अव्ययीभाव समास MCQ Quiz in தமிழ் - Objective Question with Answer for अव्ययीभाव समास - இலவச PDF ஐப் பதிவிறக்கவும்
Last updated on Mar 15, 2025
Latest अव्ययीभाव समास MCQ Objective Questions
Top अव्ययीभाव समास MCQ Objective Questions
अव्ययीभाव समास Question 1:
'खासमखास' में कौन सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 1 Detailed Solution
"खासमखास" में "अव्ययीभाव" समास होगा। अन्य विकल्प सही नही है।
Key Points
शब्द | परिभाषा | उदाहरण | भेद |
समास | "दो या दो से अधिक शब्द मिलकर एक नया एवं सार्थक शब्द की रचना करते हैं। यह नया शब्द ही समास कहलाता है"। |
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Additional Information
शब्द | परिभाषा | उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
"जिस समास में उत्तरपद प्रधान होता है एवं पूर्वपद गौण होता है वह समास तत्पुरुष समास कहलाता है"। |
धर्म का ग्रन्थ : धर्मग्रन्थ राजा का कुमार : राजकुमार तुलसीदासकृत : तुलसीदास द्वारा कृत |
अव्ययीभाव समास |
"वह समास जिसका पहला पद अव्यय हो एवं उसके संयोग से समस्तपद भी अव्यय बन जाए, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। अव्ययीभाव समास में पूर्वपद प्रधान होता है"। |
आजन्म: जन्म से लेकर यथामति : मति के अनुसार प्रतिदिन : दिन-दिन यथाशक्ति : शक्ति के अनुसार |
कर्मधारय समास |
"वह समास जिसका पहला पद विशेषण तथा दूसरा पद विशेष्य होता है, अथवा एक पद उपमान एवं दूसरा उपमेय होता है, उसे कर्मधारय समास कहते हैं"। |
महादेव : महान है जो देव दुरात्मा : बुरी है जो आत्मा करकमल : कमल के सामान कर नरसिंह : सिंह रुपी नर चंद्रमुख : चन्द्र के सामान मुख आदि। |
द्विगु समास |
"वह समास जिसका पूर्व पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद समाहार या समूह का बोध कराए, उसे द्विगु समास कहते हैं"। |
दोपहर : दो पहरों का समाहार शताब्दी : सौ सालों का समूह पंचतंत्र : पांच तंत्रों का समाहार सप्ताह : सात दिनों का समूह |
द्वंद्व समास |
"जिस समस्त पद में दोनों पद प्रधान हों एवं दोनों पदों को मिलाते समय ‘और’, ‘अथवा’, या ‘एवं ‘ आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है"। |
अन्न-जल : अन्न और जल अपना-पराया : अपना और पराया राजा-रंक : राजा और रंक देश-विदेश : देश और विदेश |
बहुव्रीहि समास |
"जिस समास के समस्तपदों में से कोई भी पद प्रधान नहीं हो एवं दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की और संकेत करते हैं वह समास बहुव्रीहि समास कहलाता है"। |
गजानन : गज से आनन वाला त्रिलोचन : तीन आँखों वाला दशानन : दस हैं आनन जिसके चतुर्भुज : चार हैं भुजाएं जिसकी |
अव्ययीभाव समास Question 2:
'समक्ष' में कौन-सा समास है ?
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 2 Detailed Solution
समस्त पद | समास विग्रह | समास का प्रकार |
समक्ष | अक्षि के सामने | अव्ययीभाव समास |
- यहाँ पर अव्ययीभाव समास इसलिए होगा क्योंकि इसका पहला पद अव्यय है और इसके योग से सभी पद अव्यय में परिवर्तित हो गए तथा इसका अर्थ प्रधान है।
Additional Informationतत्पुरुष-
- वह समास, जिसका उत्तरपद या अंतिम पद प्रधान हो।
- जैसे–राजकुमार सख्त बीमार था।
- इस वाक्य में समस्तपद ‘राजकुमार’ जिसका विग्रह है–राजा का कुमार इस विग्रह पद में ‘राजा’ पहला पद और ‘कुमार’ (पुत्र) उत्तर पद है।
- अब प्रश्न है–कौन बीमार था, राजा या कुमार?
- उत्तर मिलता है–कुमार स्पष्ट है कि उत्तरपद की ही प्रधानता है
कर्मधारय
- कर्मधारय समास में पूर्व पद विशेषण तथा उत्तर पद विशेष्य होता है।
- नील कमल: नील के समान कमल।
- प्रधानाध्यापक: प्रधान है जो अध्यापक।
- महाराज: महान है जो राजा।
- ऊपर उदाहरण दर्शाए गए हैं, इन उदाहरण में पूर्व पद में उत्तर पद की विशेषता बताई जा रही है
द्वन्द्व-
- ऐसे समास शब्द जिनमें समस्त या दोनों पद प्रधान हो।
अव्ययीभाव समास Question 3:
अव्ययी भाव समास नहीं है-
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 3 Detailed Solution
अव्ययी भाव समास नहीं है- तिलचट्टा
Key Pointsतिलचट्टा-
- तिल को चाटनेवाला
- इसमें कर्म तत्पुरुष समास है।
Important Pointsसमास -
- दो या दो से अधिक शब्द से बने हुए नए शब्द को समास कहा जाता है।
- समास के 6 भेद होते है-
समास | परिभाषा | उदाहरण |
अव्ययीभाव | पहला पद प्रधान तथा अव्यय हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण का कार्य करें वहां अव्ययीभाव होता है। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन निर्विवाद = बिना विवाद के |
कर्मधारय | जिस समास में पूर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य हो, कर्मधारय समास कहलाता है। |
कालीमिर्च = काली है जो मिर्च नीलकमल = नीला है जो कमल |
द्विगु | जिस समास में पूर्वपद संख्यावाचक हो, द्विगु समास कहलाता है। |
नवरत्न = नौ रत्नों का समूह सप्तदीप = सात दीपों का समूह |
बहुव्रीहि | जिस समास में दोनों पदों के माध्यम से एक विशेष (तीसरे) अर्थ का बोध होता है, बहुव्रीहि समास कहलाता है। |
महात्मा = महान् आत्मा है जिसकी, |
द्वन्द्व | जिस समास में दोनों पद प्रधान एवं एक दूसरे के विलोम या विलोम जैसे हों तो उसे द्वंद्व समास कहते हैं। |
माता-पिता = माता और पिता, राम-कृष्ण = राम और कृष्ण |
तत्पुरुष | जिस समास में पूर्वपद गौण तथा उत्तरपद प्रधान हो, तत्पुरुष समास कहलाता है। | मतदाता = मत को देने वाला गिरहकट = गिरह को काटने वाला |
अव्ययीभाव समास Question 4:
निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द अव्ययीभाव समास का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 4 Detailed Solution
अव्ययीभाव समास का उदाहरण है- 'आजन्मा'।
Key Pointsद्वंद्व समास- दोनों पद प्रधान होते है।
पहचान- योजक चिन्ह (-) का प्रयोग तथा, मध्य में 'और', 'अथवा', 'या' लगते है।
- उदाहरण- 'अपना-पराया'= 'अपना और पराया'।
बहुव्रीहि समास- 'अन्य पद प्रधान होता'।
पहचान- 'दोनों पद' मिलकर किसी 'तीसरे पद' की ओर संकेत देते हैं।
- उदाहरण- 'महान है जो देव अर्थात् 'महादेव'।
अव्ययीभाव समास- 'पहला पद प्रधान तथा अव्यय होता है'।
पहचान- पहला पद अनु, भर, प्रति, यथा, आ , यावत आदि।
- उदाहरण- 'आजन्मा'।
द्विगु समास- 'उत्तर पद प्रधान होता'।
पहचान- पहला पद 'संख्यावाचक' तथा इसमें 'समूह या समाहार' का पता चलता है।
- उदाहरण- 'त्रिलोक'= 'तीनों लोकों का समूह'।
Additional Information
समास- दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने नये सार्थक शब्द को समास कहते है।
समास भेद- 6 भेद होते हैं।
- अव्ययीभाव समास
- तत्पुरुष समास
- द्विगु समास
- द्वन्द्व समास
- कर्मधारय समास
- बहुव्रीहि समास
Mistake Points
- 'त्रिलोचन' बहुव्रीहि समास का उदाहरण है। द्विगु समास का नहीं।
- क्योंकि, 'त्रिलोचन' में 'तीन नेत्रों वाले' अर्थात् 'शिव' जी' के बारे में बात की जा रही है 'तीन नेत्र' की नहीं।
- अतः उचित समास विग्रह 'तीन नेत्रों वाला' अर्थात् 'शिव'।
अव्ययीभाव समास Question 5:
'बहिर्मुखी' में समास है-
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 5 Detailed Solution
'बहिर्मुखी' में : अव्ययी भाव समास है।
- समास विग्रह - बाहरी मुख वाला अर्थात बहिर्मुखी -- अव्ययी भाव समास
Confusion Points
- समास विग्रह - सबसे घुल मिलने वाला या सब चेहरे रखने वाला -- बहुव्रीहि समास
- परन्तु यह विकल्प में से दोनों में से एक होगा।
- बहिर्मुखी का समास विग्रह दो तरह से हो सकता है....
- बहिर्मुखी = बाहरी मुख वाला
- समास का नाम= अव्ययीभाव समास
- बहिर्मुखी = सबसे घुलने-मिलने वाला या सामाजिक व्यक्ति
- समास का नाम = बहुव्रीहि समास
Additional Information
समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छः प्रकार हैं - |
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समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव। |
कर्मधारय समास |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं। |
कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव। |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक। |
अव्यययीभाव समास |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक |
द्वंद्व समास |
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। |
माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न |
अव्ययीभाव समास Question 6:
‘यथासंभव’ में कौन सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 6 Detailed Solution
'यथासंभव’ का विग्रह 'जहाँ तक संभव हो सके' है अतः यहाँ 'अव्ययीभाव समास' है। शेष विकल्प असंगत हैं। इस प्रकार सही विकल्प 'अव्ययीभाव' है।
स्पष्टीकरण
- अव्ययीभाव समास का पूर्वपद प्रधान होता है और समास पद अव्यय हो जाता है। इसमें पहला पद उपसर्ग जाति का अव्यय होता है और वही प्रधान होता है।
अन्य विकल्प
समास - समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। जब दो या दो से अधिक शब्दों के योग से जो छोटा शब्द बने उसे समास कहते हैं। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - रजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं - |
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समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
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कर्मधारय समास |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, |
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द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
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अव्ययीभाव समास Question 7:
अव्ययी भाव समास नहीं है-
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 7 Detailed Solution
अव्ययी भाव समास नहीं है- तिलचट्टा
Key Pointsतिलचट्टा-
- तिल को चाटनेवाला
- इसमें कर्म तत्पुरुष समास है।
Important Pointsसमास -
- दो या दो से अधिक शब्द से बने हुए नए शब्द को समास कहा जाता है।
- समास के 6 भेद होते है-
समास | परिभाषा | उदाहरण |
अव्ययीभाव | पहला पद प्रधान तथा अव्यय हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण का कार्य करें वहां अव्ययीभाव होता है। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन निर्विवाद = बिना विवाद के |
कर्मधारय | जिस समास में पूर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य हो, कर्मधारय समास कहलाता है। |
कालीमिर्च = काली है जो मिर्च नीलकमल = नीला है जो कमल |
द्विगु | जिस समास में पूर्वपद संख्यावाचक हो, द्विगु समास कहलाता है। |
नवरत्न = नौ रत्नों का समूह सप्तदीप = सात दीपों का समूह |
बहुव्रीहि | जिस समास में दोनों पदों के माध्यम से एक विशेष (तीसरे) अर्थ का बोध होता है, बहुव्रीहि समास कहलाता है। |
महात्मा = महान् आत्मा है जिसकी, |
द्वन्द्व | जिस समास में दोनों पद प्रधान एवं एक दूसरे के विलोम या विलोम जैसे हों तो उसे द्वंद्व समास कहते हैं। |
माता-पिता = माता और पिता, राम-कृष्ण = राम और कृष्ण |
तत्पुरुष | जिस समास में पूर्वपद गौण तथा उत्तरपद प्रधान हो, तत्पुरुष समास कहलाता है। | मतदाता = मत को देने वाला गिरहकट = गिरह को काटने वाला |
अव्ययीभाव समास Question 8:
‘घर-घर’ किस समास का विकल्प है?
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 8 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 4 ‘अव्ययीभाव समास’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
- ‘घर-घर’ शब्द का समास-विग्रह ‘प्रत्येक घर’ है।
- यहाँ एक ही शब्द की पुनरावृत्ति हुई है और दोनों शब्द मिलकर अव्यय की तरह प्रयोग हो रहे हैं।
- अव्ययीभाव समास - इसमें प्रथम पद अव्यय होता है और उसका अर्थ प्रधान होता है उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
- इसमें अव्यय पद का प्रारूप लिंग, वचन, कारक, में नहीं बदलता है वो हमेशा एक जैसा रहता है।
अन्य विकल्प:
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
इस समास में उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है। |
धर्म का ग्रंथ = धर्मग्रंथ |
द्वंद्व समास |
इस समास में दोनों पद ही प्रधान होते हैं इसमें किसी भी पद का गौण नहीं होता है। इसका विग्रह करने पर और, अथवा, या, एवं का प्रयोग होता है उसे द्वंद्व समास कहते हैं। |
जल और वायु = जलवायु |
कर्मधारय समास |
इस समास का उत्तर पद प्रधान होता है। इस समास में विशेषण-विशेष्य और उपमेय-उपमान से मिलकर बनते हैं उसे कर्मधारय समास कहते हैं। |
आधा है जो मरा = अधमरा |
- समास से तात्पर्य है- संक्षिप्तीकरण।
- जब दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर जो नया और छोटा शब्द बनता है उस शब्द को समास कहते हैं।
- समास रचना में दो पद होते हैं, पहले पद को ‘पूर्वपद’ कहा जाता है और दूसरे पद को ‘उत्तरपद’ कहा जाता है।
- इन दोनों से जो नया शब्द बनता है वो समस्त पद कहलाता है।
अव्ययीभाव समास Question 9:
निम्नलिखित में से ‘धड़ाधड़’ किस समास का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 9 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘अव्ययीभाव समास’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
- ‘धड़ाधड़’ शब्द का समास विग्रह है धड-धड की आवाज के साथ।
- इस शब्द में एक ही शब्द की पुनरावृत्ति हुई है और दोनों शब्द मिलकर अव्यय की तरह प्रयोग हो रहे हैं।
- अव्ययीभाव समास - इसमें प्रथम पद अव्यय होता है और उसका अर्थ प्रधान होता है उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
- इसमें अव्यय पद का प्रारूप लिंग, वचन, कारक, में नहीं बदलता है वो हमेशा एक जैसा रहता है।
अन्य विकल्प:
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
इस समास में उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है। |
धर्म का ग्रंथ = धर्मग्रंथ |
द्वंद्व समास |
इस समास में दोनों पद ही प्रधान होते हैं इसमें किसी भी पद का गौण नहीं होता है। इसका विग्रह करने पर और, अथवा, या, एवं का प्रयोग होता है उसे द्वंद्व समास कहते हैं। |
जल और वायु = जलवायु |
कर्मधारय समास |
इस समास का उत्तर पद प्रधान होता है। इस समास में विशेषण-विशेष्य और उपमेय-उपमान से मिलकर बनते हैं उसे कर्मधारय समास कहते हैं। |
आधा है जो मरा = अधमरा |
- समास से तात्पर्य है- संक्षिप्तीकरण।
- जब दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर जो नया और छोटा शब्द बनता है उस शब्द को समास कहते हैं।
अव्ययीभाव समास Question 10:
'प्रत्यंग' में कौन सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
अव्ययीभाव समास Question 10 Detailed Solution
प्रश्न के अनुसार प्रत्यंग में अव्ययीभाव समास है।
- प्रत्यंग का समास विग्रह - प्रति + अंग। इसमें पहला पद प्रति अव्यय होने से यह अव्ययीभाव समास का उदाहरण है।
Key Pointsअन्य शब्दों का विश्लेषण निमं प्रकार है -
समास:- दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर संबंध बनाने वाले शब्दों अथवा कारक चिन्हो का लोप होने पर उन दो शब्दों के मेल से बने एक स्वतंत्र शब्द को समास कहते है,समास छह के होते हैं -
समास | परिभाषा | उदाहरण |
तत्पुरुष समास | वह समास जिसका उत्तर पद प्रधान होता है वह समास करते वक्त बीच की विभक्ति लुप्त हो जाती है उसे हम तत्पुरुष समास कहते हैं। | शाकाहारी, राजद्रोही |
अव्ययीभाव तत्पुरुष | जिस समास में पूर्व पद (पहला पद) अव्यय हो, तथा उस पूर्व पद के जुड़ने से समस्त पद भी अव्यय बन जाए ऐसे समास को अव्ययीभाव समास कहते हैं। | आजन्म- जन्म से लेकर, प्रतिदिन- दिन-दिन |
कर्मधारय समास | वह समास जिसका प्रथम पद विशेषण तथा दूसरा पद विशेष्य होता हो। उसे कर्मधारय समास कहते हैं। | चरणकमल = कमल के समान चरण, चन्द्रमुख = चन्द्र जैसा मुख |
द्वंद्व समास | जब किसी समस्त पदों में दोनों पद प्रधान है तथा दोनों पदों को मिलाते समय और अथवा या एवं आदि शब्द हो ऐसे समास को द्वंद समास कहते हैं द्वंद समास में योजक चिन्ह होता है। | अन्न-जल : अन्न और जल, राजा-रंक : राजा और रंक |
बहुव्रीहि समास | वह समास जिसके समस्त पदों में कोई भी पद प्रधान पद के रूप में ना हो तथा समस्त पद मिल कर किसी अन्य पद की ओर संकेत करते हो वह बहुव्रीहि समास कहलाता है। | गजानन- गज से आनन वाला, चतुर्भुज- चार हैं भुजाएं जिसकी |
द्विगु समास | जिस समास का पहला शब्द संख्यावाचक विशेषण हो तथा अन्य समस्त पद समूह का बोध कराता हूं,उसे द्विगु समास कहते हैं। | दोपहर- दो पहरों का समाहार, त्रिफला- तीन फलों का समूह |