
    • जैसे- चिड़ीमार, गगनचुम्बी आदि।
  • कर्मधारय समाम-जिस समास में विशेषण और विशेष्य का संबंध अथवा उपमेय और उपमान का संबंध पाया जाता है. उसं कर्मधार्य समास कहते है।
    • जैसे- नीलगाय-नीली है जो गाय  
  • द्विगु समाम -जिस समास का प्रथम पद संख्यावाची तथा अंतिम पद संज्ञा हो उसे द्विगु समास कहते है। जैसे -नवरत्न 
    • समास के अन्य उदाहरण
  • बहुव्रीह समास - कोई पद प्रधान नही।
    • जैसे चतुर्भुज - चार भुजाएँ है जिसकी अर्थात भगवान विष्णु
  • द्वन्‍द्व समास- दोनो पद प्रधान होते है।
    • जैसे माता- पिता 

Mistake Pointsतत्‍पुरुष समास के दो उपभेद हैं- 

  • कर्मधारय समास
  • द्विगु समास 

निर्देश : निम्नलिखित प्रत्येक शब्द के लिए उसके नीचे दिए गए विकल्पों में से उपयुक्त समास छाँटिए :

यथाशक्ति

  1. अव्ययीभाव
  2. कर्मधारय 
  3. बहुव्रीहि
  4. तत्पुरुष

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 8 Detailed Solution

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सही उत्तर है - ‘अव्ययीभाव’।

  • यथाशक्ति अव्ययीभाव समास का उदाहरण है।
  • इसका समास विग्रह होगा - शक्ति के अनुसार।

Key Points

  • यथाशक्ति’ में ' ‘यथा’ अव्यय का प्रयोग हुआ है इस कारण यहाँ ‘अव्ययीभाव समास’ होगा।
  • अव्ययीभाव समास में पहला पद प्रधान होता है और समस्त शब्द अव्यय का काम करता है।
  • उदाहरण :
    • आजन्म: जन्म से लेकर
    • यथामति : मति के अनुसार
    • प्रतिदिन : दिन-दिन

Additional Information

  • समास :- समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है।
    समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है।
  • जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र।
  • समास के छःप्रकार हैं -
    • अव्ययीभाव समास 
    • तत्पुरुष समास
    • कर्मधारय समास
    • द्विगु समास
    • द्वन्द समास
    • बहुव्रीहि समास

निम्नांकित में अव्ययीभाव समास का उदाहरण नहीं हैः

  1. पुश्तानुपुश्त
  2. बेखटके
  3. आपबीती
  4. प्रतिदिन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : आपबीती

अव्ययीभाव समास Question 9 Detailed Solution

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'आपबीती' अव्ययीभाव समास का उदाहरण नही है। अतः 'आपबीती' सही उत्तर है।
आपबीती - अपने पर बीती हुई - तत्पुरुष समास
Key Points

  • बेखटके -  बिना खटके के - अव्ययीभाव समास  
  • प्रतिदिन - प्रत्येक दिन - अव्ययीभाव समास 
  • 'पुश्तानुपुश्त' :- पुश्तो के बाद पुश्ते - अव्ययी भाव समास
  • यथासम्भव - जैसे भी सम्भव हो -  अव्ययीभाव समास 

Additional Information 

 अव्ययीभाव समास

 जहाँ प्रथम पद या पूर्व पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण अव्यय हो उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।

शक्ति के अनुसार = यथाशक्ति

जन्म से लेकर = आजन्म

मति के अनुसार = यथामति

भरा हुआ पेट = भरपेट

हर दिन = हररोज 

तत्पुरुष समास

जिस समास में प्रथम पद गौण और उत्तर पद की प्रधानता होती है और समास करते वक्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।

 मन से माना हुआ = मनमाना 

'समक्ष' में कौन-सा समास है ?

  1. तत्पुरुष
  2. कर्मधारय
  3. अव्ययीभाव
  4. द्वन्द्व

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 10 Detailed Solution

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समक्ष' में अव्ययीभाव  समास है Key Points

 

समस्त पद समास विग्रह समास  का प्रकार
समक्ष अक्षि के सामने अव्ययीभाव समास
  • यहाँ पर अव्ययीभाव समास इसलिए होगा क्योंकि इसका पहला पद अव्यय है और इसके योग से सभी पद अव्यय में परिवर्तित हो गए तथा इसका अर्थ प्रधान है।

 Additional Informationतत्पुरुष-

  • वह समास, जिसका उत्तरपद या अंतिम पद प्रधान हो।
  • जैसे–राजकुमार सख्त बीमार था।
  • इस वाक्य में समस्तपद ‘राजकुमार’ जिसका विग्रह है–राजा का कुमार इस विग्रह पद में ‘राजा’ पहला पद और ‘कुमार’ (पुत्र) उत्तर पद है।
  • अब प्रश्न है–कौन बीमार था, राजा या कुमार?
  • उत्तर मिलता है–कुमार स्पष्ट है कि उत्तरपद की ही प्रधानता है​

कर्मधारय

  • कर्मधारय समास में पूर्व पद विशेषण तथा उत्तर पद विशेष्य होता है।
  • नील कमल: नील के समान कमल।
  • प्रधानाध्यापक: प्रधान है जो अध्यापक।
  • महाराज: महान है जो राजा।
  • ऊपर उदाहरण दर्शाए गए हैं, इन उदाहरण में पूर्व पद में उत्तर पद की विशेषता बताई जा रही है

द्वन्द्व-

  • ऐसे समास शब्द जिनमें समस्त या दोनों पद प्रधान हो।

‘यथासंभव’ में कौन सा समास है?

  1. अव्ययीभाव
  2. कर्मधारय
  3. तत्पुरूष
  4. द्विगु

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 11 Detailed Solution

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'यथासंभव’ का विग्रह 'जहाँ तक संभव हो सके' है अतः यहाँ 'अव्ययीभाव समास' है। शेष विकल्प असंगत हैं। इस प्रकार सही विकल्प 'अव्ययीभाव' है।

स्पष्टीकरण 

  • अव्ययीभाव समास का पूर्वपद प्रधान होता है और समास पद अव्यय हो जाता है। इसमें पहला पद उपसर्ग जाति का अव्यय होता है और वही प्रधान होता है।

 

अन्य विकल्प

समास - समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। जब दो या दो से अधिक शब्दों के योग से जो छोटा शब्द बने उसे समास कहते हैं। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - रजा का पुत्र – राजपुत्र,

समास के छःप्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा

उदाहरण

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

  1. धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ
  2. तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,
पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

  1. कमल के समान नयन कमलनयन
  2. महान है जो देव महादेव

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

  1. दो पहरों का समूह = दोपहर
  2. तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

अव्ययी भाव समास नहीं है-

  1. तिलचट्टा
  2. अनजाना
  3. पलपल
  4. रातोंरात

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : तिलचट्टा

अव्ययीभाव समास Question 12 Detailed Solution

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अव्ययी भाव समास नहीं है- तिलचट्टा

Key Pointsतिलचट्टा-

  • तिल को चाटनेवाला 
  • इसमें कर्म तत्पुरुष समास है। 

Important Pointsसमास -

  • दो या दो से अधिक शब्द से बने हुए नए शब्द को समास कहा जाता है।
  • समास के 6 भेद होते है-
समास परिभाषा उदाहरण
अव्ययीभाव पहला पद प्रधान तथा अव्यय हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण का कार्य करें वहां अव्ययीभाव होता है।

प्रति + दिन  = प्रतिदिन

निर्विवाद = बिना विवाद के

कर्मधारय  जिस समास में पूर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य हो, कर्मधारय समास कहलाता है।

कालीमिर्च = काली है जो मिर्च

नीलकमल = नीला है जो कमल

द्विगु    जिस समास में पूर्वपद संख्यावाचक हो, द्विगु समास कहलाता है।

नवरत्न = नौ रत्नों का समूह

सप्तदीप = सात दीपों का समूह

 बहुव्रीहि जिस समास में दोनों पदों के माध्यम से एक विशेष (तीसरे) अर्थ का बोध होता है, बहुव्रीहि समास कहलाता है।

महात्मा = महान् आत्मा है जिसकी,
नीलकण्ठ = नीला कण्ठ है जिनका अर्थात् शिवजी।

द्वन्द्व   जिस समास में दोनों पद प्रधान एवं एक दूसरे के विलोम या विलोम जैसे हों तो उसे द्वंद्व समास कहते हैं।

माता-पिता = माता और पिता, 

राम-कृष्ण = राम और कृष्ण

तत्पुरुष  जिस समास में पूर्वपद गौण तथा उत्तरपद प्रधान हो, तत्पुरुष समास कहलाता है। मतदाता = मत को देने वाला
गिरहकट = गिरह को काटने वाला

'आजीवन' में समास है

  1. तत्पुरुष
  2. अव्ययीभाव
  3. द्वंद
  4. कर्मधारय

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : अव्ययीभाव

अव्ययीभाव समास Question 13 Detailed Solution

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सही उत्तर 'अव्ययीभाव' समास है। 

Key Points

  • 'आजीवन' में अव्ययीभाव समास है।
  • इसका समास विग्रह 'जीवन भर' है। इसका पहला पद अव्यय है।

समास

परिभाषा

उदाहरण

अव्ययीभाव समास

जिस समास में पहला पद (पूर्वपद) अव्यय तथा प्रधान हो।

जैसे – जन्म से लेकर = आजन्म, मति के अनुसार = यथामति।

 Additional Information

समास

परिभाषा

उदाहरण

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

जैसे – धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

द्वंद्व समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान हो तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’ या ‘और’ का प्रयोग होता हो।

जैसे – अन्न और जल = अन्न-जल, अपना और पराया = अपना-पराया।

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो।

कमल के समान नयन = कमलनयन, चन्द्र जैसे मुख = चंद्रमुख आदि।

निम्न विकल्पों में से उस विकल्प का चयन कीजिए जो दिए गए समस्तपद के सही अव्ययीभाव समास का विकल्प है।

यथासाध्य

  1. यथा का साध्य
  2. न साधने योग्य
  3. जितना साधा जा सके
  4. साधने के लिए 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : जितना साधा जा सके

अव्ययीभाव समास Question 14 Detailed Solution

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जितना साधा जा सके,यथासाध्य  का  सही अव्ययीभाव समास का विकल्प है।  Key Pointsयथासाध्य
  •  जितना साधा जा सके।
  • यह अव्ययीभाव समास है।
  • जिस समास का पहला पद प्रधान हो और वह अव्यय हो उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।

अव्ययीभाव समास की परिभाषा

  • इस समास का पहला पद प्रधान होता है और समस्तपद वाक्य में क्रियाविशेषण  का काम करता है।

इसी कारण से अव्ययीभाव का समस्तपद सदा लिंग, वचन और विभक्तिहीन रहता है, इसके दोनों पदों का स्वतंत्र रूप से पृथक् प्रयोग नहीं होता; क्योंकि यह प्रायः नित्य समास' होता है।Additional Information

अव्ययीभाव समास के कुछ अन्य उदाहरण :

  • प्रतिदिन – दिन दिन
  • यथामती – मती के अनुसार
  • आजन्म – जन्म से लेकर
  • यथाबल – बल के अनुसार
  • ऊपर उदाहरण में आप स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि  प्रथम पद यथा प्रति इत्यादि आ रहे हैं और यहां पर शब्दों का समास होने पर “से और के” इत्यादि चिन्हों का लोप हो रहा है।

शब्द 'सम्मुख' में कौन-सा समास है?

  1. अव्ययीभाव समास
  2. द्वन्द्व समास
  3. द्विगु समास
  4. कर्मधारय समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अव्ययीभाव समास

अव्ययीभाव समास Question 15 Detailed Solution

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उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "अव्ययीभाव समास" सही है।

Key Points
  • सम्मुख शब्द में अव्ययीभाव समास है।
  • समास विग्रह :- मुख के सामने
  • सम् + मुख
Important Points
  • अव्ययीभाव समास
    • जिसका पहला पद अव्यय और दूसरा पद प्रायः संज्ञा हो तथा समस्तपद भी अव्यय हो, उसे अव्ययी भाव समास कहते हैं। 
    • जैसे
      • विधि के अनुसार - यथाविधि।
      • जन्म से लेकर - अजन्म।
      • आंखों के सामने - प्रत्यक्ष।  
Additional Information
  • द्वंद्व समास के  उदाहरण
    • भूल-चूक - भूल या चूक
    • सुख-दुख - सुख या दुःख
    • गौरीशंकर - गौरी और शंकर
    • मार-पीट - मार और पीट
    • माता-पिता - माता और पिता
    • दूध-दही - दूध और दही
  • द्विगु समास के उदाहरण
    • द्विगु - दो गायों का समाहार
    • त्रिलोक - तीन लोकों का समाहार
    • नवरत्न - नव रत्नों का समाहार
    • त्रिफला -  तीन फलों का समाहार
    • सप्ताह - सात दिनों का समूह
    • चौमासा - चार मासों का समूह
    • दोपहर - दो पहर का समाहार
  • कर्मधारय समास के उदाहरण
    • नीलकमल - नीला है जो कमल
    • पुरुषोत्तम - पुरुषों में है जो उत्तम
    • परमानंद - परम है जो आनंद
    • भलामानस - भला है जो मानस
    • लालटोपी - लाल है जो टोपी
    • महाविद्यालय - महान है जो विद्यालय
    • अधपका - आधा है जो पका
    • महाराज - महान है जो राजा
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