Question
Download Solution PDFक्षीयन्ते ________ भूषणानि सततम्। अत्र अव्ययं वर्तते रिक्तस्थाने-
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्नानुवाद - क्षीयन्ते ________ भूषणानि सततम्। यहाँ रिक्तस्थान में अव्यय है-
स्पष्टीकरण - यहाँ रिक्त स्थान में खलु अव्यय पद आयेगा। (खलु - निश्चित)
इस तरह पूर्ण सूक्ति होगी - क्षीयन्ते खलु भूषणानि सततम्।
उपरोक्त सूक्ति नीतिशतक के प्रसिद्ध श्लोक की पंक्ति है। नीतिशतक के रचनाकार भर्तृहरि है।
श्लोक-
केयूरा न विभूषयन्ति पुरुषं हारा न चन्द्रोज्ज्वला
न स्नानं न विलेपनं न कुसुमं नालङ्कृता मूर्धजाः।
वाण्येका समलंकरोति पुरुषं या संस्कृता धार्यते
क्षीयन्ते खलु भूषणानि सततं वाग्भूषणं भूषणम्।।
अर्थ - कंगन मनुष्य की शोभा नहीं बढ़ाते, न ही चन्द्रमा की तरह चमकते हार, न ही सुगन्धित जल से स्नान, देह पर सुगन्धित उबटन (लेप) लगाने से भी मनुष्य की शोभा नहीं बढ़ती और न ही फूलों से सजे बाल ही मनुष्य की शोभा बढ़ाते हैं। केवल सुसंस्कृत और सुसज्जित वाणी ही मनुष्य की शोभा बढ़ाती है।
इस तरह श्लोक से स्पष्ट है, अतः यहाँ खलु उचित विकल्प है।
Last updated on Jul 17, 2025
-> The latest RPSC Senior Teacher Notification 2025 notification has been released on 17th July 2025
-> A total of 6500 vacancies have been declared.
-> The applications can be submitted online between 19th August and 17th September 2025.
-> The written examination for RPSC Senior Teacher Grade 2 Recruitment (Secondary Ed. Dept.) will be communicated soon.
->The subjects for which the vacancies have been released are: Hindi, English, Sanskrit, Mathematics, Social Science, Urdu, Punjabi, Sindhi, Gujarati.