द्विवेदी युग MCQ Quiz - Objective Question with Answer for द्विवेदी युग - Download Free PDF

Last updated on Jun 12, 2025

Latest द्विवेदी युग MCQ Objective Questions

द्विवेदी युग Question 1:

निम्न में से कौन सी रचना रामनरेश त्रिपाठी की नहीं है?

  1. श्रांत पथिक
  2. पथिक
  3. मिलन
  4. स्वप्न
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : श्रांत पथिक

द्विवेदी युग Question 1 Detailed Solution

श्रांत पथिक रचना रामनरेश त्रिपाठी की नहीं है।

श्रांत पथिक-

  • रचनाकार-श्रीधर पाठक 
  • प्रकाशन वर्ष-1902ई. 
  • भाषा-खड़ी बोली 
  • यह गोल्डस्मिथ की रचना ट्रैवलर का अनुवाद है। 

Key Pointsश्रीधर पाठक-

  • जन्म-1859-1928ई. 
  • द्विवेदी युग के मुख्य कवि है।
  • इनको खड़ी बोली हिन्दी का प्रथम कवि स्वीकार किया जाता है। 
  • रचनाएँ-
    • मनोविनोद(1882ई.)
    • जगत सचाई सार(1887ई.)
    • गुनवंत हेमंत(1900ई.)
    • कश्मीर सुषमा(1904ई.)
    • स्वर्गीय वीणा आदि। 
  • ​अनूदित रचनाएँ-
    • गड़ेरिया और दार्शनिक 
    • ऋतुसंहार 
    • एकांतवासी योगी(1886ई.) 
    • उजड़ग्राम(1889ई.) आदि।  

Important Pointsपथिक-

  • रचनाकार-रामनरेश त्रिपाठी
  • प्रकाशन वर्ष-1920ई. 
  • काव्य रूप-खंड काव्य 
  • विषय-
    • कविता में दुनिया के दुखों से विरक्त काव्य नायक पथिक की प्रकृति के सौंदर्य पर मुग्ध होकर वहीं बसने की इच्छा का वर्णन किया है।
    • यहाँ वह किसी साधु द्वारा संदेश ग्रहण करके देशसेवा का व्रत लेता है।
    • राजा उसे मृत्युदंड देता है,परंतु उसकी कीर्ति समाज में बनी रहती है।

मिलन-

  • रचनाकार-रामनरेश त्रिपाठी
  • प्रकाशन वर्ष-1917ई.  
  • काव्य रूप-खंड काव्य

स्वप्न-

  • रचनाकार-रामनरेश त्रिपाठी
  • प्रकाशन वर्ष-1929ई. 
  • काव्य रूप-खंड काव्य
  • 15 दिनों में रचित रचना है।
  • इसके लिए इन्हें हिन्दुस्तान अकादमी का पुरस्कार मिला। 

Additional Informationरामनरेश त्रिपाठी-

  • जन्म-1889-1962ई. 
  • द्विवेदी युगीन मुख्य कवि रहे है। 
  • इन्होंने अपने समय के समाज सुधार के स्थान पर रोमांटिक प्रेम को कविता का विषय बनाया।
  • इनकी कविताओं में देश-प्रेम और वैयक्तिक प्रेम,दोनों मौजूद हैं,लेकिन देश-प्रेम को विशेष स्थान दिया है। 
  • रचनाएँ-
    • मानसी
    • कविता कौमुदी 
    • ग्रामगीत आदि। 

द्विवेदी युग Question 2:

'साकेत' महाकाव्य के कवि हैं -

  1. जयशंकर प्रसाद
  2. दिनकर
  3. मैथिली शरणगुप्त
  4. सुमित्रानंदन पंत
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : मैथिली शरणगुप्त

द्विवेदी युग Question 2 Detailed Solution

'साकेत' महाकाव्य के कवि हैं - 'मैथिली शरणगुप्त'

  • साकेत मैथिलीशरण गुप्त रचित महाकाव्य का नाम है। इसका प्रथम प्रकाशन सन् 1931 में हुआ था। 
  • 'साकेत महाकवि' मैथिलीशरण गुप्त का लिखा महाकाव्य है जो 12 सर्गों में लिखा गया है।
  • इस कृति में हिन्दुस्तान के आराध्य अयोध्याधिपति प्रभु श्रीराम के भाई लक्ष्मण की पत्नी श्रीमति उर्मिला के विरह का जो चित्रण गुप्त जी ने किया है
  • वह अत्यधिक मार्मिक और गहरी मानवीय संवेदनाओं और भावनाओं से ओत-प्रोत है। 

Key Points

मैथिलीशरण गुप्त:-

  • मैथिलीशरण गुप्त (जन्म- 3 अगस्त, 1886, झाँसी; मृत्यु- 12 दिसंबर, 1964, झाँसी) खड़ी बोली के प्रथम महत्वपूर्ण कवि थे।
  • इन्हें 'राष्ट्रकवि' के नाम से भी जाना जाता है। 
  • महावीर प्रसाद द्विवेदी की प्रेरणा से आपने खड़ी बोली को अपनी रचनाओं का माध्यम बनाया

कृतियां (रचनाएं) :-

  • भारत भारती (1912)
  • रंग में भंग (1909)
  • जयद्रथ वध (1910)
  • शकुंतला (1914)
  • पंचवटी (1915)
  • विष्णुप्रिया (1957)
  • रत्नावली (1960)

Additional Informationजयशंकर प्रसाद की प्रमुख रचनाएं:-

  • प्रेम-पथिक (1909)
  • चित्राधार (1918)
  • कानन कुसुम (1913)
  • झरना (1918)
  • आँसू  (1924)
  • लहर (1934)
  • कामायनी (1936)

रामधारी सिंह 'दिनकर' की प्रमुख रचनाएं:-

  • प्रणभंग (1929)
  • रेणुका (1935)
  • हुंकार (1938)
  • रसवन्ती (1939)
  • कुरूक्षेत्र (1946)
  • रश्मिरथी (1952)
  •  उर्वशी (1961)

सुमित्रानंदन पंत की प्रमुख रचनाएं:-

  • वीणा (1919)
  • ग्रंथि (1920)
  • पल्लव (1926)
  • गुंजन (1932)
  • युगांत (1937)
  • युगवाणी (1938)
  • ग्राम्या (1940)
  • स्वर्णकिरण (1947)

द्विवेदी युग Question 3:

निम्नलिखित में से कौन-सी काव्य कृति रामनरेश त्रिपाठी द्वारा रचित नहीं है ?

  1. मिलन
  2. पद्य प्रसून
  3. पथिक
  4. स्वप्न
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : पद्य प्रसून

द्विवेदी युग Question 3 Detailed Solution

काव्य कृति रामनरेश त्रिपाठी द्वारा रचित नहीं है - पद्य प्रसून

Key Pointsपद्य प्रसून-

  • रचनाकार - अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
  • विधा -  काव्य 
  • विषय -
    • यह एक महत्वपूर्ण बाल साहित्य काव्य संग्रह है,
    • उपाध्याय जी की 29 कविताओं का संग्रह है। 
    • इसमें उन्होंने हिंदी भाषा और साहित्य की विविधता एवं उत्कृष्टता को प्रस्तुत किया है।

अन्य विकल्प -

रचना विधा रचनाकार
मिलन (1918 ई.) खंडकाव्य रामनरेश त्रिपाठी
पथिक (1920 ई.) खंडकाव्य रामनरेश त्रिपाठी
स्वप्न (1929 ई.)  खंडकाव्य रामनरेश त्रिपाठी

Important Pointsअयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' -

  • (15 अप्रैल, 1865-16 मार्च, 1947)
  • हिन्दी के कवि, निबन्धकार तथा सम्पादक थे। 
  • उनके उल्लेखनीय ग्रंथों में शामिल हैं: प्रिय प्रवास - इसका रचनाकाल 1914 ई० है।
  • काव्य -
    • वैदेही वनवास (1940 ई.)
    • पारिजात (1937 ई.)
    • रस-कलश (1940 ई.)
    • चुभते चौपदे (1932 ई.)
    • चोखे चौपदे (1924 ई.)
    • ठेठ हिंदी का ठाठ
    • अधखिला फूल
  • बाल साहित्य -
    • बाल विभव
    • बाल विलास
    • फूल पत्ते
    • चन्द्र खिलौना
    • खेल तमाशा
    • उपदेश कुसुम
    • बाल गीतावली
    • चाँद सितारे
    • पद्य प्रसून

Additional Informationरामनरेश त्रिपाठी-

  • (4 मार्च, 1889 - 16 जनवरी, 1962)
  • हिन्दी भाषा के 'पूर्व छायावाद युग' के कवि थे।
  • कविता, कहानी, उपन्यास, जीवनी, संस्मरण, बाल साहित्य सभी पर उन्होंने कलम चलाई।
  • प्रबंध काव्य-
    • मिलन (1918) 
    • पथिक (1920) 
    • मानसी (1927)
    • स्वप्न (1929) 
  • कहानी -
    • तरकस
    • आखों देखी कहानियां
    • स्वपनों के चित्र
    • नखशिख
    • उन बच्चों का क्या हुआ..?
    • 21 अन्य कहानियाँ
  • उपन्यास -
    • वीरांगना
    • वीरबाला
    • मारवाड़ी और पिशाचनी
    • सुभद्रा और लक्ष्मी

द्विवेदी युग Question 4:

द्विवेदी युगीन कवियों का जन्मवर्ष के अनुसार सही क्रम है?

A) नाथूराम शर्मा शंकर (1859-1932 ई.)

B) श्रीधर पाठक (1859-1928 ई.)

C) महावीरप्रसाद द्विवेदी (1864-1938 ई.)

D) अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' (1865-1947 ई.)

E) जगन्नाथदास 'रत्नाकर' (1866-1932 ई.)

  1. A, C, B, D, E
  2. A, B, C, E, D
  3. A, B, C, D, E
  4. A, B, D, E, C

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : A, B, C, D, E

द्विवेदी युग Question 4 Detailed Solution

सही उत्तर है- A, B, C, D, E

Key Pointsद्विवेदी युगीन कवियों का जन्मवर्ष के अनुसार सही क्रम है-

  • नाथूराम शर्मा शंकर (1859-1932 ई.)
  • श्रीधर पाठक (1859-1928 ई.)
  • महावीरप्रसाद द्विवेदी (1864-1938 ई.)
  • अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' (1865-1947 ई.)
  • जगन्नाथदास 'रत्नाकर' (1866-1932 ई.)

द्विवेदी युग Question 5:

खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है-

  1. साकेत
  2. पृथ्वी राज रासो
  3. प्रियप्रवास
  4. कामायनी
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : प्रियप्रवास

द्विवेदी युग Question 5 Detailed Solution

सही उत्तर है - प्रियप्रवास। 

Key Points

  • प्रियप्रवास खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है।
  • इसका रचनाकाल सन् 1909 से सन् 1913 है।
  • इसके लेखक हरिऔध है।
  • प्रियप्रवास द्विवेदी युग में प्रकाशित हुआ था।
  • प्रिय प्रवास राधा कृष्ण का काव्य है।

  • प्रियप्रवास की राधा में विरह की विकलता नहीं है, व्यथा की गंभीरता है।

  • श्री कृष्णचंद्र को इस ग्रंथ में एक महापुरुष की भाँति अंकित किया गया है, ब्रह्म करके नहीं।

Additional Information 

कामायनी

  • लेखक :- जयशंकर प्रसाद
  • रचना वर्ष :- 1936
  • कामायनी की कथा मूलत: एक कल्पना‚ एक फैण्टसी है।
  • जिसमें प्रसाद जी ने अपने समय के सामाजिक परिवेश‚ जीवन मूल्यों‚ सामयिकता का विश्लेषित सम्मिश्रण कर इसे एक अमर ग्रन्थ बना दिया।
  • इसके पात्र - मनु‚ श्रद्धा और इड़ा - मानव‚ प्रेम व बुद्धि के प्रतीक हैं।

 

साकेत

  • लेखक :-  मैथिलीशरण गुप्त
  • विधा :- महाकाव्य
  • प्रकाशन वर्ष :-  सन् 1931
  • इस कृति में राम के भाई लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला के विरह का जो चित्रण गुप्त जी ने किया है वह अत्यधिक मार्मिक और गहरी मानवीय संवेदनाओं और भावनाओं से ओत-प्रोत है।

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“जयद्रथ वध” किस लेखक/लेखिका की कृति है?

  1. जयशंकर प्रसाद
  2. सुमित्रानंदन पंत
  3. महादेवी वर्मा
  4. मैथिलीशरण गुप्त

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : मैथिलीशरण गुप्त

द्विवेदी युग Question 6 Detailed Solution

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‘मैथलीशरण गुप्त’ यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।

"जयद्रथ वध" महाभारत के एक पात्र पर आधारित एक अद्भुत रचना है, जिसके लेखक विकल्प 4. राष्ट्रीय कवि 'मैथिलीशरण गुप्त' है।

  • यह महाभारत पर आधारित खंडकाव्य है।
  • हरिगीतिका छंद में रचा गया है।
  • मैथिलीशरण गुप्त खड़ी बोली के मह्त्वपूर्ण कवियों में से है।

'सखि वे मुझसे कहकर जाते' किस कवि की काव्य पंक्ति है ?

  1. सियाराम शरण गुप्त
  2. मैथिलीशरण गुप्त
  3. अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
  4. जगदीश गुप्त

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : मैथिलीशरण गुप्त

द्विवेदी युग Question 7 Detailed Solution

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सही उत्तर "मैथिलीशरण गुप्त" है। अन्‍य व‍िकल्‍प असंगत हैं। 

Key Points

  • ‘सखि वे मुझसे कहकर जाते’ यह काव्य पंक्ति मैथिलीशरण गुप्त की कविता ‘सखि वे मुझसे कहकर जाते’ की पंक्तियाँ हैं।
  • अतः सही विकल्प मैथिलीशरण गुप्त हैं।

Important Points

कव‍ि रचनाऍं
सियाराम शरण गुप्त मौर्य विजय(1914), अनाथ(1917), आर्द्रा(1927), विषाद(1925), दूर्वा दल(1924), आत्मोत्सर्ग(1931) आद‍ि।
मैथिलीशरण गुप्त जयद्रथ वध 1910, भारत-भारती 1912, पंचवटी 1925, द्वापर 1936, जय भारत 1952, युद्ध, झंकार 1929 आद‍ि।
अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' पारिजात (1937), रस-कलश (1940)
,चुभते चौपदे 1932), चोखे चौपदे (1924) आद‍ि। 
जगदीश गुप्त नाव के पाँव, शम्बूक, आदित्य एकान्त, हिम-विद्ध, शब्द-दंश, युग्म आद‍ि।

'भारत भारती' के रचनाकार कौन हैं?

  1. भीष्म साहनी
  2. महादेवी वर्मा
  3. जैनेन्द्र कुमार
  4. मैथिलीशरण गुप्त

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : मैथिलीशरण गुप्त

द्विवेदी युग Question 8 Detailed Solution

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उपर्युक्त विकल्पों में से 'भारत भारती' मैथिलीशरण गुप्त की रचना है।  

Key Points

  • साकेत- साकेत राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की अमर कृति है। इस कृति में राम के भाई लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला के विरह का जो चित्रण गुप्त जी ने किया है।
  • भारत भारती-  मैथिलीशरण गुप्तजी की प्रसिद्ध काव्यकृति है जो 1912-13 में लिखी गई थी। 
  • रंग में भंग- राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त का पहला रचना काव्य है। 

स्पष्टीकरण

मैथिलीशरण गुप्त जी खड़ी बोली के प्रथम महत्वपूर्ण कवि थे। ये आधुनिक काल के कवि माने जाते है। हिंदी कविता के इतिहास में गुप्त जी का बड़ा योगदान था।

साकेत, यशोधरा, भारत भारती आदि।

Additional Information 

अन्य विकल्प

रचनाकार 

रचनाएँ

भीष्म साहनी

कहानी संग्रह - मेरी प्रिय कहानियां, भाग्यरेखा, वांगचू, निशाचर

महादेवी वर्मा

कविता संग्रह महादेवी वर्मा के आठ कविता संग्रह हैं- नीहार (1930), रश्मि (1932), नीरजा (1934), सांध्यगीत (1936), दीपशिखा (1942), सप्तपर्णा (अनूदित 1959), प्रथम आयाम (1974), और अग्निरेखा (1990).

जैनेन्द्र कुमार

फाँसी, जय संधि, वातायन, एक रात, धुयात्रा दोचिड़िया, पाजेब, नीलम देश की राजकन्या, खेल।

'बहिष्कृत भारत' पत्र का प्रकाशन किस वर्ष आरंभ हुआ?

  1. 1919
  2. 1927
  3. 1930
  4. 1938

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : 1927

द्विवेदी युग Question 9 Detailed Solution

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'बहिष्कृत भारत' पत्र का प्रकाशन 1927 में आरंभ हुआ। 

 Key Points

  • बहिष्कृत भारत –
    • इस समाचार पत्र की स्थापना बी.आर. अंबेडकर ने की थी।
    • यह मराठी भाषा का समाचार पत्र था।
    • इसका प्रकाशन 2 अप्रैल 1927 को हुआ।
    • यह पाक्षिक समाचार पत्र था।
    • यह समाचार पत्र बंबई से प्रकाशित होता था।

 Important Points

  • डॉक्टर अंबेडकर ने बहिष्कृत भारत समाचार पत्र के जरिए ब्राह्मणवाद व मनुवाद को निर्णायक चुनौती दी थी।
  • भीमराव अंबेडकर एक भारतीय वकील, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे।
    • इन्होने दलितों के लिए बौद्ध आंदोलन को प्रभावित किया और सामाजिक अन्याय (अछूत) (दलितों) के खिलाफ अभियान चलाया।
    • वे 1947 में भारत के पहले चुने गए कानून और न्याय मंत्री थे।
    • भीमराव अंबेडकर भारत के संविधान के मुख्य वास्तुकार थे।

 Additional Information

  • 1919 –
    • 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ।
    • जब पंजाब के अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के कुछ ही दूरी पर स्थित जलियांवाला बाग में निहथे मासूमों का कत्लेआम हुआ।
  • 1930 –
    • महात्मा गांधी ने अपनी स्वतंत्र भारत की मांग पर जोर देने के लिए सविनय अवज्ञा आंदोलन 1930 मे छेड़ा।
  • 1938 –
    • 1938 में कांग्रेस का हरिपुरा अधिवेशन हुआ जिसकी अध्यक्षता सुभाष चंद्र बोस ने की
    • इसमें राष्ट्रीय योजना समिति की स्थापना की गई जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में की गई।

अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी, 

आँचल में है दूध और आंखों में पानी।

उपर्युक्त पंक्तियाँ किस काव्य की है?

  1. यशोधरा
  2. कामायनी
  3. साकेत
  4. आँसू

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : यशोधरा

द्विवेदी युग Question 10 Detailed Solution

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सही उत्तर है - ‘यशोधरा’।
  • यह पंक्तियाँ यशोधरा काव्य की है।

Key Points

  • यशोधरा’ मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित प्रसिद्ध प्रबंध काव्य है
  • जिसका प्रकाशन सन् 1933 ई. में हुआ।

Additional Information

  • अपने छोटे भाई सियारामशरण गुप्त के अनुरोध करने पर मैथिलीशरण गुप्त ने यह पुस्तक लिखी थी।
  • यशोधरा महाकाव्य में गौतम बुद्ध के गृह त्याग की कहानी को केन्द्र में रखकर यह महाकाव्य लिखा गया है।
  • इसमें गौतम बुद्ध की पत्नी यशोधरा की विरहजन्य पीड़ा को विशेष रूप से महत्त्व दिया गया है।
  • यह गद्य-पद्य मिश्रित विधा है जिसे चम्पूकाव्य कहा जाता है।

अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' द्वारा लिखित काव्य ग्रन्थ है:

  1. कनुप्रिया
  2. पथिक
  3. चोखे चौपदे
  4. वासवदत्ता

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : चोखे चौपदे

द्विवेदी युग Question 11 Detailed Solution

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चोखे चौपदे मुक्तक काव्य श्रेणी का श्रेष्ठ काव्य है, इसके लेखक अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' है।

अत: सही विकल्प 3) चोखे चौपदे है।

अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' की अन्य रचनाएँ-

  • मुक्तक काव्य - चोखे चौपदे, चुभते चौपदे, कल्पलता, बोलचाल, पारिजात और हरिऔध सतसई 
  • उपन्यास - ठेठ हिंदी का ठाठ और अधखिला फूल
  • महाकाव्य - प्रियप्रवास, वैदेही वनवास  

Additional Information

न्य विकल्प-

  • कनुप्रिया - धर्मवीर भारती
  • पथिक - रामनरेश त्रिपाठी

खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है-

  1. साकेत
  2. पृथ्वी राज रासो
  3. प्रियप्रवास
  4. कामायनी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : प्रियप्रवास

द्विवेदी युग Question 12 Detailed Solution

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सही उत्तर है - प्रियप्रवास। 

Key Points

  • प्रियप्रवास खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है।
  • इसका रचनाकाल सन् 1909 से सन् 1913 है।
  • इसके लेखक हरिऔध है।
  • प्रियप्रवास द्विवेदी युग में प्रकाशित हुआ था।
  • प्रिय प्रवास राधा कृष्ण का काव्य है।

  • प्रियप्रवास की राधा में विरह की विकलता नहीं है, व्यथा की गंभीरता है।

  • श्री कृष्णचंद्र को इस ग्रंथ में एक महापुरुष की भाँति अंकित किया गया है, ब्रह्म करके नहीं।

Additional Information 

कामायनी

  • लेखक :- जयशंकर प्रसाद
  • रचना वर्ष :- 1936
  • कामायनी की कथा मूलत: एक कल्पना‚ एक फैण्टसी है।
  • जिसमें प्रसाद जी ने अपने समय के सामाजिक परिवेश‚ जीवन मूल्यों‚ सामयिकता का विश्लेषित सम्मिश्रण कर इसे एक अमर ग्रन्थ बना दिया।
  • इसके पात्र - मनु‚ श्रद्धा और इड़ा - मानव‚ प्रेम व बुद्धि के प्रतीक हैं।

 

साकेत

  • लेखक :-  मैथिलीशरण गुप्त
  • विधा :- महाकाव्य
  • प्रकाशन वर्ष :-  सन् 1931
  • इस कृति में राम के भाई लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला के विरह का जो चित्रण गुप्त जी ने किया है वह अत्यधिक मार्मिक और गहरी मानवीय संवेदनाओं और भावनाओं से ओत-प्रोत है।

'जयद्रथवध' रचना है:

  1. प्रसाद की
  2. निराला जी की
  3. मैथिलीशरण गुप्त की
  4. दिनकर की

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : मैथिलीशरण गुप्त की

द्विवेदी युग Question 13 Detailed Solution

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  • ‘मैथलीशरण गुप्त’ यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।

Additional Information

  • "जयद्रथ वध" महाभारत के एक पात्र पर आधारित एक अद्भुत रचना है, जिसके लेखक विकल्प 4. राष्ट्रीय कवि 'मैथिलीशरण गुप्त' है।
    • यह महाभारत पर आधारित खंडकाव्य है।
    • हरिगीतिका छंद में रचा गया है।
    • मैथिलीशरण गुप्त खड़ी बोली के मह्त्वपूर्ण कवियों में से है।

'प्रिय प्रवास' महाकाव्य के रचयिता हैं:

  1. जयशंकर प्रसाद
  2. रामधारी सिंह दिनकर
  3. हरिऔध
  4. मैथिलीशरण गुप्त

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : हरिऔध

द्विवेदी युग Question 14 Detailed Solution

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 “प्रिय प्रवास” -- हरिऔध की रचना है।

Important Points

  • प्रिय प्रवास की रचना अयोध्यासिंह हरिऔध ने की  
  • इसका रचनाकाल सन् 1909 से 1913 है।
  • इनकी अन्य रचनायें-प्रिय प्रवास,पारिजात,फूल पत्ते,चोखे चौपदे,चुभते चौपदे आदि  
  • प्रिय प्रवास महाकाव्य खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है

Additional Information

  • प्रिय प्रवास की विशेषताएं-
  1. कृष्ण के चरित्र की तरह "प्रियप्रवास" की राधा के चरित्र में भी नवीनता है।
  2. वात्सल्य,सख्य और माधुर्य का प्राधान्य है और भाव में लालित्य है,तथापि यथास्थान ओज का भी समावेश है।

किसे कवि सम्राट के नाम से जाना जाता है?

  1. भारतेन्दु हरिश्चंद्र
  2. शमशेर बहादुर सिंह
  3. अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध
  4. मुंशी प्रेमचंद्र

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध

द्विवेदी युग Question 15 Detailed Solution

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अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' को कवि सम्राट के नाम से जाना जाता है।

Key Points

  • हरिऔध(1865-1947ई.)-'आधुनिक काल का सूरदास' -गणपतिचन्द्र गुप्त ने माना।
  • रामचन्द्र शुक्ल-'यद्यपि उपाध्याय जी इस समय खड़ी बोली के और आधुनिक विषयो के ही कवि प्रसिद्ध हैं, पर प्रारंभकाल में ये भी पुराने ढंग के श्रृंगारी कविता बहुत सुंदर और सरस करते थे।'

Important Points

कवि कृतियाँ
भारतेंदु हरिश्चंद्र जीर्ण जनपद,आनंद अरूणोदय,हार्दिक हर्षादर्श,मयंक महिमा आदि।
हरिऔध कृष्ण शतक(1882),रसिक रहस्य(1899),प्रेम प्रपंच(1900),रस कलश(1931)आदि।
शमशेर बहादुर सिंह चुका भी हूँ मैं नहीं(1975), इतने पास अपने (1980),काल तुझसे होड़ हैं मेरी(1988)आदि।
प्रेमचन्द प्रेमा(1907),सेवा सदन(1918),रंग भूमि(1925), गोदान(1936)आदि।
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