Question
Download Solution PDFकर्मवाच्येक्रिया भवति -
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्नार्थ - कर्मवाच्य में क्रिया है-
संस्कृत व्याकरण में तीन वाच्य -
- कर्तृवाच्य - जिस वाक्य में कर्ता प्रधान होता है और क्रियापद कर्ता के अधीन होता है, उस वाक्य को 'कर्तृवाच्य' वाक्य कहते है। इसमें कर्ता प्रथमा विभक्ति और कर्म में द्वितीया विभक्ति का होता है।
- उदाहरण - रामः पुस्तकं पठति।
- कर्मवाच्य - जिस वाक्य में कर्म प्रधान हो और क्रियापद कर्म के अधीन हो, वह कर्मवाच्य वाक्य होता है। इसमें कर्ता म तृतीया विभक्ति और कर्म में प्रथमा विभक्ति का होता है।
- उदाहरण - 'तेन ग्रन्थः पठ्यते।' यह वाक्य कर्मवाच्य होता है।
- भाववाच्य - जब अकर्मक धातुओं से भाव प्रकट हो, तब वाक्य भाववाच्य होता है। इसमें कर्ता हमेशा तृतीया विभक्ति में क्रियापद आत्मनेपदी और प्रथम पुरुष एकवचन में रहता है।
- उदाहरण - बालकेन क्रीडयते।
कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य या भाववाच्य के अर्थ में धातु को परिवर्तित करते समय विकरण के जगह 'य्' लगता है।
पर्यायों में 'सेव्यते' इस ही पद में ही 'य' का प्रयोग है अतः यह उचित पर्याय 'सेव्यते' होता है।
Additional Information
‘सेव्' आत्मनेपदी धातु से लट् लकार कर्तृवाच्य के विविध पुरुषों और वचनों का रूप निम्नलिखित प्रकार से चलता है-
‘सेव्' आत्मनेपदी धातु, लट् लकार |
|||
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरुष |
सेवते |
सेवेते |
सेवन्ते |
मध्यमपुरुष |
सेवसे |
सेवेथे |
सेवध्वे |
उत्तमपुरुष |
सेवे |
सेवावहे |
सेवामहे |
Last updated on Jul 12, 2025
-> HTET Exam Date is out. HTET Level 1 and 2 Exam will be conducted on 31st July 2025 and Level 3 on 30 July
-> Candidates with a bachelor's degree and B.Ed. or equivalent qualification can apply for this recruitment.
-> The validity duration of certificates pertaining to passing Haryana TET has been extended for a lifetime.
-> Enhance your exam preparation with the HTET Previous Year Papers.