महिला साहित्य MCQ Quiz - Objective Question with Answer for महिला साहित्य - Download Free PDF
Last updated on Mar 16, 2025
Latest महिला साहित्य MCQ Objective Questions
महिला साहित्य Question 1:
निम्न में से कौनसा कविता-संग्रह सुशीला टाकभौरे का है ?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 1 Detailed Solution
सुशीला टाकभौरे का कविता-संग्रह है :- हमारे हिस्से का सूरज
'हमारे हिस्से का सूरज'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - सुशीला टाकभौरे
- विषय -
- दलित पीड़ा से रूबरू कराती रचनाएं प्रबल आक्रोश के रूप में फूट पड़ती है और जहाँ दबी कुचली, सुषुप्त मानवीय संवेदना को झकझोरती हैं, एवं दलित समस्याओं का समाधान तलाशती भी दृष्टिगोचर होती है।
Key Points'सुशीला टाकभौरे'-
- प्रसिद्धि - दलित साहित्य की अग्रणी महिला साहित्यकारों में से एक है |
- प्रमुख रचनाएं -
- नीला आकाश
- वह लड़की
- तुम्हें बदलन ही होगा
- शिकंजे का दर्द
- व्रत और व्रती
- अनुभूति के घेरे
- टूटता वहम
- स्वाती बूंद और खारे मोती
- यह तुम भी जानों
Additional Information'नींद और रात थी'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - सविता सिंह
- विषय -
- नींद थी और रात थी’ की कविताओं में स्त्री-विमर्श की तर्कशीलता का काव्यात्मक आभ्यन्तर, स्त्री-अस्मिता की पीड़ा, उदग्र ऐन्द्रीयता, सान्द्रता और संघर्ष सहजता की जिस ज़मीन पर उजागर हुए हैं, वह सचमुच नई खोज और आश्वस्ति की ज़मीन है।
'बेघर सपने'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - निर्मला पुतुल
- विषय -
- अपनी आदिवासी अस्मिता की यथार्थ अभिव्यक्ति करता है।
'दूबधान'-
- विधा - कविता -संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - अनामिका
- विषय -
- इनमे आधुनिक भारतीय स्त्री के ऊहापोह और उसके और पुरुष के बीच की गुमसुम बहस के तत्वों से मिल कर रची गयी है।
महिला साहित्य Question 2:
निम्न कविताओं और कवियों को सुमेलित कीजिए :
सूची I | सूची II | ||
(a) | चिट्ठी लिखती हुई औरत | (1) | ओमप्रकाश वाल्मीकी |
(b) | इस स्त्री से डरो | (2) | अनामिका |
(c) | बस! बहुत हो चुका | (3) | सविता सिंह |
(d) | मैं किसकी औरत हूँ | (4) | कात्यायनी |
इनमें से कौन-सा विकल्प सही है?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 2 Detailed Solution
सही विकल्प है- विकल्प- 3Key Points
रचना | रचनाकार |
चिट्ठी लिखती हुई औरत | अनामिका |
इस स्त्री से डरो | कात्यायनी |
बस! बहुत हो चुका | ओमप्रकाश वाल्मीकी |
मैं किसकी औरत हूँ | सविता सिंह |
- चिट्ठी लिखती हुई औरत, इस स्त्री से डरो, बस! बहुत हो चुका, मैं किसकी औरत हूँ कविता विधा की रचना हैं।
Important Points अनामिका-
- जन्म- 1961 ईo
- कविता संग्रह-
- ग़लत पते की चिट्ठी
- समय के शहर में
- बीजाक्षर
- अनुष्टुप
- कविता में औरत
- खुरदरी हथेलियाँ
- दूब-धान
कात्यायनी-
- जन्म- 1959 ईo
- कविता संग्रह-
- चेहरों पर आँच
- सात भाइयों के बीच चंपा
- इस पौरुषपूर्ण समय में
- जादू नहीं कविता
- राख अँधेरे की बारिश में
- फ़ुटपाथ पर कुर्सी
ओमप्रकाश वाल्मीकी-
- जन्म- 1950 - 2013 ईo
- कविता संग्रह-
- सदियों का संताप (1989)
- बस्स! बहुत हो चुका
- अब और नहीं
- शब्द झूठ नहीं बोलते
सविता सिंह-
- जन्म- 1962 ईo
- कविता संग्रह-
- अपने जैसा जीवन (2001)
- नींद थी और रात थी’ (2005)
- और ‘स्वप्न समय’ (2013)
Additional Informationसुशीला टाकभौरे-
- जन्म- 1954 ईo
- काव्य कृतियाँ-
- स्वाति बूँद और खारे मोती (1993)
- तुमने उसे कब पहचाना
- यह तुम भी जानो
- हमारे हिस्से का सूरज
महिला साहित्य Question 3:
'डाकिए की कहानी, कँवरसिंह की ज़ुबानी' नामक रचना किस रचनाकार की है?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 3 Detailed Solution
'डाकिए की कहानी, कँवरसिंह की ज़ुबानी' नामक रचना प्रतिभा शर्मा रचनाकार की है l
Key Points
- एनसीईआरटी/सीबीएसई समाधान (रिमझिम) कक्षा - 4, हिंदी अध्याय - 7 में दी गई है l
- प्रस्तुत कहानी में लेखिका 'प्रतिमा शर्मा' ने डाकिये कँवरसिंह के साथ बातचीत का वर्णन किया है l
Additional Information स्वामी की दादी-
- इस कहानी के लेखक आर. के. नारायण स्वामी है l
- प्रस्तुत कहानी में स्वामीनाथन और उसकी दादी के बीच आपसी प्रेम का चित्रण किया गया है।
महिला साहित्य Question 4:
निम्न में से कौनसा कविता-संग्रह सुशीला टाकभौरे का है ?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 4 Detailed Solution
सुशीला टाकभौरे का कविता-संग्रह है :- हमारे हिस्से का सूरज
'हमारे हिस्से का सूरज'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - सुशीला टाकभौरे
- विषय -
- दलित पीड़ा से रूबरू कराती रचनाएं प्रबल आक्रोश के रूप में फूट पड़ती है और जहाँ दबी कुचली, सुषुप्त मानवीय संवेदना को झकझोरती हैं, एवं दलित समस्याओं का समाधान तलाशती भी दृष्टिगोचर होती है।
Key Points'सुशीला टाकभौरे'-
- प्रसिद्धि - दलित साहित्य की अग्रणी महिला साहित्यकारों में से एक है |
- प्रमुख रचनाएं -
- नीला आकाश
- वह लड़की
- तुम्हें बदलन ही होगा
- शिकंजे का दर्द
- व्रत और व्रती
- अनुभूति के घेरे
- टूटता वहम
- स्वाती बूंद और खारे मोती
- यह तुम भी जानों
Additional Information'नींद और रात थी'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - सविता सिंह
- विषय -
- नींद थी और रात थी’ की कविताओं में स्त्री-विमर्श की तर्कशीलता का काव्यात्मक आभ्यन्तर, स्त्री-अस्मिता की पीड़ा, उदग्र ऐन्द्रीयता, सान्द्रता और संघर्ष सहजता की जिस ज़मीन पर उजागर हुए हैं, वह सचमुच नई खोज और आश्वस्ति की ज़मीन है।
'बेघर सपने'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - निर्मला पुतुल
- विषय -
- अपनी आदिवासी अस्मिता की यथार्थ अभिव्यक्ति करता है।
'दूबधान'-
- विधा - कविता -संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - अनामिका
- विषय -
- इनमे आधुनिक भारतीय स्त्री के ऊहापोह और उसके और पुरुष के बीच की गुमसुम बहस के तत्वों से मिल कर रची गयी है।
महिला साहित्य Question 5:
निम्नलिखित समकालीन महिला रचनाकारों और उनकी रचनाओं से संबंधित कौन सा विकल्प सुमेलित नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 5 Detailed Solution
समकालीन महिला रचनाकारों और उनकी रचनाओं से संबंधित सही सुमेलित नहीं है-कात्यायनी - गलत पते की चिट्ठी
- गलत पते की चिट्ठी-
- रचनाकार-अनामिका
कात्यायनी-
- जन्म-1959 ई.
- रचनाएँ-
- सात भाइयों के बीच चम्पा(1994 ई.),इस पौरुषपूर्ण समय में(1999 ई.),जादू नहीं कविता(2002 ई.) आदि।
Important Pointsप्रभा खेतान-
- जन्म-1942-2009 ई.
- रचनाएँ-
- अपरिचित उजाले(1981 ई.),सीढ़ियाँ चढ़ती हुई मैं(1982 ई.),एक और आकाश की खोज में(1985 ई.),अहल्या(1988 ई.) आदि।
अनामिका-
- जन्म-1961 ई.
- रचनाएँ -
- बीजाक्षर,समय के शहर में,अनुष्टुप,कविता मे औरत,खुरदुरी हथेलियाँ(2005 ई.) आदि।
अजंता देव-
- जन्म-1957 ई.
- हिन्दी की सुपरिचित कवयित्री है।
- कविताओं में उपस्थित संगीतात्मक वैभव के लिए उल्लेखनीय है।
- रचनाएँ-
- नियत और नियति, हुलिया, कीड़ों के बारे में, वरिष्ठ, राख का किला, नगरवधू की डायरी आदि।
Additional Informationअजंता देव की 'संगीत सभा' कविता की पंक्तियाँ हैं-
- दिल तोड़ना भी
उतना ही मुश्किल काम है
जितना श्रुति-विच्छेद
अनामिका की 'खुरदुरी हथेलियाँ' काव्य संग्रह में संकलित 'ओढ़नी' कविता की पंक्तियाँ हैं-
- अपने वजूद की माटी से
धोती थी रोज इसे दुल्हन
और गोदी में बिछा कर सुखाती थी
प्रभा खेतान की 'अपरिचित उजाले' कविता की पंक्तियाँ हैं-
- तुम जानते हो
मैंने तुम्हें प्रेम किया है।
साहस और निडरता से
मैं उन सबके सामने खड़ी हूँ
जिनकी आँखे
हमारे संबंधों पर प्रश्नवाचक मक्खियों की तरह मंडराती हैं।
कात्यायनी की 'सात भाइयों के बीच चम्पा' कविता की पंक्तियाँ हैं-
- बाँस की टहनी-सी लचक वाली
बाप की छाती पर साँप-सी लोटती
सपनों में काली छाया-सी डोलती
सात भाइयों के बीच
चम्पा सयानी हुई।
Top महिला साहित्य MCQ Objective Questions
महिला साहित्य Question 6:
निम्न में से कौनसा कविता-संग्रह सुशीला टाकभौरे का है ?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 6 Detailed Solution
सुशीला टाकभौरे का कविता-संग्रह है :- हमारे हिस्से का सूरज
'हमारे हिस्से का सूरज'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - सुशीला टाकभौरे
- विषय -
- दलित पीड़ा से रूबरू कराती रचनाएं प्रबल आक्रोश के रूप में फूट पड़ती है और जहाँ दबी कुचली, सुषुप्त मानवीय संवेदना को झकझोरती हैं, एवं दलित समस्याओं का समाधान तलाशती भी दृष्टिगोचर होती है।
Key Points'सुशीला टाकभौरे'-
- प्रसिद्धि - दलित साहित्य की अग्रणी महिला साहित्यकारों में से एक है |
- प्रमुख रचनाएं -
- नीला आकाश
- वह लड़की
- तुम्हें बदलन ही होगा
- शिकंजे का दर्द
- व्रत और व्रती
- अनुभूति के घेरे
- टूटता वहम
- स्वाती बूंद और खारे मोती
- यह तुम भी जानों
Additional Information'नींद और रात थी'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - सविता सिंह
- विषय -
- नींद थी और रात थी’ की कविताओं में स्त्री-विमर्श की तर्कशीलता का काव्यात्मक आभ्यन्तर, स्त्री-अस्मिता की पीड़ा, उदग्र ऐन्द्रीयता, सान्द्रता और संघर्ष सहजता की जिस ज़मीन पर उजागर हुए हैं, वह सचमुच नई खोज और आश्वस्ति की ज़मीन है।
'बेघर सपने'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - निर्मला पुतुल
- विषय -
- अपनी आदिवासी अस्मिता की यथार्थ अभिव्यक्ति करता है।
'दूबधान'-
- विधा - कविता -संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - अनामिका
- विषय -
- इनमे आधुनिक भारतीय स्त्री के ऊहापोह और उसके और पुरुष के बीच की गुमसुम बहस के तत्वों से मिल कर रची गयी है।
महिला साहित्य Question 7:
निम्नलिखित समकालीन महिला रचनाकारों और उनकी रचनाओं से संबंधित कौन सा विकल्प सुमेलित नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 7 Detailed Solution
समकालीन महिला रचनाकारों और उनकी रचनाओं से संबंधित सही सुमेलित नहीं है-कात्यायनी - गलत पते की चिट्ठी
- गलत पते की चिट्ठी-
- रचनाकार-अनामिका
कात्यायनी-
- जन्म-1959 ई.
- रचनाएँ-
- सात भाइयों के बीच चम्पा(1994 ई.),इस पौरुषपूर्ण समय में(1999 ई.),जादू नहीं कविता(2002 ई.) आदि।
Important Pointsप्रभा खेतान-
- जन्म-1942-2009 ई.
- रचनाएँ-
- अपरिचित उजाले(1981 ई.),सीढ़ियाँ चढ़ती हुई मैं(1982 ई.),एक और आकाश की खोज में(1985 ई.),अहल्या(1988 ई.) आदि।
अनामिका-
- जन्म-1961 ई.
- रचनाएँ -
- बीजाक्षर,समय के शहर में,अनुष्टुप,कविता मे औरत,खुरदुरी हथेलियाँ(2005 ई.) आदि।
अजंता देव-
- जन्म-1957 ई.
- हिन्दी की सुपरिचित कवयित्री है।
- कविताओं में उपस्थित संगीतात्मक वैभव के लिए उल्लेखनीय है।
- रचनाएँ-
- नियत और नियति, हुलिया, कीड़ों के बारे में, वरिष्ठ, राख का किला, नगरवधू की डायरी आदि।
Additional Informationअजंता देव की 'संगीत सभा' कविता की पंक्तियाँ हैं-
- दिल तोड़ना भी
उतना ही मुश्किल काम है
जितना श्रुति-विच्छेद
अनामिका की 'खुरदुरी हथेलियाँ' काव्य संग्रह में संकलित 'ओढ़नी' कविता की पंक्तियाँ हैं-
- अपने वजूद की माटी से
धोती थी रोज इसे दुल्हन
और गोदी में बिछा कर सुखाती थी
प्रभा खेतान की 'अपरिचित उजाले' कविता की पंक्तियाँ हैं-
- तुम जानते हो
मैंने तुम्हें प्रेम किया है।
साहस और निडरता से
मैं उन सबके सामने खड़ी हूँ
जिनकी आँखे
हमारे संबंधों पर प्रश्नवाचक मक्खियों की तरह मंडराती हैं।
कात्यायनी की 'सात भाइयों के बीच चम्पा' कविता की पंक्तियाँ हैं-
- बाँस की टहनी-सी लचक वाली
बाप की छाती पर साँप-सी लोटती
सपनों में काली छाया-सी डोलती
सात भाइयों के बीच
चम्पा सयानी हुई।
महिला साहित्य Question 8:
निम्न में से कौनसा कविता-संग्रह सुशीला टाकभौरे का है ?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 8 Detailed Solution
सुशीला टाकभौरे का कविता-संग्रह है :- हमारे हिस्से का सूरज
'हमारे हिस्से का सूरज'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - सुशीला टाकभौरे
- विषय -
- दलित पीड़ा से रूबरू कराती रचनाएं प्रबल आक्रोश के रूप में फूट पड़ती है और जहाँ दबी कुचली, सुषुप्त मानवीय संवेदना को झकझोरती हैं, एवं दलित समस्याओं का समाधान तलाशती भी दृष्टिगोचर होती है।
Key Points'सुशीला टाकभौरे'-
- प्रसिद्धि - दलित साहित्य की अग्रणी महिला साहित्यकारों में से एक है |
- प्रमुख रचनाएं -
- नीला आकाश
- वह लड़की
- तुम्हें बदलन ही होगा
- शिकंजे का दर्द
- व्रत और व्रती
- अनुभूति के घेरे
- टूटता वहम
- स्वाती बूंद और खारे मोती
- यह तुम भी जानों
Additional Information'नींद और रात थी'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - सविता सिंह
- विषय -
- नींद थी और रात थी’ की कविताओं में स्त्री-विमर्श की तर्कशीलता का काव्यात्मक आभ्यन्तर, स्त्री-अस्मिता की पीड़ा, उदग्र ऐन्द्रीयता, सान्द्रता और संघर्ष सहजता की जिस ज़मीन पर उजागर हुए हैं, वह सचमुच नई खोज और आश्वस्ति की ज़मीन है।
'बेघर सपने'-
- विधा - कविता-संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - निर्मला पुतुल
- विषय -
- अपनी आदिवासी अस्मिता की यथार्थ अभिव्यक्ति करता है।
'दूबधान'-
- विधा - कविता -संग्रह
- प्रकाशन वर्ष - 2005 ई०
- रचनाकार - अनामिका
- विषय -
- इनमे आधुनिक भारतीय स्त्री के ऊहापोह और उसके और पुरुष के बीच की गुमसुम बहस के तत्वों से मिल कर रची गयी है।
महिला साहित्य Question 9:
निम्न कविताओं और कवियों को सुमेलित कीजिए :
सूची I | सूची II | ||
(a) | चिट्ठी लिखती हुई औरत | (1) | ओमप्रकाश वाल्मीकी |
(b) | इस स्त्री से डरो | (2) | अनामिका |
(c) | बस! बहुत हो चुका | (3) | सविता सिंह |
(d) | मैं किसकी औरत हूँ | (4) | कात्यायनी |
इनमें से कौन-सा विकल्प सही है?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 9 Detailed Solution
सही विकल्प है- विकल्प- 3Key Points
रचना | रचनाकार |
चिट्ठी लिखती हुई औरत | अनामिका |
इस स्त्री से डरो | कात्यायनी |
बस! बहुत हो चुका | ओमप्रकाश वाल्मीकी |
मैं किसकी औरत हूँ | सविता सिंह |
- चिट्ठी लिखती हुई औरत, इस स्त्री से डरो, बस! बहुत हो चुका, मैं किसकी औरत हूँ कविता विधा की रचना हैं।
Important Points अनामिका-
- जन्म- 1961 ईo
- कविता संग्रह-
- ग़लत पते की चिट्ठी
- समय के शहर में
- बीजाक्षर
- अनुष्टुप
- कविता में औरत
- खुरदरी हथेलियाँ
- दूब-धान
कात्यायनी-
- जन्म- 1959 ईo
- कविता संग्रह-
- चेहरों पर आँच
- सात भाइयों के बीच चंपा
- इस पौरुषपूर्ण समय में
- जादू नहीं कविता
- राख अँधेरे की बारिश में
- फ़ुटपाथ पर कुर्सी
ओमप्रकाश वाल्मीकी-
- जन्म- 1950 - 2013 ईo
- कविता संग्रह-
- सदियों का संताप (1989)
- बस्स! बहुत हो चुका
- अब और नहीं
- शब्द झूठ नहीं बोलते
सविता सिंह-
- जन्म- 1962 ईo
- कविता संग्रह-
- अपने जैसा जीवन (2001)
- नींद थी और रात थी’ (2005)
- और ‘स्वप्न समय’ (2013)
Additional Informationसुशीला टाकभौरे-
- जन्म- 1954 ईo
- काव्य कृतियाँ-
- स्वाति बूँद और खारे मोती (1993)
- तुमने उसे कब पहचाना
- यह तुम भी जानो
- हमारे हिस्से का सूरज
महिला साहित्य Question 10:
'डाकिए की कहानी, कँवरसिंह की ज़ुबानी' नामक रचना किस रचनाकार की है?
Answer (Detailed Solution Below)
महिला साहित्य Question 10 Detailed Solution
'डाकिए की कहानी, कँवरसिंह की ज़ुबानी' नामक रचना प्रतिभा शर्मा रचनाकार की है l
Key Points
- एनसीईआरटी/सीबीएसई समाधान (रिमझिम) कक्षा - 4, हिंदी अध्याय - 7 में दी गई है l
- प्रस्तुत कहानी में लेखिका 'प्रतिमा शर्मा' ने डाकिये कँवरसिंह के साथ बातचीत का वर्णन किया है l
Additional Information स्वामी की दादी-
- इस कहानी के लेखक आर. के. नारायण स्वामी है l
- प्रस्तुत कहानी में स्वामीनाथन और उसकी दादी के बीच आपसी प्रेम का चित्रण किया गया है।